आजकल बाजार में तरह-तरह के एनर्जी ड्रिंक्स उपलब्ध हैं, अलग-अलग ब्रांड्स अलग-अलग फ्लेवर में एनर्जी ड्रिंक्स को लांच कर रहे हैं। पर क्या ये ड्रिंक्स सच में सुरक्षित है? क्या ये असल में बॉडी को ऊर्जा प्रदान करती हैं? ऐसे सवाल आप सभी के मन में जरूर आते होंगे। तो आपको बताएं कि इन्हें बनाने में कई ऐसे प्रिजर्वेटिव, शुगर और आर्टिफिशियल फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता जो इन्हें पूरी तरह से अनहेल्दी बना देते हैं। वहीं इनके अधिक सेवन से फैटी लीवर का खतरा बढ़ जाता है। यदि आप यह सोच रही हैं, कि फैटी लीवर और एनर्जी ड्रिंक के बीच क्या संबंध है, तो चिंता न करें आज हम आपको बताएंगे किस तरह यह आपके लिए हानिकारक हो सकती हैं।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर मेडिकवर हॉस्पिटल्स, नवी के लिवर ट्रांसप्लांट और एचपीवी सर्जरी के डायरेक्टर डॉ. विक्रम राऊत से बात की। डॉक्टर ने एनर्जी ड्रिंक और फैटी लीवर के संबंध में कई उचित जानकारियां दी हैं। तो चलिए जानते हैं, आखिर एनर्जी ड्रिंक्स किस तरह से फैटी लीवर का कारण बन सकती हैं (energy drinks cause fatty liver)।
डॉक्टर के अनुसार जिन एनर्जी ड्रिंक्स में चीनी होती है, अगर उनका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो वजन बढ़ सकता है। एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद चीनी पेट की अतिरिक्त चर्बी का मुख्य कारण बनती हैं। एनर्जी ड्रिंक में चीनी की मात्रा ब्रांड और प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकती है। अधिकांश ऊर्जा पेय में प्रति सेवन 35 ग्राम से 40 ग्राम चीनी होती है।
एनएचएस अनुशंसा करता है कि स्वस्थ वयस्क प्रतिदिन 30 ग्राम से अधिक शर्करा का सेवन न करें, जबकि बच्चों को 24 ग्राम से अधिक नहीं लेना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए ऊर्जा पेय का सेवन कम मात्रा में करना महत्वपूर्ण है। बार-बार एनर्जी ड्रिंक के सेवन से पेट की चर्बी बढ़ जाती है, जो शरीर में फैट स्टोरेज के सबसे आसान स्थानों में से एक है।
यदि आप सोच रही हैं कि ऐसा कैसे होता है, तो ऊर्जा पेय में फ्रुक्टोज को मध्य भाग के आसपास वसा संचय से जोड़ा गया है, जिसे अक्सर पेट की चर्बी (belly fat) या आंत की चर्बी (visceral fat) के रूप में जाना जाता है। पेट की चर्बी और फैटी लीवर दो ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जो एक दूसरे से जुड़ी होती हैं।
आंत की चर्बी लीवर के सूजन और लीवर फैट की अधिक मात्रा से जुड़ी होती है। इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस और नॉन अल्कोहोलिक फैटी लीवर रोग जैसी स्थितियां विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
यह भी पढ़ें: Black Turmeric for Joint Pain : जोड़ों के दर्द से राहत दिला सकती है काली हल्दी, जानिये इस्तेमाल का सही तरीका
नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर की स्थिति (एनएएफएलडी) तब होती है जब लीवर में बहुत अधिक फैट जमा हो जाता है, जिससे लीवर की कार्यक्षमता कम हो सकती है। वहीं पेट में दर्द, वजन कम होना, थकान और सूजन जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है।
यदि समय रहते फैटी लिवर का इलाज न किया जाए तो ये बीमारी गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकती है। लीवर में अतिरिक्त फैट जमा होने से लीवर में सूजन हो सकता है, जो अंततः लीवर में घाव (फाइब्रोसिस) का कारण बन जाता है। इससे लीवर की कार्यप्रणाली में कमी आ सकती है और लीवर फेलियर का जोखिम बढ़ सकता है। फैटी लीवर की बीमारी समय के साथ धीरे-धीरे खराब होती जाती है और अधिक गंभीर क्रोनिक लीवर रोग, जैसे सिरोसिस या लीवर कैंसर का कारण बन सकती है। इन स्थितियों में व्यक्ति को लीवर ट्रांसप्लांटेशन की आवश्यकता हो सकती है।
नारियल पानी और नींबू एक बेहतरीन एनर्जी ड्रिंक साबित हो सकते हैं इसके लिए आपको केवल फ्रेश कोकोनोट वॉटर लेना है और उसमें आधा नींबू निचोड़ना है। इसके सेवन से सर्कुलेशन बढ़ता है, और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। जिससे की बॉडी में ऊर्जा शक्ति का संचार बढ़ जाता है।
सर्दी में सभी अपनी चाय में अदरक और इलायची को जरूर शामिल करते हैं। इस दौरान यह सभी को बेहद पसंद होता है। ऐसे में आप इससे अपनी एनर्जी ड्रिंक भी तैयार कर सकती हैं। आपको अदरक और इलायची को पानी में डालना है और इन में कुछ देर तक अच्छी तरह उबाल आने देना है। उसके बाद पानी को अलग निकाल कर इसमें दो चुटकी हल्दी पाउडर और आधा चम्मच शहद डालना है। आपका एनर्जी ड्रिंक बन कर तैयार है, आप इसे इंजॉय कर सकती हैं।
संतरा एक बेहद खास विंटर सुपरफूड है, जो विटामिन सी से युक्त होता है। इनके सेवन से इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है, साथ ही साथ शरीर में ऊर्जा शक्ति का स्तर भी सामान्य रहता है। आप घर पर खुद से ऑरेंज जूस तैयार कर, इन्हें एनर्जी ड्रिंक के तौर पर इंजॉय कर सकती हैं।
यह भी पढ़ें: Egg Yolk Side Effects : इन 3 स्थितियों में आपके लिए ज़हर हो सकती है अंडे की ज़र्दी, जानिए क्यों