कई बार कुछ रिश्ते केवल दिल से जुड़े होते हैं, जो दो लोगों को एक दूसरे के करीब ले जाते हैं। मगर उसकी बुनियाद झूठ पर टिकी होती है। जब आप अपने पार्टनर के अलावा किसी दूसरे शख्स के इतने करीब आ जाते हैं कि आप अपने जीवन की हर छोटी बड़ी खुशी हो या गम उससे डिस्कस करने लगते हैं। उस सिचुएशन को माइक्रो चीटिंग कहकर पुकारा जाता है। इसके अलावा आप किसी को अपना मैरिटल स्टेटस बताए बगैर किसी रिश्ते में बंध जाते हैं, तो वो माइक्रो चीटिंग कहलाती है। अगर आप माइक्रो चीटिंग (Micro cheating) का हिस्सा हैं, तो इस तरह से ये आपकी मैरिड लाइफ के लिए हार्मफुल साबित हो सकता है।
प्यार किसी भी व्यक्ति को कहीं भी और कभी भी हो सकता है, ज़रूरत है एक दूसरे को समझने की और उन्हें रिस्पेक्ट देने की। फिर उम्र चाहे कोई भी हो। अगर आप मैरिड हैं और किसी को झूठ बोलकर प्यार करने लगी हैं, तो ये कंडीशन माइक्रो चीटिंग कहलाती है। ये रिश्ता इमोशनज बॉडिंग से लेकर सेक्सुअल रिलेशन्स तक बिल्डअप हो सकता है। इसका असर आपकी मैरिड लाइफ पर भी धीरे धीरे नज़र आने लगता है। जानते हैं कि माइक्रो चीटिंग के चलते आपको लाइफ में किन समस्याओं से होकर गुज़रना पड़ता है।
राजकीय मेडिकल कालेज हलद्वानी में मनोवैज्ञानिक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि माइक्रो चीटिंग एस प्रकार के रिलेशनशिप को कहा जाता है, जिसमें आप अपना मैरिटल स्टेटस (Marital status) बताए बगैर किसी दूसरे व्यक्ति से एगेंज होने सकते हैं। किसी अजनबी या पुराने दोस्त से एगेंज होने के बाद अपने लाइफ पार्टनर के साथ गलत व्यवहार करने लगते हैं। आपके बिहेवियर में आने वाले बदलाव आपकी पूरी जीवनशैली को बदल देते हैं। इससे आपकी मैरिड लाइफ धीरे धीरे खराब होने लगती है। इसमें व्यक्ति मेंटली ,इमोशनली और फिज़िकली एगेंज (Physically engage) होने लगता है।
जब आप किसी दूसरे व्यक्ति को अपने जीवन में एंटरी देती हैं, तो स्वाभावित तौर पर लाइफ पार्टनर में इंटरेस्ट कम होने लगता है। ऐसे में साथी की मौजूदगी आपकी जिंदगी में खास अहमियत नहीं रखती है। आप दिन भर अपने आप को नए फ्रैंड से इंटरैक्ट करने में व्यस्त कर लेती हैं। वो शख्स आपका कोई पुराना दोस्त, क्लीग या क्लासमेट हो सकता है।
जिंदगी में किसी और से इंफ्ल्यूएंस्ड होने पर पार्टनर की अहमियत कम होने लगती है। अब किसी भी छोटी बात पर पार्टनर से बेवजह बहस और झगड़ा होने लगता है। दिन ब दिन इगो क्लैश होती है और पार्टनर में कई सारी कमियां दिखने लगती है। वही साथी जिसके साथ सालों गुज़ारे होते है, वो अचानक से अब गलत लगने लगता है।
इसमें आपको लाइफ पार्टनर के अलावा डेटिंग फ्रैंड से भी झूठ पकड़े जाने का डर सताने लगता है। किसी दूसरे व्यक्ति का जीवन में आना हमारे लिए खुशी और डर दोनों इमोशंस को साथ लेकर आता है। खुशी इस बात की होती है कि हमें अचानक कोई बहुत ज्यादा अहमियत देने लगता है। वहीं डर इस बात का होता है कि कहीं हमारी चीटिंग पकड़ी न जाएं। ऐसे में उन बातों को भी छुपाने लगते हैं, जिसमें डर जैसा कुछ नहीं होता। फोन पर बात करने से लेकर मिलने जुलने तक हर बात में मन में आशंका बनी रहती है। इसके अचले हर गतिविधि को छुपाने की कोशिश करने लगते हैं।
पहले की तरह आप वीकेण्डस पर फैमिली के साथ आउटिंग से लेकर डिनर व लंच तक हर चीज़ को मिस करने लगते हैं। नए पार्टनर से मिलने या लंबी बातचीत करने से परिवार के लिए वक्त नहीं निकल पाता है। इसके चलते आपके और आपके पार्टनर के बीच दूरियां बढ़ने लगती है। इसके अलावा आप बच्चों के साथ भी क्वालिटी टाइम स्पैण्ड नहीं कर पाते हैं।
किसी नए इंसान के जिदगी में आने से आप खुद को ज्यादा महत्व देने लगते हैं। इससे आपके चेहरे पर खुशी और रौनक रहने लगती है। इसका असर आपके व्यवहार पर दिखने लगता है। अब आप जीवन में सबसे अधिक खुद को महत्व देने लगते हैं। आपके अंदर इगो जन्म लेने लगती है। इसका असर आपकी शादीशुदा जिंदगी पर पड़ने लगता है। बर्ताव में बदलाव आने से आपका रिश्तो बिखरने की कगार पर पहुच जाता है।
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