कंसिस्टेंसी और डिसिप्लिन मेंटेन करने से लाइफ में मुश्किल से मुश्किल चीज़ को भी अचीव किया जा सकता है। इन चीजों को फॉलो करने से आपके अंदर साहस, धैर्य और आत्म नियंत्रण बढ़ने लगता है। वे लोग जो जीवन में सफलता पाते हैं, वे कुछ खास बातों को अपने जीवन का अंग बना लेते हैं। जो उन्हें आगे बढ़ने में सहायक साबित होती है। अगर आप बार-बार कोशिश करने के बाद भी किसी कार्य में सफल नहीं हो पा रहे हैं, तो इन टिप्स को फॉलो करके आप भी आसानी से आगे बढ़ सकते हैं (Habits of disciplined people )।
इस बारे में हेल्थशॉटस से बातचीत करते हुए सर गंगाराम अस्पताल में साइकॉलोजिस्ट, सीनियर कंसलटेंट, डॉ आरती आनंद का कहना है कि वे लोग जो अनुशासनप्रिय होते हैं ऐसे लोग अपनी इच्छाओं पर बेहतर तरीके से कंट्रोल बनाए रखते हैं। कुछ नया सीखने के लिए ऐसे लोग हमेशा तैयार रहते हैं। ये शारीरिक और मानसिक तौर पर बेहद सदृढ़ होते हैं। बेहतर बनने की क्वालिटी रखने वाले ये लोग सभी को साथ लेकर आगे बढ़ने में विश्वास रखते हैं। इन लोगों में अंहकार की भावना देखने को नहीं मिलती है।
वे समय के पाबंद होते हैं। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक टाइमटेबल को फॉलो करते हैं। इसके चलते वे दिनों दिन ज्यादा प्रोडक्टिव बनते चले जाते हैं। दिन का हर एक मिनट उनके लिए कीमती होता है और वो उसे किसी भी तरह से बर्बाद नहीं करते हैं। वे अपने समय का सदुपयोग करने की दिशा में हर वक्त प्रयासरत रहते हैं। इससे उन्हें अपने काम में बेस्ट रिजल्ट भी मिल जाते हैं। टाइम की वेल्यू समझने के चलते वे जीवन में जल्दी सक्सेस पा लेते हैं। इससे उनकी हेल्थ की सही बनी रहती है।
वे दिन की शुरूआत योग व एक्सरसाइज़ से करते हैं। उन्हें इस बात की पूर्ण रूप से जानकारी होती है कि अगर वे हेल्थ का इग्नोर करेंगे, तो अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर पाएंगे। अपनी फिटनेस से लेकर डज्ञइट तक हर चीज़ के प्रति एलर्ट रहते हैं। वे किसी भी प्रकार से अपनी सेहत से कॉम्प्रोमाइज़ नहीं करते हैं। लोगों से मिलना जुलना सोशल सर्कल बनाना उन्हें बेहद पसंद होता है। नियम के अनुसार रोज़ाना एक्सरसाइज़ के ज़रिए अपनी सेहत को बेहतर बनाने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। इसके चलते वे कई प्रकार की बीमारियों से भी दूर रहते हैं।
अपनी भावनाओं से लेकर विचारों तक वे बेहद नियंत्रित रहते हैं। हर व्यक्ति से अपने विचारों और भविष्य की योजनाओं को साझा नहीं करते हैं। खुशी और गम के दौरान वे सामान्य ही रहते हैं। उनकी नज़र अपने लक्ष्य पर रहती है। आत्म नियंत्रण और सयंम उन्हें औरों से अलग बनाता है। इसके चलते बहुत से लोग उन्हें फॉलो भी करते हैं।
काम का प्रेशर होने पर भी वे उसे हर समय औरों के सामने उसे व्यक्त नहीं करते हैं। उनका खुद पर पूरा कंट्रोल बना रहता है। अन्य लोगों की बातें भी उन्हें ज्यादा प्रभावित नहीं करती हैं। उनकी नज़र केवल अपने लक्ष्य पर टिकी होती है।
अपने आप को दूसरों के समान समझने वाले ये लोग ज़रूरत के वक्त औरों से मदद मांगने में हिचकते नहीं है। खुद को सर्वश्रेष्ठ न समझना ही इन लोगों का सबसे बड़ा गुण होता है। ये खुद को अन्य लोगों के समान मानते हैं। इनका ये व्यवहार लोगों को इनकी ओर आकर्षित करने लगता है। मदद लेने के अलावा दूसरों की मदद करने के वक्त भी वे सबसे आगे नज़रद आते हैं। ऐसे लोग हर वक्त खुश रहते हैं और जिंदगी से कम शिकायतें करते हैं।
कुछ भी सीखने या करने की कोई एज नहीं होती है। इसी बात को मानते हुए ये लोग हमेशा सेल्फ इंप्रूवमेंट पर फोक्स करते हैं। इनका ध्यान दूसरों की बजाय खुद को ग्रूम करने पर रहता है। समय समय पर नई चीजों को सीखना और अपने लाइफ स्टाइल में एड करना इन्हें पसंद होता है। इससे इनका हर क्षेत्र में ग्रोथ करना आसान हो जाता है। आगे बढ़ने की इनकी सोच इनके अंदर कॉफिडेंस पैदा करती है।
दिनभर फोन से चिपके रहना और आराम करना इन लोगों की पसंदीदा चीजें नहीं होती है। इनका मकसद केवल अपने काम पर ध्यान देना और आगे बढना होता है। इसका प्रभाव इनकी कार्यक्षमता पर भी दिखने लगता है। ये लोग आज के काम को कल पर छोड़कर आगे नहीं बढ़ते है। आलस्य आपके अंदर थकान और लो एनर्जी का कारण सिद्ध होता है।
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