गले में खराश सबसे पहला संकेत है कि आपको सर्दी लगने वाली है। मौसम में छोटे – मोटे बदलाव के कारण गले में खराश होना आम बात है। यदि आप कुछ ठंडा लेते हैं जैसे आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक, तो इसकी वजह से भी आपके गले में खराश हो सकती है। मगर मुझे इन समस्याओं का सामना करना आता है। क्योंकि दवा की बजाए मेरे पास हैं मम्मी के बताए कुछ सुपर इफेक्टिव प्राकृतिक उपाय।
आजकल माहौल में बढ़ता हुआ स्मॉग, प्रदूषण, धूम्रपान, एसिड रिफ्लक्स, वायरल संक्रमण जैसे फ्लू या सर्दी, और स्ट्रेप जैसे जीवाणु संक्रमण सभी गले में खराश पैदा कर सकते हैं।
यह जितनी मामूली लगती है, उतनी है नहीं। गले में खराश अगर बढ़ जाए, तो सर्दी – खांसी, जुकाम, यहां तक कि थ्रोट इंफेक्शन (Throat Infection) भी हो सकता है। इसलिए मामूली सी खराश को भी नज़रअंदाज न करें। और अगर आप हर बार दवा नहीं लेना चाहते हैं, तो मेरी मम्मी के बताए इन नुस्खों को जरूर आजमाएं।
यह सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन कुछ ठंडा पीने से भी गले में आराम आ सकता है। इसके अलावा गरम पानी भी आपके गले के लिए फायदेमंद है। चाय या चिकन सूप जैसे गर्म पेय का सेवन करें। आप ठंडे तरल पदार्थ, जैसे कि बर्फ का पानी भी ले सकते हैं।
मगर इस नुस्खे को आजमाने से पहले, अपने गले की खराश का कारण समझ लें। अगर आपको ठंड लगने से गले में खराश है तो गर्म पेय के उपाय आजमाएं। और यदि कुछ गरम खाने के कारण आपके गले में दर्द है, तो ठंडे उपाय आप पर काम करेंगे।
गर्म नमक के पानी से गरारे करने से सूजन कम होती है। यह मुंह में बैक्टीरिया के विकास को रोकता है। नमक का पानी बलगम को पतला करने में भी मदद करता है और खांसी और गले में खराश के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचारों में से एक है। गले की खराश से राहत के लिए दिन में दो बार गरारे करें।
भाप लेना बंद नाक खोलने और नाक की नली को साफ रखने का सबसे अच्छा तरीका है। आप गरम पानी में पुदीने या नीम की पत्तियां डालकर भाप ले सकते हैं। इसके अलावा गर्म पानी से नहाने से भी गले की खराश में आराम आ सकता है।
हल्दी एक सुपर इफेक्टिव मसाला है, जिसे आपको निश्चित रूप से अपने आहार में शामिल करना चाहिए। इसकी सूजन रोधी शक्तियां गले में खराश से छुटकारा पाने में मदद कर सकती हैं। इसलिए ग्रीन टी, कोई भी काढ़ा पिएं, आपको जल्दी आराम मिलेगा। हल्दी की पानी भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
जब गले में खराश हो, तो ज़्यादा न बोलें। अपने गले को आराम दें और गुनगुना पानी पीते रहें। ज़्यादा बोलने या तेज़ आवाज़ में चिल्लाने से भी गले में तकलीफ बढ़ सकती है। इसके अलावा शरीर को पर्याप्त आराम देना भी ज़रूरी है। इलसिए, अच्छी नींद लें।
यह भी पढ़ें : सभी के लिए फायदेमंद नहीं है तांबे के बर्तन में पानी पीना, हम बताते हैं कैसे