मशरूम औषधीय गुणों से भरपूर फूड है। यही वजह है कि भारतीय आयुर्वेद के साथ-साथ पारंपरिक चीनी चिकित्सा में भी इसका प्रयोग होता आया है। मशरूम न सिर्फ स्किन हेल्थ व हेयर हेल्थ, बल्कि गट हेल्थ के लिए भी लाभदायी है। मशरूम पाउडर, सप्लीमेंट, कॉफी और चाय के रूप में भी मौजूद हैं। मशरूम पर इन दिनों कई शोध भी हुए हैं। शोधकर्ताओं ने स्वास्थ्य स्थितियों के उपचार या रोकथाम में मशरूम को मददगार माना है। शोध बताते हैं कि मशरूम हार्ट डिजीज (mushroom for heart disease) की रोकथाम में मदद करता है।
न्यूट्रिएंट जर्नल के अनुसार, 30,000 से अधिक लोगों का नियमित रूप से मशरूम खाने का एनालिसिस किया गया। यह देखा गया कि मशरूम खाने से किसी भी प्रकार की बीमारी का जोखिम कम हो जाता है। मशरूम हेल्दी फूड ऑप्शन (Healthy food option Mushroom) है।
वास्तव में मशरूम के हज़ारों प्रकार हैं। इनमें से सिर्फ 2000 या उससे कुछ ज़्यादा खाने योग्य हैं। जंगली मशरूम को तब तक न तोड़ें और खाएं जब तक कि आप इसके बारे में सही जानकारी नहीं रखती हों। कुछ मशरूम तो पॉइजनस भी होते हैं। ये आपको बहुत बीमार भी कर सकते हैं।
मशरूम फाइबर और पॉलीफेनोल का एक अच्छा स्रोत हैं। ये दोनों गट माइक्रोबायोम के लिए बढ़िया हैं। ये प्रोटीन से भी भरपूर होते हैं। उनमें माइक्रो न्यूट्रिएंट की एक विस्तृत श्रृंखला होती है। कुछ में विटामिन डी भी होता है, जो भोजन में दुर्लभ है। साथ ही, मशरूम विटामिन बी12 के कुछ प्लांट बेस्ड सोर्सेज में से एक है। मशरूम विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, विटामिन बी 6 और मैग्नीशियम का भी स्रोत है।
इंडियन कौंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चरल रिसर्च के एक अध्ययन में पाया गया कि रीशी मशरूम चूहों में ब्लडप्रेशर को कम करती हैं। ऑयस्टर मशरूम के एक्सट्रैक्ट में प्रोटीन है, जो ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। मशरूम में पाया जाने वाला एर्गोथायोनीन कंपाउंड सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट है।
हमारा शरीर एर्गोथायोनीन (ET) नहीं बना सकता है। यह मसल्स की मरम्मत करता है।ऑयस्टर मशरूम के कंपाउंड में ब्लड शुगर नियंत्रण में सुधार और कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर में भी कमी पाई गई। इससे हाई ब्लड प्रेशर नियंत्रित होने में मदद मिली।
कोरोनरी हार्ट डिजीज रिसर्च जर्नल में ह्यूमन ब्लड वेसल्स सेल्स पर एक अध्ययन प्रकाशित हुआ। इसके अनुसार, एर्गोथायोनीन हृदय स्वास्थ्य की रक्षा कर सकता है। वैज्ञानिकों ने पाया कि मशरूम के यौगिक आर्टरी में प्लाक के विकास का मुकाबला करने में मदद करता है। ये प्लाक कोरोनरी आर्टरी डिजीज का कारण बन सकती हैं। यह हृदय रोग का एक प्रमुख कारण है।
मशरूम में बीटा-ग्लूकेन भी होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल (mushroom for cholesterol level) को कम कर सकते हैं। खराब कोलेस्ट्रॉल का हाई लेवल हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है। इसलिए बीटा-ग्लूकेन भी सुरक्षात्मक भूमिका निभा सकता है। मशरूम में मौजूद कंपाउंड डिमेंशिया से संबंधित एमिलॉयड प्रोटीन की वृद्धि को रोक सकते हैं।
किसी भी मौजूदा बीमारी जैसे कि गंभीर लिवर डिजीज या किडनी डिजीज में मशरूम के सेवन पर ध्यान देना चाहिए। कुछ मशरूम हृदय के रोगियों के लिए भी बढ़िया नहीं होते हैं। कुछ मशरूम जैसे कि रीशी मशरूम लिवर, किडनी और हार्ट डिजीज का इलाज करने वाली दवाओं के साथ नकारात्मक रूप से प्रतिक्रिया कर सकते हैं।
हानिकारक बैक्टीरिया से इन्फेक्टेड मशरूम खाने से आप बीमार हो सकती हैं। हालांकि ताजे मशरूम में स्वाभाविक रूप से ऐसे बैक्टीरिया नहीं होते जो आपको बीमार कर सकते हैं। यदि उन्हें ऐसे कम्पोस्ट पर उगाया जाए जिसे ठीक से बैक्टीरिया रहित नहीं किया गया हो तो वे दूषित हो सकते हैं।
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।