एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर कोको पाउडर एक प्लांट बेस्ड फूड है। ये न सिर्फ खाने के स्वाद को बढ़ाता है बल्कि उसकी न्यूट्रीशन वैल्यू (nutrition value) को भी दोगुना कर देता है। पिछले दिनों आई एक स्टडी के अनुसार कोको पाउडर के सेवन से मेमोरी बढ़ती है और कॉग्निटिव फंक्शन को बढ़ाती है। दरअसल, इसके सेवन से मस्तिष्क में ब्लड फ्लो (blood flow) नियमित होने लगता है, जिससे बार बार भूलने की समस्या से बचा जा सकता है। कोको बीन्स को कुचलकर तैयार किया जाने वाले कोको पाउडर (cocoa powder) चॉकलेट समेत कई चीजों में प्रयोग किया जाता है। जानते हैं कि किस प्रकार कोको एक्स्ट्रैक्ट की मदद से मेंटल हेल्थ होती है बूस्ट (benefits of cocoa powder for brain)।
इस बारे में बातचीत करते हुए नूट्रिशनिस्ट एंव डायटीशियन मनीषा गोयल ने बताया कि कोको पाउडर में पॉलीफेनोल्स की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। जो एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। इसके सेवन से शरीर में बेहतर रक्त प्रवाह, निम्न रक्तचाप, बेहतर कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता हैं। कोको पॉलीफेनोल्स के सबसे बेहतरीन स्रोतों में से एक है। इसके अलावा कोको पाउडर में संज्ञानात्मक गिरावट यानि कॉग्निटिव गिरावट को रोकने और कॉग्निटिव क्षमताओं को बनाए रखने की क्षमता होती है।
बाज़ार में मिलने वाले कोको बीन्स को पीसकर कोका पाउडर तैयार किया जाता है। चॉकलेट बनाने में प्रयोग किए जाने वाले कोको पाउडर में फैट्स कम मात्रा में पाए जाते हैं। कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के अलावा मेंटल हेल्थ को मज़बूत बनाने में मददगार साबित होता है।
एनआईएच के अनुसार कोको पाउडर में पाए जाने वाले फ्लेवनॉल नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को प्रभावित करते हैं। इससे ब्लड वेसलस को आराम मिलता है, जो मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को नियमित बनाता है। एक रिसर्च के अनुसार 34 लोगों को कोको पाउडर दिया गया। अध्ययन के मुताबिक जहां पहले सप्ताह में ब्रेन में ब्लड फ्लो 8 फीसदी और दो सप्ताह के बाद 10 फीसदी तक बढ़ गया।
कोको के सेवन से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बढ़ने लगता है। इससे मेंटल हेल्थ बूस्ट होती है और याददाश्त तेज़ होती है। साथ ही किसी भी चीज़ पर फोकस करने की क्षमता भी बढ़ जाती है। इसके अलावा शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन बढ़ता है जो मूड बूस्टर के रूप में कार्य करता है। इससे शरीर में बढ़ने वाले तनाव से बचा जा सकता है।
दिनों दिन बढ़ रहे तनाव को कम करने के लिए कोको के सेवन से डोपामाइन और सेरोटोनिन दोनों न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर को बढ़ावा मिलता है। इससे तनाव को कम करके मन को शांति और सुकून पहुंचता है। साथ ही छोटी छोटी बातों को लेकर मन विचलित नहीं होता है। इससे व्यक्ति के अंदर संतुष्टि की भावना भी बढ़ती है।
अस्त व्यस्त दिनचर्या के चलते लोगों को पोषण की पर्याप्त मात्रा नहीं मिल पाती है। ऐसे में कोको के अर्क को आहार में शामिल करने से मानसिक विकास तेज़ी से होता है। इसमें फ्लेवनॉल उच्च मात्रा में पाया जाता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है। इससे कॉग्निटिव स्किल्स बढ़ते हैं यानि सोचने समझने और याद रखने की क्षमता में सुधार आने लगता है।
मेंटल हेल्थ को मज़बूत बनाने के अलावा कोको के सेवन से इसमें मौजूद फ्लेवोनोल्स से ब्लड प्रेशर की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा ब्लड में गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ता हैं। इससे हृदय संबधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है और एंटी एजिंग एजेंट के रूप में भी स्किन को फायदा पहुंचाता है।
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