दिनों दिन जीवन में तनाव का स्तर बढ़ता जा रहा है, जिसका असर सेहत पर नज़र आने लगता है। मगर चेहरे पर साफ नज़र आने वाली चिंता की लकीरों को हेल्दी ब्रेकफास्ट की मदद से कम किया जा सकता है। जी हां आहार में स्ट्रेस बस्टर फूड शामिल करने से शरीर एंग्ज़ायटी से मुक्त रहता है। इसके अलावा डिप्रेशन की समस्या भी कम होने लगती है। पता लगाते हैं कि कैसे खाद्य पदार्थों की मदद से खुद को तनावमुक्त रखने में मिलती है मदद (Breakfast foods to reduce stress )।
इस बारे में बातचीत करते हुए डायटीशियन नूपुर पाटिल का कहना है कि दिन की शुरूआत ब्रेकफास्ट से होती है और डाइट के हेल्दी ऑप्शन गट हेल्थ के साथ मूड का भी रिलैक्स रखने में मदद करते हैं। ब्रेकफास्ट का हेल्दी होने के साथ माइंडफुल होना भी आवश्यक है। दिन की शुरूआत में तला भुना खाना खाने से डाइजेशन संबधी समस्याओं का खतरा बढ़ने लगता है। एक्सपर्ट के अनुसार गट हेल्थ में मौजूद गुड बैक्टीरिया मूड बेस्टर के रूप में कार्य करते हैं। इससे शरीर में हैप्पी हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है, जिससे शरीर रिलैक्स रहता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की एक रिपोर्ट के अनुसार शरीर में तनाव का स्तर बढ़ने से हृदय संबधी रोगों और डिप्रेशन का खतरा बढ़ने लगता है। ऐसे में मैग्नीशियम, जिंक, आयरन, कैल्शियम और नियासिन जैसे मूड बस्टर पोषक तत्वों को आहार में शामिल करके इस समस्या को सुलझाया जा सकता है। आंत में मौजूद माइक्रोऑर्गेनिज्म से शरीर में गुड और बैड बैक्टीरिया बनने लगते है, जो मूड, इमोश्ंस और साइकॉलोजिकल हेल्थ को प्रभावित करते हैं।
ओट्स न केवल पोषक तत्वों से भरपूर हैं बल्कि इसके सेवन से तनाव से लड़ने में भी मदद मिलती है। ओट्स में पाए जाने वाले कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर करने में मदद मिलती हैं और आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता हैं। दरअसल, ओट्स खाने से मेलाटोनिन का उत्पादन बढ़ता है। साथ ही शरीर में सेरोटोनिन रिलीज़ होने लगता है, जो तनाव को कम करता है। ओट्स में अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन भी पाया जाता है।
ग्रीक योगर्ट में प्रोटीन की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे मूड स्विंग और ऊर्जा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। एक्सपर्ट के अनुसार प्रोबायोटिक्स का सेवन गट हेल्थ के लिए फायदेमंद है। एनआईएच की साल 2016 की एक रिसर्च के अनुसार वे लोग जो रोज़ाना 100 ग्राम प्रोबायोटिक योगर्ट का सेवन करते हैं। उनमें तनाव, एंग्ज़ाइटी और डिप्रेशन के लक्षण कम नज़र आते हैं।
एवोकाडो में हेल्दी फैट्स, फाइबर और पोटेशियम की मात्रा पाई जाती है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और तनाव का स्तर कम होने लगता है। इसके अलावा एवोकाडो को आहार में सम्मिलित करने से शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी भी पूरी हो जाती है। रिसर्च के अनुसार इसमें मौजूद अल्फा लिनोलेनिक एसिड शरीर में तनाव को निंयत्रित करता है।
एक्सपर्ट नुपूर पाटिल के अनुसार सुबह नाश्ते में ग्रीन टी पीने से शरीर में बढ़ने वाले तनाव से राहत मिलती है। हर्बल टी में एल थियानिन कंपाउड पाया जाता है, जो शरीर को रिलैक्स रखने में मदद करता है। खासतौर से कैमोमाइल और पेपरमिंट हर्बल चाय में तनाव कम करने वाले पोषक तत्व मौजूद है। इसे पीने से शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होने लगते हैं।
हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार कार्ब्स की मदद से शरीर में सेरोटोनिन का स्तर बढ़ने लगता है। इससे मूड बूस्ट होता है और तनाव कम हो जाता है। सेरोटोनिन का स्तर बढ़ने से ब्रेन फोकस्ड रहता है और किसी भी चीज का समझना और याद रखना आसान हो जाता है। होल ग्रेन को खाने से ब्लड शुगर लेवल रेगुलेट होता है और संतुष्टि का एहसास हो जाता है।
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