दस्त (Loose motion) एक आम समस्या है, जो किसी को भी हो सकती है। इसके कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है और काफी कमजोरी महसूस होने लगती है। अगर समय पर दस्त को रोका न जाए, तो हॉस्पिटल जाने तक की नौबत आ सकती है। पर क्या हर बार दस्त के लिए दवा पर निर्भर होना ठीक है? तो इसका स्पष्ट जवाब है ‘नहीं’। क्योंकि हमारे रसोई घर में कुछ ऐसी रेमेडीज (Kitchen Remedies) हैं, जो दस्त होने पर आपको राहत दे सकती हैं। दादी-नानी के नुस्खों में शुमार ये 5 होम रेमेडीज, आप भी आजमा सकती हैं। आयुर्वेद (Ayurveda) भी इन नुस्खों का समर्थन करता है।
दस्त जिसे अंग्रेजी में डायरिया (diarrhea) के नाम से जाना जाता है, में शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है। बार-बार मल त्याग के कारण शरीर काफी कमजोरी महसूस करने लगता है। आयुर्वेद के अनुसार जब शरीर में उपस्थित दोष वात, पित्त, कफ में मुख्यतः वातदोष असंतुलित हो जाता है, तब यह समस्या हो सकती है।
इसके लिए अनहेल्दी फूड, खराब पाचन तंत्र और देर रात किया गया भोजन भी जिम्मेदार हो सकता है। कभी-कभी गर्म तासीर वाली चीजें या बासी भोजन भी इसका कारण हो सकता है। जिससे कई अन्य बीमारियां भी जन्म ले सकती हैं।
नमक चीनी के घोल के सेवन से दस्त से होने वाली कमजोरी दूर हो सकती है। यह दस्त को रोकने में भी काफी मददगार है। इस उपाय को आजमाने के लिए आप को बराबर मात्रा में पानी में नमक और चीनी का घोल तैयार करना है और इसे थोड़ी थोड़ी देर में पीना है। ताकि आपके शरीर में जो पानी की कमी हो रही है, उस पर काबू पाया जा सके।
नींबू का रस आंतों की सफाई करने में काफी मददगार है। यह आपके दस्त को रोकने में काफी मदद कर सकता है। इसके लिए आपको एक कप पानी में नींबू का रस मिला देना है और रोज दिन में तीन बार यानी सुबह, दोपहर, शाम इसका सेवन करना है। कई लोगों को दस्त के साथ पेचिश या खूनी पेचिश की समस्या भी हो जाती है, यह उसमें काफी मददगार साबित हो सकता है।
1 लीटर पानी में एक चम्मच जीरे को ऊबाल लें और फिर ठंडा करके रख लें। आपको पानी तब तक उबालना है, जब तक यह उबलकर आधा न रह जाए। उसके बाद थोड़ी-थोड़ी मात्रा में उसका सेवन करें। यह दस्त रोकने का काफी अच्छा उपाय है।
दस्त में मेरी मम्मी केला खाने के लिए कहती हैं। हालाकि जब इसकी वजह जानी तो पता चला कि केले में पोटैशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। पोटैशियम इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करता है, जो बार-बार दस्त आने की वजह से कम हो जाते हैं।
ताजा नारियल पानी दस्त से पीड़ित रोगियों को पिलाने की सलाह दी जाती है। दरअसल नारियल पानी में पोटैशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। जो शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। ये लूज मोशन की वजह से होने वाले डिहाइड्रेशन से बचाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है।