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बीपी कंट्रोल कर सकते हैं ये 5 प्रोबायोटिक्स फूड्स, जानिए क्या है प्रोबायोटिक्स और ब्लड प्रेशर का कनैक्शन

प्रोबायोटिक्स में पाए जाने वाले गुड बैक्टीरिया शरीर को हेल्दी रखते हैं और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से राहत भी मिलती है। जानते हैं कि किन प्रोबायोटिक्स को आहार में शामिल करके हाई ब्लड प्रेशर से बचा जा सकता है (foods to control bp)।
Published On: 24 Dec 2023, 11:00 am IST
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Dr. Aditi Sharma
इनपुट फ्राॅम
Jaanein kaise gut health ko kaise majboot karte hain probiotics
आहार में योगर्ट और किमची समेत प्रोबायोटिक्स को शामिल करें। इससे शरीर को हेल्दी माइक्रोऑर्गेनिज्म की प्राप्ति होती है। चित्र : शटरस्टॉक

जीवनशैली में आने वाले बदलाव और तनाव का स्तर बढ़ने से लोगों में हाइपरटेंशन की समस्या का जोखिम बढ़ने लगा है। ऐसे में ब्लड प्रेशर को नियमित बनाए रखने के लिए लोग कई प्रकार की दवाओं का सेवन करते है। दवाओं के अलावा खुद को सेहतमंद बनाए रखने के लिए आहार में पोषण की उचित मात्रा का होना आवश्यक है। प्रोबायोटिक्स में पाए जाने वाले गुड बैक्टीरिया शरीर को हेल्दी रखते हैं और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से राहत मिलती है। ऐसे में आहार में प्रोबायोटिक्स को शामिल करके ब्लड प्रेशर की समस्या से बचा जा सकता है। जानते हैं कि किन प्रोबायोटिक्स को आहार में शामिल करके हाइपरटेंशन से बचा जा सकता है (foods to control bp)।

अमेरिकन सोसायटी फॉर माइक्रोबायोलॉजी के एक शोध के अनुसार 29 चूहों ने प्रोबायोटिक्स का सेवन किया और उनका ब्लड प्रेशर कम हुआ। अध्ययन से पता चला है कि बिफीडोबैक्टीरियम लैक्टिस और लैक्टोबैसिलस रामनोस, जैसे दो प्रोबायोटिक उपभेद दही और पनीर जैसे खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैंं। इससे ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती हैं।

प्रोबायोटिक्स (Probiotics) किसे कहते हैं

इस बारे में मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि प्रोबायोटिक्स माइक्रोऑर्गेनिज्म यानि जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं, जो शरीर के इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने में मदद करते हैं। ये फरमेंट किये गये खाद्य पदार्थों में मौजूद होते हैं। दही, अचार, छाछ, ढ़ोकला और किमची समेत कई खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं।

जानें किन प्रोबायोटिक्स का सेवन है फायेदमंद

1. होममेड दही

कैल्शियम से भरपूर दही में प्रोबायोटिक्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है। दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया शरीर के इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद कैथ्लशयम शरीर में ब्लड फ्लो को नियमित करता है, जो हाई ब्लडप्रेशर के जोखिम को कम करने में मदद करता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार वे महिलाएं, जो सप्ताह में 5 बार दही का सेवन करती हैं। उनमें हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कम होने लगता है। दरअसल, इसमें मौजूद पोटेशियम शरीर में सॉल्ट की मात्रा को नियंत्रित रखता है।

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दही प्रोबायोटिक्स का एक अच्छा स्रोत होता है। चित्र: शटर स्टॉक

2. बीटरूट कांजी

शरीर को डिटॉक्सिफाइ करने के लिए चुकंदर से तैयार कांजी का सेवन फायदेमंद साबित होता है। इस प्रोबायोटिक पेय पदार्थ से शरीर हाइड्रेट रहतर है। चुकंदर, गाजर और आंवला को मिलाकर तैयार की जाने वाली कांजी से शरीर में रेड ब्लड सेल्स बनने लगते हैं और इसमें नेचुरल नाइट्रेट् पाया जाता है। इससे शरीर में हाई ब्लड प्रेशर की संभावना कम हो जाती है और कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को फायदा मिलता हैं।

3. ढ़ोकला

वे लोग जो हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं, उन्हें ढ़ोकले का सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद मैग्नीशियम की मात्रा ब्लड वेसल्स को मज़बूती प्रदान करते हैं। इसे बनाने के लिए बैटर को पहले फर्मेंटिड किया जाता है और उसके बाद इसे तैयार किया जाता है। वे लोग जो वज़न बढ़ने की समसया से जूझ रहे हैं। उनके लिए भी ढ़ोकला बेहतरीन विकल्प है।

4. अचार

अचार को तैयार करने के लिए नमक और कई मसालों का प्रयोग किया जाता है, जिससे अचार फर्मेटिड हो जाता है। इससे शरीर में गुड बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं। साथ ही शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद मिलती है। पोषक तत्वों से भरपूर अचार का सेवन कम मात्रा में करें। अन्यथा शरीर को नुकसान पहुचा सकता है।

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अचार फर्मेटिड हो जाता है। इससे शरीर में गुड बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं। चित्र अडोबी स्टॉक

5. छाछ

छाछ के सेवन से शरीर हाइड्रेट रहता है। इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स गट हेल्थ को मज़बूत बनाए रखते हैं। इसके सेवन से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन नियमित मात्रा में होता है, जो हृदय संबधी समस्याओं के खतरे को कम कर देता है। इस फर्मेंटेड फूड में विटामिन, मिनरल, कैल्शियम और राइबोफ्लेविन की मात्रा पाई पाती है। इसे खाली पेट पीने से हेल्दी बैक्टीरिया शरीर को मिलते है, जो डाइजेशन को हेल्दी बनाते हैं।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ज्योति सोही
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

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