तरह तरह के कैमिकल्स का इस्तेमाल और अलग अलग प्रकार के हेयरस्टाइल स्कैल्प की सेहत को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। इससे स्कैल्प पर खुजली की समस्या बढ़ने लगती है। दरअसल, गुलाबी ठण्ड के दस्तक देते ही कई मौसमी बीमारियों के साथ स्कैल्प की ड्राईनेस (Scalp dryness) भी बढ़ने लगती है। इस परेशानी को दूर करने के लिए लगभग मार्केट में मौजूद ऑयल और शैम्पू से लेकर कई प्रकार के सीरम समेत अन्य प्रोडक्ट्स ट्राई करने लगते हैं। मगर समस्या ज्यों की त्यों बनी रहती है। जानते है कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे जिनकी मदद से आप स्कैल्प पर होने वाली खुजली से पा सकते हैं राहत (tips to get rid of itchy scalp)।
इस बारे में एमडी, एमबीबीएस, डर्माटोलॉजिस्ट डॉ नवराज सिंह विर्क का कहना है बालों को डिटेंगल करने के लिए हेयरब्रश का प्रयोग किया जाता है। अगर आप हार्ड या डर्टी ब्रश का इस्तेमाल करते हैं। तो उससे बालों में बैक्टीरिया बढ़ने लगता है। जो खुजली का मुख्य कारण साबित होता है। नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अत्यधिक तनाव, एलर्जी, शुगर की समस्या और कई प्रकार के ऑटोइम्यून डिज़ीज (autoimmune disease) भी सिर में खुजली होने का कारण बनने लगते है। इसके अलावा हार्श केमिकल्स से भरपूर शैम्पू से रोज़ाना बालों को धोना भी खुजली और हेयरफॉल का कारण बन जाता है। ऐसे में कुछ घरेलू नुस्खे आपकी इस समस्या को हल कर सकते हैं।
एंटी बैक्टीरियल प्रापर्टीज़ से भरपूर टी ट्री ऑयल स्कैल्प को खुजली और रैशेज़ की परेशानी से निजात दिलाने में मदद करता है। इसे नियमित तौर पर लगाने से ये स्कैल्प की लेयर्स में मौजूद इरिटेंटस को दूर करके बालों को मज़बूती प्रदान करता है। 10 से 15 बूंदों को ऑलिव ऑयल में मिलाकर बालों में मसाज करें। 30 से 40 मिनट तक बालों में तेल को लगा रहने दें औ फिर किसी माइल्ड शैम्पू से बालों को धो लें। इससे बालों की खूबसूरती बढ़ने लगती है और स्कैल्प हेल्दी रहता है।
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार नारियल के तेल में लॉरिक एसिड पाया जाता है। ये एक प्रकार का सेचुरेटिड फैट होता है। जो बालों को मज़बूत बनाता है और बार बार होने वाली खुजली कम होने लगता है। नारियल के तेल में कपूर को मिलाकर लगाने से बालों में मौजूद किसी भी प्रकार का बैक्टीरियल इंफे्क्शन दूर हो जाता है। एंटी.माइक्रोबियल प्रॉपर्टीज के कारण स्कैल्प की स्किन को हेल्दी बनाए रखता है। 4 चम्मच नारियल के तेल को गुनगुना करके उसमें 1 क्यूब कपूर की मिलाकर बालों में मसाज करें।
बालों की खराश बढ़ने से हेयरफॉल का खतरा भी बना रहता है। ऐसे में सरसों के तेल की मसाज के अलावा सरसों के तेल में नींबू का रस और दही मिलाकर हेयरवॉश से पहले बालों में मास्क लगाएं। इस मास्क को 15 से 30 मिनट तक बालों में लगा रहने दें। दही में मौजूद मॉइश्चराइजिंग गुण बालों का रूखापन दूर करने लगते हैं। इससे बाल मुलायम और स्वस्थ बनते हैं। इससे इची स्कैलप् की समस्या हल हो जाती है। सप्ताह में 2 से 3 बार इस मास्क को बालों में लगाने से बेहद फायदा मिलता है।
बेकिंग सोडा में एंटी फंगल एजेंटस पाए जाते हैं। जो स्कैल्प पर मौजूद डेड स्किन सेल्स को रिमूव करके इंफलामेशन से बचाते हैं। साथ ही स्कैल्प का पीएच लेवल रिस्टोर करके में मददगार साबित होते हैं। इसके लिए दो चम्मच बेकिंग सोडा में 1 चम्मच पानी मिलाकर स्कैल्प पर 10 से 15 मिनट तक लगाकर छोड़ दें। अब बालों को माइल्ड शैम्पू से धोएं। इससे फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है और स्कैल्प भी हेल्दी रहता है।
बालों की कंडीशनिंग के लिए केले का प्रयोग किया जा सकता है। इससे सर्दियों की शुरूआत के साथ होने वाली रूसी की समस्या भी हल हो जाती है। केले को मैश करके उसके बराबर मात्रा में एवोकाडो को मिलाएं। अब इस मिश्रण को बालों में लगा दें। 30 मिनट तक बालों में लगा रहेने के बाद हेयरवॉश करें। बालों को धोने के लिए माइल्ड शैम्पू प्रयोग करें। इससे बालों का रूखापन कम होने लगता है।