गर्म मौसम में वेजाइनल या यीस्ट इंफेक्शन से बचना है, तो आहार में शामिल करें ये 5 ट्रेडिशनल चटनी रेसिपीज

गर्मी में सबसे अधिक यीस्ट इन्फेक्शन का खतरा रहता है। यदि यीस्ट इन्फेक्शन हो गया है या उससे बचाव करना चाहती हैं, तो आहार में नियमित रूप से शामिल करें इन 5 पत्तियों की चटनियों को। इनके पोषक तत्व यीस्ट इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं और बचाव के भी उपाय करते हैं।
Mango chutney recipe
चटनी में मौजूद पोषक तत्व इन्फेक्शन से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं।चित्र : अडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Published: 24 Apr 2024, 07:00 pm IST
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Preparation Time
Preparation Time 10 mins
Cook Time
Cook Time 2 mins
Total Time
Total Time 11 mins
Serves
Serves 1

गर्मी के मौसम में महिलाओं में यीस्ट संक्रमण के मामले बढ़ जाते हैं। योनि में बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण खुजली और जलन होने लगती है। इसके कारण किसी भी महिला को अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। आज भी गांवों में गर्मी का मौसम आने पर महिलाएं अपने भोजन में तरह-तरह की चटनी का प्रयोग करने लगती हैं। मां कहती है कि ये चटनी पत्तियों या हर्ब से तैयार (chutney recipes to avoid vaginal infection) की जाती हैं। इनमें मौजूद पोषक तत्व इन्फेक्शन से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं।

क्यों गर्मी में बढ़ जाता है यीस्ट संक्रमण (Vaginal infection in summer)

सेक्सुअल हेल्थ जर्नल के अनुसार, गर्म मौसम के कारण शरीर में यीस्ट तेजी से बढ़ते हैं। इनका बढ़ना बहुत हद तक स्वच्छता पर भी निर्भर करता है। इसलिए यीस्ट संक्रमण साल के किसी भी समय हो सकता है। यीस्ट योनि क्षेत्र में गर्म और नम वातावरण में पनपता है। गर्मी के दिन में शारीरिक गतिविधि से निकलने वाला पसीना, स्वीमिंग के बाद गीले स्विमसूट और टाइट पैंटी या नायलॉन अंडरवियर गर्म और नम वातावरण में योगदान देते हैं। ये यीस्ट को पनपने में मदद करते हैं।

यहां हैं मां की बताई 5 पत्तियों की चटनियां, जिन्हें शामिल करने से यीस्ट इन्फेक्शन खत्म हो सकता है (leaves chutney for vaginal infection)

1 अजवाइन की पत्तियों की चटनी (Oregano chutney)

नेचर जर्नल के अनुसार, अजवाइन या ऑरिगेनो मुख्य रूप से फाइबर, कैल्शियम, पोटेशियम, सोडियम, फॉस्फोरस, थायमिन, आयरन, नियासिन से भरपूर होती हैं। इनकी पत्तियां बहुत अधिक तला हुआ भोजन खाने से उत्पन्न होने वाली गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियों से राहत दिला सकती हैं। पाचन में सुधार कर इन्फेक्शन से भी राहत दिला सकती हैं। खाना खाने के बाद कुछ पत्तियां चबा सकती हैं।

कैसे तैयार करें चटनी

सामग्री : आजवाइन की कुछ पत्तियां, 1 स्पून लेमन जूस, 1 स्पून अलसी, 2 हरी मिर्च, स्वाद के अनुसार काला नमक।
इन सभी सामग्री को मिक्स कर लें। इन्हें ब्लेंडर की मदद से पीस लें।

2 पत्थरचट्टा की चटनी (Patharchatta chutney)

न्यूट्रिएंट जर्नल के अनुसार, पत्थरचट्टा में प्रोटीन, कॉपर, ज़िंक, पोटेशियम, निकल, कैल्शियम, सोडियम, लेड और कैडमियम जैसे कई मैक्रो और माइक्रो पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनमें बायोएक्टिव कंपाउंड जैसे एल्कलॉइड्स, फ्लेवोनोइड्स, ग्लाइकोसाइड्स, ट्राइटरपेन्स और कार्डिएनोलाइड्स भी पाए जाते हैं। यह फंगस के विकास को रोक सकता है। इसलिए यूरीन इन्फेक्शन होने पर भी यह खाया जाता है। यह समग्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाता है।

pattharchatta ki chutney poore shreer ko fayda pahunchata hai.
पत्थरचट्टा फंगस के विकास को रोक सकता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

