कानों में आकर्षक झुमके वाकई प्यारे लगते हैं। इसके लिए ईयर पीयर्सिंग होना जरूरी है । कभी- कभारईयर पीयर्सिंग के कारण कान में सूजन, रेडनेस या जलन जैसी समस्या होने लगती है। इसके पीछे संक्रमण जिम्मेदार हो सकता है। ईयर पीयर्सिंग के कारण होने वाला संक्रमण आम है। आमतौर पर संक्रमण अपने आप ठीक हो जाते हैं। कभी-कभार समस्या सधिक होने पर डॉक्टर को दिखाना पड़ता है। मां कहती है कि कान छिदवाने पर हुए संक्रमण को सही घरेलू उपचार (ear piercing infection) के साथ ठीक किया जा सकता है।
कान छिदवाना या ईयर पीयर्सिंग कान के लोब या मध्य या ऊपरी कान में कार्टिलेज के माध्यम से किया जाने वाल छेद है। पियर्सिंग कार्टिलेज के माध्यम से होने के कारण संक्रमण होता है। कार्टिलेज कान के रिम में मौजूद कठोर ऊतक होता है। नया किया गया छेद एक खुला घाव है, जिसे जर्म इन्फेक्शन होने का डर बना रहता है। उस दौरान घाव में प्रवेश करने वाला कोई भी बैक्टीरिया संक्रमण का कारण बन सकता है।
ईयर पीयर्सिंग इन्फेक्शन होने पर पूरी तरह से ठीक होने में कई सप्ताह लग सकते हैं। कान छिदवाने पर होने वाला संक्रमण लाल, सूजा हुआ, दर्द, गर्म, खुजली वाला या टेंडर स्किन हो सकता है। कभी-कभी होल से ब्लड निकले लगता है। इससे सफ़ेद, पीला या हरा मवाद भी निकल सकता है।
यह संभवतः एक छोटा संक्रमण होता है, जिसका घर पर इलाज किया जा सकता है। नरम ऊतकों में मामूली संक्रमण के लिए ये उपाय किये जा सकते हैं।
सबसे पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से धो लें। 1 कप पानी में लगभग 1/2 चम्मच नमक मिलाकर नमक का घोल तैयार कर लें। नमक घुलने तक मिश्रण को हिलाती रहें।
पियर्सिंग ज्वेलरी को नहीं हटाएं। उसे उसी स्थान पर लगा रहने दें। नमक के घोल में कॉटन बॉल भिगो लें। इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
प्रभावित क्षेत्र को साफ कॉटन या टिश्यू से धीरे से थपथपाकर सुखा लें। फिर प्रोडक्ट लेबल पर दिए गए निर्देशों के अनुसार ओवर-द-काउंटर एंटीबायोटिक क्रीम की थोड़ी मात्रा लगा लें। ये नियोस्पोरिन, बेसिट्रैसिन या अन्य क्रीम भी हो सकती हैं।
पियर्सिंग ज्वेलरी के त्वचा से चिपकने पर स्किन पर घाव हो सकते हैं। यह दर्द कर सकता है। इसलिए पियर्सिंग ज्वेलरी को त्वचा से चिपकने से रोकने के लिए उसे दिन भर में कुछ बार घुमा लिया करें। संक्रमण ठीक होने तक दिन में तीन बार ऐसा करें।
यह भी सुनिश्चित करें कि आपके फ़ोन साफ़ हों। आप हर दो दिन में अपने तकिए का कवर साफ़ करके बदलें। अगर तीन दिनों में संक्रमण ठीक नहीं होता है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
ईयर पीयर्सिंग इन्फेक्शन होने पर पूरी तरह से ठीक होने में कई सप्ताह लग सकते हैं। पियर्सिंग करवाने के बाद अपने कानों को दिन में दो बार उपलब्ध रिंस या स्टेराइल सलाइन से साफ करें। ज्वेलरी को तुरंत नहीं खोलें, इससे त्वचा को चोट लग सकती है और संक्रमण हो सकता (ear piercing infection) है। कान की बाली निकाले बिना पियर्सिंग के आस-पास की सफाई कर सकती हैं। इसे बार-बार नहीं छूएं या उनसे नहीं खेलें। यह संक्रमण शुरू होने का एक आम तरीका है।
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