लंबे और घने बाल किसे पसंद नहीं है। ऐसे में बालों की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए अक्सर लोग कई प्रकार के शैम्पू, कंडीशनर और सीरम का प्रयोग करते हैं। मगर कई बार आवश्यकता से अधिक केमिकल युक्त प्रोडक्टस का इस्तेमाल करने से हेयरफॉल और ग्रे हेयर की समस्या का सामना भी करना पड़ता है। इन दिनों हेयर कलरिंग भी खूब चलन में है, जो बालों के टैक्सचर को प्रभावित करती है। सर्दियों के मौसम में शुष्क हवाओं की चपेट में आने से बालों में रूखापन भी बढ़ने लगता है। ऐसी स्थिति में बालों को नेचुरली हेल्दी और मुलायम बनाने के लिए बगीचे में मौजूद इन हर्ब्स का इस्तेमाल कारगर साबित हो सकता है। जानते हैं वो कौन सी हर्ब्स हैं, जो बालों को सेहतमंद बनाने में फायदा पहुंचाती हैं (benefits of herbs for hair)।
सर्दी के मौसम में स्कैल्प का रूखापन बढ़ता है, जो खुजली और रूसी का कारण साबित होता है। नीम में मौजूद विटामिन ई, फैटी एसिड, लीमोनॉइडस और एंटीऑक्सीडेंटस बालों के टैक्सचर को हेल्दी बनाते हैं। इससे हेयर फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है, जो बालों को टूटने और झड़ने से भी बचाते हैं।
नीम की पत्तियों को धोकर 1 कटोरी सरसों के गर्म तेल में डालें और रंग बदलने तक पकने दें। तेल के हल्का ठण्डा होने के बाद उसे छालकर बालों की जड़ों में लगाएं। इससे बालों का रूखापन कम होने लगता है। इसके अलावा नीम के पेस्ट को एलोवेरा तेल में मिलाकर बालों के बीचों बीच लगाएं। उससे बालों में किसी भी प्रकार की एलर्जी से राहत मिलती है।
हाइड्रेटिंग गुणों से भरपूर रोज़मेरी का तेल बालों को पोषण प्रदान करता है। इससे समय से पहले सफेद होने वाले बालों की समस्या भी हल हो जाती है। सुईनुमा आकार की इन पत्तियों में कार्नोसिक एसिड पाया जाता है। इससे बालों की तमाम समस्याओं को हल किया जा सकता है।
रोज़मेरी ऑयल को नारियल के तेल में मिलाकर स्कैल्प पर लगाने से बालों की ग्रोथ बढ़ने लगती है। इसके अलावा रोजमेरी तेल की कुछ बूंदों को शैम्पू में डालकर हेयरवॉश करने से बालों का रूखापन दूर होने लगता है। सप्ताह में रोज़मेरी ऑयल का प्रयोग अवश्य करें।
बालों को मॉइस्चराइज करने के लिए पुदीने से बेहतर कोई भी नहीं है। एंटी माइक्रोबियल और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर पुदीने की मदद से स्कैल्प पर रूखेपन के कारण होने वाली ख्ुजली और किसी भी प्रकार की एलर्जी से बचा जा सकता है। इसके अलावा बालों की चिपचिपाहट को भी पुदीने की पत्तियों की मदद से दूर किया जा सकता है।
सबसे पहले मुट्ठी भर पुदीने की पत्तियां लेकर उन्हें धो ले और ग्राइंड करें। अब उस पेस्ट में लेमन जूस मिलाकर बालों में लगाएं। इससे स्कैल्प की चिपचिपाहट दूर होने लगती है। वहीं पुदीने की पत्तियों में एलोवेरा जेल मिलाकर लगाने से समय से पहले बढ़ने वाली ग्रे हेयर की समस्या और बालों का रूखापन दूर होने लगता है।
मोरिंगा प्रोटीन का रिच सोर्स है, जो बालों में बढ़ने वाली रूसी की समस्या को कम करता है और रूखापन भी हटाता है। बालों को मॉइश्चराइज़ करने के साथ हेयरफॉल की समस्या भी दूर करता है। मोरिंगा की पत्तियों में विटामिन, मिनरल और अमिनो एसिड पाए जाते हैं, जो बालों के टैक्सचर को मज़बूत बनाते हैं।
मोरिंग पाउडर में समान मात्रा में मेथीदाना पाउडर डालें। इन मिश्रण को पेस्ट की फॉर्म में लाने के लिए आवश्यकतानुसार दही को मिलाएं। इस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगाएं। इसके अलावा मोरिंगा ऑयल को बालों में लगाने के 30 मिनट के बाद बालों को धोएं। इससे भी बालों की शाइन बरकरार रहती है।
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