कैसे तैयार करें चटनी

सामग्री : पत्थरचट्टा की कुछ पत्तियां, 1 स्पून लेमन जूस, 1 स्पून धनिया, 2 हरी मिर्च, स्वाद के अनुसार काला नमक।
इन सभी सामग्री को मिक्स कर लें। इन्हें ब्लेंडर की मदद से पीस लें।

3 अमरूद की पत्ती की चटनी (Guava leaves chutney)

अमरूद की पत्तियां कैल्शियम, पोटेशियम, सल्फर, सोडियम, आयरन, बोरॉन, मैग्नीशियम, मैंगनीज और विटामिन सी, विटामिन बी जैसे मिनरल का समृद्ध स्रोत हैं। ट्राइकोमोनिएसिस के कारण होने वाले योनि स्राव के इलाज में अमरूद की पत्ती को उबाल लिया जाता है। पानी ठंडा होने पर इससे योनि को धोया जाता है।
यह कैंडिडिआसिस सेल्स जो यीस्ट संक्रमण का कारण बनती हैं का उपचार करती है। यह घरेलू उपचार सुरक्षित है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। अमरूद की जड़ों, पत्तियों और फलों का उपयोग पारंपरिक रूप से विभिन्न संक्रमणों को रोकने और उनका इलाज करने के लिए किया जाता रहा है।

कैसे तैयार करें चटनी

सामग्री : अमरुद की कुछ पत्तियां, 1 स्पून लेमन जूस, 1 चुटकी काली मिर्च पाउडर , 2 हरी मिर्च, स्वाद के अनुसार काला नमक।
अमरुद की पत्तियों को उबाल लें। उबली हुई पत्ती और सभी सामग्री को मिक्स कर लें। इन्हें ब्लेंडर की मदद से पीस लें।

4 धनिये की पत्तियों की चटनी (Coriander leaves chutney)

धनिया की पत्तियां विटामिन ए और विटामिन सी का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं। धनिया की पत्तियों में डायटरी फाइबर, आयरन, मैंगनीज, कैल्शियम, विटामिन के, फास्फोरस जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
धनिया की पत्तियां और धनिया के बीज दोनों यीस्ट इन्फेक्शन के खिलाफ मदद कर सकते हैं।

कैसे तैयार करें चटनी

सामग्री : धनिया की कुछ पत्तियां, 1 स्पून लेमन जूस, 2 हरी मिर्च, स्वाद के अनुसार काला नमक।
धनिया की पत्ती और सभी सामग्री को मिक्स कर लें। इन्हें ब्लेंडर की मदद से पीस लें। यदि अधिक खट्टा पसंद करती हैं, तो इमली का 4-5 बूंद रस भी मिला सकती हैं।

dhaniya chutneyvaginal infection ko door karti hai.
धनिया की पत्तियों में डायटरी फाइबर, आयरन, मैंगनीज, कैल्शियम, विटामिन के, फास्फोरस जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। चित्र : अडॉबी स्टॉक

5 पुदीने की चटनी (Mint leaves chutney)

एक सामान्य यीस्ट इन्फेक्शन कैंडिडा एल्बिकैंस की रोकथाम और उपचार में पुदीना एक पावरफुल हर्ब है।
पुदीने में डायटरी फाइबर के अलावा, विटामिन सी, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम भी मौजूद होते हैं।

कैसे तैयार करें चटनी (chutney recipes to avoid vaginal infection) 

सामग्री : पुदीने की कुछ पत्तियां, 1 कच्चा आम, 1 चुटकी काली मिर्च पाउडर , 2 हरी मिर्च, स्वाद के अनुसार काला नमक।
पुदीने की पत्ती और सभी सामग्री को मिक्स कर लें। इन्हें ब्लेंडर की मदद से पीस लें।

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स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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