सुपरफूड माने जाने वाले अलसी के बीज महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। खासतौर से अगर आप किसी तरह के हार्मोनल परिवर्तन से गुजर रहीं हैं, तो अलसी के बीज आपके लिए डाइट में शामिल करना राहत भरा हो सकता है। आयुर्वेद में अलसी को महत्वपूर्ण दर्जा दिया गया है। अलसी के इन बारीक और चमकदार बीजों में सेहत के कई बड़े राज़ छिपे हुए है। अलसी को बीज, पाउडर और तेल की फॉर्म में ज़रूरत के मुताबिक इस्तेमाल किया जाता है। पर आज मनिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ नुट्रिशन और डाइटीटिक्स डॉ अदिति शर्मा आपको बताएंगी भुनी हुई अलसी का सेवन (roasted flax seeds benefits) करने के फायदे।
एंटीफंगल गुणों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर अलसी को अंग्रेजी में फ्लैक्स सीड्स कहकर पुकारा जाता है। अलसी के दो प्रकार होते हैं सुनहरी और भूरी। सुनहरी अलसी में भूरी अलसी के मुकाबले कम ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। अलसी के बीज की पैदावार भारत के अलावा अमेरिका और अर्जेंटीना में भी होती है।
मायो क्लिनिक के एक रिसर्च में पाया गया है कि अलसी के बीज टाइप 2 डायबिटीज़ वाले लोगों में करने में मददगार साबित होते हैं। इसके अलावा अलसी के बीज से अलसी के तेल से कहीं ज्यादा अच्छे रिज़ल्ट्स मिलते हैं। रिसर्च में यह भी पाया गया है कि अगर अधिक मात्रा में अलसी के बीजों का सेवन किया जाए, तो वो ब्लॉटिंग, डायरिया और एसिडिटी का कारण बन सकते हैं। इसलिए सीमित मात्रा में ही अलसी का सेवन करना चाहिए।
अलसी के सेवन से महिलाओं के शरीर में हार्मोंस का संतुलन बना रहता है। इनमें पाया जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड बालों को मज़बूती प्रदान करने का काम करता है। वहीं अलसी का तेल लगाने से बालों की ग्रोथ में मदद मिलती है। वहीं लेक्टेटिंग मदर्स के लिए ये स्तन का दूध बढ़ाने में फायदेमंद साबित होते हैं।
फाइबर रिच अलसी में हेल्दी फैट पाए जाते हैं, जो शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। अलसी में एंटी डायबिटीक तत्व पाए जाते हैं। इससे शरीर में इंसुलिन की रेशो को आसानी से बैलेंस किया जा सकता है।
अलसी में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। इससे शरीर को एक या दो नहीं बल्कि ढेरों फायदे मिलते है। ये हमारे हार्ट को हेल्दी रखने का काम करता है। इसके सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल को भी आसानी से बढ़ने से रोका जा सकता है। साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी नियमित होने लगता है। अलसी को आप भूनकर या किसी भी तरह से खा सकते है। आप खाने में अलसी का तेल भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
अलसी के बीज फाइबर रिच होते हैं, जिससे हमारा पाचन संस्थान दुरूस्त हो जाता है। इसका रोज़ाना सेवन करने से खाना आसानी से पचने लगता है और कब्ज की समस्या से राहत मिलती है।
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कस्टमाइज़ करेंअलसी को खाने से बहुत देर तक पेट भरा हुआ रहता है। ऐसे में बार बार भूख लगने की समस्या से छुटकारा मिल जाता है। वज़न अपने आप कम होने लगता है।
अलसी का सेवन करने से कैंसर जैसी दर्दनाक बीमारी से भी मुक्ति पाई जा सकती है। दरअसल, इसमें एंटीऑक्सीडेंटस और एस्ट्रोजन तत्व पाए जाते हैं, जो एंटीकैसर सेल्स को बनने से रोकते है। अलसी का प्रयोग कैंसर के प्रभाव को कम करने का भी काम करता है।
1 आप अलसी को पकी हुई सब्जियों में मिलाकर खा सकते है। इससे खाने का पोषक मूल्य बढ़ जाता है।
2 अगर आप फिटनेस को लेकर चिंतित रहते हैं, तो स्मूदी पर डालकर भी अलसी का सेवन कर सकते हैं।
3 इसके अलावा आप दही के रायते में भी जीरे की जगह अलसी का प्रयोग कर सकते हैं।
4 सबसे अच्छी बात यह है कि अलसी किसी भी टेस्ट को प्रभावित नहीं करती। इसलिए आप आप चाहें तो गाजर और सूजी के हलवे में मिलाकर भी अलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं।
5 सर्दी के मौसम में अलसी, आटे और सूखे मेंवों को मिलाकर बनाए जाने वाले लड्डू भी बेहद पौष्टिक होते हैं। आप सर्दियों में अलसी के बीजों के लड्डू बनाकर रख सकती हैं। ये नई मां के लिए स्तन का दूध बढ़ाने में भी कारगर माने जाते हैं।
6 इन दिनों बाज़ार में बिकने वाली चिकी या गजक में भी अलसी का प्रयोग किया जाने लगा है। आप चाहें तो अलसी का इस्तेमाल कुकीज में भी कर सकती हैं।
7 अलसी, अजवायन और तिल को मिलाकर आप माउथफ्रेशनर के तौर पर भी खा सकते हैं।
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