खुद को जवां बनाए रखने के लिए हम कई चीजों का सेवन करते है। लाईफ स्टाइल में बदलाव लेकर आते हैं और स्किन को लेकर भी सतर्क रहने लगते हैं। बावजूद इसके एजिंग साइंस हमारा पीछा नहीं छोड़ते हैं। समय से पहले चेहरे पर झुर्रियां, थकान, तनाव और बालों का सफेद होना ये कुछ ऐसी समस्याएं, जो हमारे आत्म विश्वास को प्रभावित करती हैं। जानते हैं मम्मी के सुझाए कुछ अनसुने और हेल्दी तरीके, जिनकी मदद से आप बिना कोई पैरा खर्च किए और समय की बर्बादी के बगैर खुद को यंग फील करवा सकते हैं और उम्र को मात देकर आगे निकल सकते हैं (age reversing tips)।
एजिंग साइन्स को कम करने के लिए लोग कई प्रकार के एंटी एजिंग एजेंट्स का प्रयोग करते हैं। ऐसा ही एक मामला अमेरिका के टेक अरबपति ब्रायन जॉनसन का है। इन्होंने 45 साल की उम्र में खुद को जवां दिखाने के लिए कई प्रकार के प्रयास किए। एजिंग साइन्स को छुपाने के लिए उन्होंने 1 साल की अवधि के अंदर 2 मीलियन यूएस डॉलर्स को इनवैस्ट किया। ब्रायन जॉनसन के मुताबिक अब उनकी उम्र धीमी गति से आगे बढ़ रही है। हांलाकि जॉनसन ने एज रिवर्सल के हिसाब से कई ऐसी चीजें भी अपनाई, जो एक आम इंसान के लिए संभव नहीं हैं।
जॉनसन वन मील के कॉसेप्ट के साथ आगे बढ़े और उन्होंने दिन के 24 घण्टों में से 23 घण्टे तक फास्टिंग की। इसके अलावा उन्होंने स्किन को यूथफुल रखने के लिए एसिड पील्स का सहारा लिया। एसिड पील यानि एक ऐसी प्रक्रिया, जिसमें कैमिकल सॉल्यूशन की मदद से पुरानी स्किन की आउटर लेयर को बदला जाता है। ये प्रक्रिया हाथों, गर्दन और चेहरे पर होती है। इसमें जलन का भी अनुभव होता है। इसके अलावा प्लाज्मा इन्फ्यूजन और डॉन्की मिल्क समेत कई चीजों को अपनाया और उनका अनुभव किया। ये सभी तरीके न केवल सुनने में अलग, बल्कि आम इंसान की सोच से भी परे हैं। अगर आप जवां और खूबसूरत दिखना चाहती है, तो इन सब तरीकों के अलावा और भी कई तरीके है, जिनकी मदद से एंटी एजिंग से छुटकारा मिल सकता है।
कई स्टडीज़ में पाया गया है कि ठंडे पानी में कुछ वक्त बिताने से एंजिंग साइंस को दूर किया जा सकता है। साइंस एलर्ट के एक शोध के मुताबिक कोल्ड वॉटर में रहने से सेलुलर डीजनरेशन को धीमा कर कोलेजन और इलास्टिसिटी को बढ़ाया जा सकता है। कोल्ड वॉटर थैरेपी या क्रायों थैरेपी त्वचा संबधी समस्याओं को दूर करने में सहायक साबित होती है। इसे नियमित तौर पर लेने से लॉगिटिविटी बैनिफिट भी मिलते हैं।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैसे एथलीटस क्रायो थैरेपी का प्रयोग करते हैं। इसे लेने के लिए ठण्डे पानी में 3 से 4 मिनट के लिए बैठें और इससे सेहत को कई फायदे प्राप्त होते हैं।
कोल्ड वॉटर थेरेपी के बाद अब बात करते हैं नींद की। बचपन में मम्मी हर रोज़ यही कहती थीं कि जल्दी सो जाओ, तभी नींद पूरी हो पाएगी। जो सही भी था। भरपूर नींद हमारी स्किन और ब्रेन दोनों के लिए बेहद ज़रूरी है। डेली सेल्फ केयर हैबिटस की बात करें, तो रेगुलर स्लीप रूटीन को फॉलो करना चाहिए। रात को आठ बजते ही बैड पर लेट जाएं। फिर 8 से 10 घंटे की नींद लें। इससे तनाव और अनिद्रा की समस्या हल होने लगती है। ज्यादा नींद और कम नींद मोटापे का शिकार करने में सहायक होती है। ऐसे में नींद एंजिंग की समस्या को दूर करने का हेल्दी टॉनिक है।
नींद की पूर्ति के अलावा एक्सरसाइज़ करना न भूलें। इससे शरीर की मांसपेशियों में मज़बूती आती है और शरीर गठीला बनता है। शरीर में हेन वाले दर्द और ऐंठन से भी राहत मिलती है। रेगुलर एक्सरसाइज़ से बोन डेंसिटी, कार्डिनेशन और बैलेंस बरकरार रहता है।
नियमित तौर पर किया जाने वाला व्यायाम मेंटल हेल्थ को भी मज़बूती प्रदान करने का काम करता है। हाईं एक्सरसाइज़ से लेकर लोअर इंटैसिटी एक्सरसाइज तक सभी प्रकार के व्यायाम को आप रोज़ाना करें। इसके अलावा मेडिटेशन और योगा व एरोबिक्स भी अपने आप को फिट रखने में कभी फायदेमंद साबित होते हैं।
ऑफिस ऑफ डिजीज प्रिवेंशन एंड हेल्थ प्रोमोशन के मुताबिक एजिंग सांइस से बचने के लिए एक्सरसाइज़ के साथ साथ हेल्दी डाइट को मील का हिस्सा बनाएं। आज भी याद हैं वो किस्सें, जब मम्मी फल और सब्जियों के न खाने पर खूब डांटा करती थीं। डाईट में मौसमी फल, सब्जियों और होलग्रेन ब्हीट को शामिल करें।
इसके अलावा हेल्दी फैट्स, कैल्शियम व प्रोटीन आपकी स्किन को मुलायम और तंदरूस्त रखने में मदद करता है। पौष्टिक आहार लेने से शरीर क्रानिक पेन की समस्याओं से भी बचा रहता है। इनके मुताबिक डाइट में प्रोटीन और विटामिन बी 12 शामिल करके उंजिंग साइंस को कम किया जा सकता है।
उचित खान पान अलावा स्किन की केयर बहुत ज़रूरी है। स्किन की नमी को बनाए रखने के लिए नेचुरल प्रोडक्टस का प्रयोग करें। इससे स्किन पर नज़र आने वाले हदग धब्बे दूर होने लगते हैं। कोलेजन की मात्रा स्किन में बढ़ने लगती है।
आंवला, हल्दी, एलोवेरा, नीम और नारियल समेत अन्य चीजें स्किन की क्वसलिटी को निखारने का काम करती हैं। इससे स्किन में मौजूद डस्ट पार्टिकल्स निकल जाते है और डेड स्किन सेल्स को दूर करके स्किन निखरी और सुंदर दिखने लगती है। एजिंग साइंस नज़र आने पर स्किन को माइश्चराइज़ करके के अलावा क्लीनिंग, टोनिंग और एक्सफोलिएशन ज़रूरी है। इससे स्किन में इलास्टिसिटी बनी रहती है।