गर्मी के मौसम में कई सारी हरी सब्जी खाने को मिलती है। सभी हरी सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। इन सब्जियों का राजा मानी जाती है भिंडी या ओकरा। ये खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कई सारे न्यूट्रिएंट की पूर्ति भी शरीर को करती है। इसे बनाना भी काफी आसान है। इसे बनाने के 1 घंटे पहले अच्छी तरह धोना नहीं भूलें। कम तेल-मसाले में तैयार भिंडी की कई रेसिपी दिल के मरीज के लिए भी फायदेमंद है। दिल के मरीज (Okra for heart health) भिंडी किस तरह खाएं, यह जानने से पहले इसके फायदे समझ लेते हैं।
भिंडी या ओकरा के नाम से मशहूर भिंडी पोषक तत्वों का भंडार होती है। कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, एंजाइम, कैल्शियम, पोटैशियम, जिंक और कई अन्य पोषक तत्वों का यह अच्छा स्रोत है। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है। इसमें फाइबर और विटामिन बी9 (फोलिक एसिड/फोलेट) भी होता है।
न्यूट्रिएंट जर्नल के अनुसार, विटामिन सी का स्रोत होने के कारण यह इम्युनिटी बढ़ाने और कोलेजन उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण है। भिंडी में मौजूद फाइबर पेट भरा होने की भावना को बढ़ाता है। इससे भूख कम करने में मदद मिलती है। इससे वजन प्रबंधन में सहायता मिलती है। भिंडी में विटामिन K होता है, जो ब्लड के थक्के जमने और बोन हेल्थ के लिए जरूरी है।
भिंडी का सेवन आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट शरीर में सूजन को कम करने और पुरानी बीमारियों से बचाने में मदद कर सकते हैं।
न्यूट्रिएंट जर्नल के अनुसार, भिंडी कोलेस्ट्रॉल लेवल को प्रबंधित करने में मदद कर सकती है। आहार में भिंडी शामिल करने से कोलेस्ट्रॉल का अवशोषण बदल जाता है। शरीर में इसका स्तर कम हो जाता है। भिंडी में पेक्टिन फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है। यह कोलेस्ट्रॉल के क्षरण को बढ़ावा देकर शरीर में वसा के उत्पादन को रोक सकता है। यह कुल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद कर सकता है। भिंडी में हाई सोडियम होता है, जो स्ट्रोक और क्रोनिक इन्फ्लेमेशन से बचाव कर सकती है। हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित होने पर दवा के साथ-साथ आहार में भिंडी (Okra for heart health) को जरूर शामिल करें।
भिंडी को बहुत ज़्यादा तेल और मसाले में पकाने से इसके सभी स्वास्थ्य लाभ खत्म हो जाते हैं। इसलिए हमेशा इसे हेल्दी तरीके से पकाएं। भिंडी बनाने के कुछ हेल्दी तरीके —
भिंडी खाने का सबसे स्वस्थ तरीका इसे भूनना है। भिंडी को भूनने के लिए थोड़ी मात्रा में तेल का इस्तेमाल करें। एक पैन में तेल गरम करें। उसमें कटी हुई भिंडी डालें। भिंडी को तब तक पकाएं जब तक वह नरम न हो जाए। जब यह नरम हो जाए तो स्वाद के लिए कुछ स्पाइसेज स्प्रिंकल कर लें।
भिंडी का स्टू बनाने के लिए इसे पसंदीदा सब्जी या दाल के सूप में काटकर डाल दें। मूंग की दाल तैयार करते समय थोड़ी सी भिंडी काटकर डाल दें। इससे कुछ एक्स्ट्रा पोषक तत्व प्राप्त किया जा सकता है।
8 -10 भिंडी के कटे हुए टुकड़े, 1 बड़ा टमाटर को कुकर में उबाल लें। इसे अच्छी तरह मथ लें। इसे छननी से छान लें। इसे काली मिर्च पाउडर, काला नमक के साथ पियें।
स्टीम्ड भिंडी या स्टीम्ड लेडी फिंगर इसके पोषक तत्वों को खोए बिना खाने का एक और हेल्दी तरीका है। कटी हुई या पूरी भिंडी को तब तक स्टीम करें जब तक वह नरम न हो जाए। इसे एक बाउल में रख लें। स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें थोड़ा नींबू का रस और काला नमक डालें।
भिंडी के पानी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। भिंडी का पानी तैयार करने के लिए भिंडी को किनारों से थोड़ा काट लें। भिंडी के बाहरी हिस्से में कुछ छेद करें।
भिंडी के कटे हुए टुकड़ों को पानी से भरे कंटेनर में डालें। इसे कम से कम 5 घंटे तक भीगने दें। इसे ढक्कन से ढक दें। 5 घंटे के बाद भिंडी की फली को मसल लें। पानी पीने से पहले इसे छान लें।
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कस्टमाइज़ करेंपैन में सरसों या ऑलिव आयल की कुछ बूदें डालें। राई और मिर्ची की छौंक लगाएं। कटी हुई भिंडी डाल दें। इसे लगातार चम्मच से चलाती रहें। जब इसके रेशे खत्म हो जाएं, तो नमक और हल्दी डाल दें। थोड़ी काली मिर्च पाउडर भी डालें। भूनने के दौरान एक चम्मच बेसन और हींग डालकर इसे और अधिक स्वादिष्ट बना सकती हैं।
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