कोरियरन स्किन हो या आपके फेवरिट सेलेब की स्किन, यकीनन आपको भी उन जैसी स्किन पाने की ख्वाहिश रही होगी! जब ऐसी इच्छा होती है, तो हम सबसे पहले उनके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले स्किन केयर प्रोडक्ट ढूंढने लगते हैं। जबकि स्किन हेल्थ त्वचा को अंदर से मिल रहे पोषण पर निर्भर करती है। स्किन आपके स्वास्थ्य का आईना भी है। दुनिया भर में कोई भी क्रीम या सीरम ऐसा नहीं है, जो अच्छे पोषण की जगह ले सके। इसलिए यह जरूरी है कि आप उस जरूरी विटामिन के बारे में जानें, जो त्वचा का स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए जरूरी है। जी हां, हम बात कर रहे हैं विटामिन ई के। तो आइए जानते हैं त्वचा के लिए विटामिन ई के फायदे (Vitamin E benefits for skin)।
डायटीशियन और वेट लॉस एक्सपर्ट शिखा कुमारी हमेशा बाहरी सुंदरता के लिए अंदरूरी पोषण पर ध्यान देने की सिफारिश करती हैं। इसी तरह स्किन के लिए वे विटामिन ई को जरूरी बताती हैं। वे कहती हैं, “विटामिन ई एक पोषक तत्व है जो आंखों की रोशनी, प्रजनन क्षमता, रक्त, मस्तिष्क और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
विटामिन ई में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। एंटीऑक्सिडेंट ऐसे पदार्थ हैं जो आपकी कोशिकाओं को मुक्त कणों के प्रभाव से बचा सकते हैं। मुक्त कण हृदय रोग, कैंसर और अन्य बीमारियों में भूमिका निभा सकते हैं। यदि आप विटामिन ई को इसके एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए लेते हैं, तो ध्यान रखें कि सप्लीमेंट भोजन में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट के समान लाभ प्रदान नहीं कर सकता है।
विटामिन ई मुख्य रूप से अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। यह शरीर में हानिकारक मुक्त कणों को बेअसर करने में मदद करता है, जो कोशिकाओं और डीएनए को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करती है और पुरानी बीमारियों के खतरे को कम कर सकती है।
विटामिन ई उम्र से संबंधित धब्बेदार अंधेपन के लिए फायदेमंद हो सकता है, जो कि वृद्ध वयस्कों में दृष्टि हानि का प्रमुख कारण है। 2016 के एक अध्ययन में विटामिन ई (ओमेगा -3 फैटी एसिड, जिंक और विटामिन डी जैसे अन्य पोषक तत्वों के साथ) के कम सेवन को उम्र से संबंधित मैक्यूलर डिजनरेशन के उच्च जोखिम को बताया गया है।
विटामिन ई का उपयोग अक्सर स्किन केयर प्रोडक्ट में किया जाता है क्योंकि इसमें त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की क्षमता होती है। यह त्वचा को पराबैंगनी (यूवी) विकिरण से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है और घाव भरने में सहायता कर सकता है।
न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य को बढ़ाने और अल्जाइमर रोग और संज्ञानात्मक स्वास्थ्य के खराब होने जैसी स्थितियों के जोखिम को कम करने में विटामिन ई एक अच्छी भूमिका निभा सकता है।
नट्स विटामिन ई के सबसे अच्छे प्राकृतिक स्रोतों में से एक हैं। बादाम, हेज़लनट्स और सूरजमुखी के बीज विशेष रूप से इस पोषक तत्व से भरपूर होते है।
बीज भी विटामिन ई से भरपूर होते हैं। सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज और अलसी के बीज महत्वपूर्ण विटामिन ई के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है।
कुछ वनस्पति तेलों में विटामिन ई की मात्रा अधिक होती है। गेहूं के बीज का तेल, सूरजमुखी का तेल, कुसुम तेल और बादाम का तेल अपनी विटामिन ई सामग्री के लिए जाने जाते हैं। ज्यादा कैलोरी से बचने के लिए आप इन्हे कम मात्रा में ही लें।
एवोकाडो एक फल है जिसमें विटामिन ई होता है और यह स्वस्थ वसा, फाइबर और विभिन्न अन्य पोषक तत्वों के लिए जाना जाता है।
कुछ प्रकार की मछलियां, जैसे ट्राउट और सैल्मन, में विटामिन ई होता है। ये मछलियां ओमेगा -3 फैटी एसिड से भी भरपूर होती हैं, जिनके विभिन्न स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
पीनट बटर फिटनेस को पसंद करने वाले लोगों को बहुत पसंद होता है। बिना चीनी या हाइड्रोजनीकृत तेल के मूंगफली से बना प्राकृतिक पीनट बटर विटामिन ई का स्रोत हो सकता है।