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पेट की जलन से हो गया है सब अस्त-व्यस्त, तो तुरंत राहत के लिए आजमाएं ये घरेलू उपाय

जब आप जल्दबाजी में खाना खाती हैं, या खाना खाते ही तुरंत सो जाती हैं, तो ये आपके पेट पर अतिरिक्त भार डालता है। जिससे पेट में जलन हो सकती है।
Published On: 18 Sep 2022, 02:00 pm IST
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acidity ban sakti hai cancer ka karan
एसिडिटी कैंसर का कारण बन सकती है । चित्र : शटरस्टॉक

एक समय था जब लोग नियमित वक़्त पर भोजन कर लिया करते थे, लेकिन आजकल भागादौड़ के इस दौर में लोगों के लिए खाने से अधिक जरूरी काम हो गया है। यह आदत कई बीमारियों की वजह बन सकती है। इनमें पेट की जलन (Stomach burning) भी एक आम परेशानी है, जो धीरे-धीरे सीने तक फैलने लगती है। यह जलन कुछ और नहीं, बल्कि पेट में एसिड रिफ्लक्स (Acid reflux) है। इसकी वजह से पूरी जीवनशैली पर प्रभाव पड़ता है, लेकिन पेट में जलन क्यों होती है और पेट में जलन होने पर क्या (how to stop stomach burning) करें?

acid reflux kabhi kabhi bahut painful ho jata hai
एसिड रिफ्लक्स कभी-कभी बहुत दर्दनाक भी हो सकता है। चित्र: शटरस्टॉक

पेट में जलन क्यों होती है और इससे शरीर में क्या परेशानी होती है यह जानने के लिए हमने बात की सिल्वर लाइन हॉस्पिटल में सर्जन डॉ. शोएब इक़बाल से।

पेट की जलन की वजह (Causes of stomach burning)

डॉ इकबाल के मुताबिक, पेट में जलन एसिड रिफ्लक्स की वजह से हो सकती है। एसिड रिफ्लक्स यानी जब भोजन पेट के निचले हिस्से में पहुंचकर दोबारा ऊपर भोजन नली (Food Pipe) में आने लगता है। इस समस्या को गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal Reflux Disease – GERD) के नाम से भी जाना जाता है।

  • मोटापा की वजह से पेट पर अधिक दबाव पड़ना।
  • प्रेगनेंसी
  • हर्निया
  • अल्कोहॉल
  • खाना खाने के तीन घंटों में ही लेट जाना।
  • स्मोकिंग

कुछ दवाइयों की वजह से भी पेट में जलन हो सकती है

  • अस्थमा के उपचार में ली जाने वाली दवाइयां।
  • हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए कैल्शियम चैनल ब्लॉकर।
  • एलर्जी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाइयां।
  • नींद की दवाई।
  • डिप्रेशन की स्थिति में ली जाने वाली एंटीडिप्रेसेंट दवाइयां।
  • असामान्य पीरियड्स या बर्थ कंट्रोल के लिए प्रयोग की जाने वाली दवाइयां।

अन्य वजह

  • पेट में अल्सर
  • अपच की वजह से भी पेट में जलन हो सकती है

पहचानिए पेट में होने वाली जलन के लक्षण

  • पेट, सीने और गले में जलन की समस्या।
  • जी मिचलाना या उल्टी होना।
  • मुंह से दुर्गंध आना।
  • गले में खराश होना।
  • खांसी या घबराहट।
  • हिचकी आना।
  • कुछ निगलने में परेशानी होना।

यहां हैं पेट की जलन को शांत करने के लिए घरेलू उपाय

डॉ इकबाल के मुताबिक, सीने, पेट एवं गले की जलन से बचने के लिए कुछ सरल घरेलू उपाय करने चाहिए। ये उपाय पेट की जलन का इलाज नहीं हैं, ये केवल परेशानी से कुछ हद तक आराम दिलाने में सहायक हो सकते हैं। हम सलाह देंगे कि समस्या गंभीर होने पर डॉक्टरी इलाज जरूर करवाएं।

1. सेब का सिरका

सामग्री- सेब का सिरका दो से तीन चम्मच, शहद (वैकल्पिक) दो से तीन बूंद, पानी एक चौथाई कप

कैसे करना है सेवन

पेट में जलन के इलाज के लिए सभी सामग्रियों को मिलाकर खाने से आधे घंटे पहले पिएं।

कैसे लाभकारी है?

पेट में जलन से राहत पाने के लिए खाने से 30 मिनट पहले इस घोल का सेवन पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ाकर, खाने को जल्दी पचाने में सहायता कर सकता है। इससे पेट में होने वाली जलन से कुछ हद तक राहत मिल सकती है।

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2. नींबू का रस

सामग्री- नींबू का ताजा रस एक चम्मच, पानी एक गिलास गुनगुना

कैसे करना है सेवन-

नींबू के रस को पानी में मिलाकर इसका सेवन करें।

कैसे लाभकारी है?

पेट में अल्सर की वजह से भी पेट में जलन की समस्या हो सकती है। ऐसे में नींबू के रस का सेवन इस परेशानी में कुछ हद तक फायदेमंद हो सकता है। असल में, नींबू में एंटीअल्सर प्रभाव के गुण पाए जाते हैं, जो अल्सर की स्थिति में कुछ हद तक सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर पेट में जलन के जोखिम को कम कर सकता है।

aloe vera apki sehat ke liye kamal kar sakta hai
ऐलोवेरा आपकी सेहत के लिए कमाल कर सकता है। चित्र:शटरस्टॉक

3. एलोवेरा जूस

सामग्री- एलोवेरा जूस आधा कप

कैसे लाभकारी है?

खाना खाने से 30 मिनट पहले आधा कप एलोवेरा जूस का सेवन करें।

कैसे फायदेमंद है?

एलोवेरा जेल में एंथ्राक्विनोन (Anthraquinones) नामक यौगिक पाया जाता है, जिसमें लैक्सटिव (प्राकृतिक रूप से पेट साफ करने का गुण) होता है। यह न केवल आपकी आंत में पानी की मात्रा को बढ़ा सकता है, बल्कि जल स्राव को भी बढ़ा सकता और साथ ही मल त्याग की गतिविधि को आसान बना सकता है।

4. दूध

सामग्री- दूध एक गिलास ठंडा

कैसे लाभकारी है?

पेट में जलन का इलाज करने के लिए दोपहर में खाने के बाद एक गिलास ठंडा दूध पी सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है?

ठंडे दूध का उपयोग पेट और सीने में जलन का घरेलू उपाय करने के लिए भी किया जा सकता है। ठंडे दूध में एंटासिड (एसिडिटी को कम करने वाला) गुण होते हैं, जो हाइपरएसिडिटी (एसिडिटी का गंभीर रूप) को कम कर पेट की जलन से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
निशा कपूर
निशा कपूर

देसी फूड, देसी स्टाइल, प्रोग्रेसिव सोच, खूब घूमना और सफर में कुछ अच्छी किताबें पढ़ना, यही है निशा का स्वैग।

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