दिनभर की सिटिंग जॉब मसल्स में ऐंठन और दर्द का कारण बनने लगती है। खुद को हेल्दी और फिट रखने के लिए डाइट के अलावा वर्कआउट (workout) का ख्याल रखना भी ज़रूरी है। कुछ देर की वॉक के अलावा योगासनों का अभ्यास आपके शरीर के निचले हिस्से में होने वाली स्टिफनेस को दूर करने का काम करते हैं। मांसपेशियों की मज़बूती को बनाए रखने के लिए अपने रूटीन में इन हिप फ्लेक्सर योगासनों को ज़रूर शामिल करें। जानते हैं हिप्स मसल्स में फलेक्सिबिलिटी लाने वाले 4 हिप फ्लेक्सर योगासन करने की विधि (Yoga poses for hip flexibility)।
बॉडी में एनर्जी लेवल को बढ़ाने और उसे फुर्तीला बनाने के लिए हैप्पी बेबी पोज़ (happy baby pose) का अभ्यास ज़रूरी है। इसके अलावा शरीर के निचले हिस्से में महसूस होने वाली ऐंठन भी कई बीमारियों का कारण साबित होती है। ऐसे में शरीर को संतुलित बनाए रखने के लिए दिनभर में 2 से 3 बार इस योगासन का अभ्यास ज़रूर करें।
इसे करने के लिए पीठ के बल ज़मीन पर लेट जाएं। अब गहरी सांस लें और दोनों आंखों को बंद कर लें। इसके बाद टांगों को उपर की ओर उठाएं।
उसके बाद दोनों टांगों को घुटनों से मोड़ लें और दोनों बाजूओं को आगे की ओर लेकर आएं और पैरों को पकड़ लें। इसके बाद सासं धीरे धीरे छोड़ें।
इस योग को करने के दौरान दोनों टांगों के मध्य दूरी बनाकर रखें। 30 सेकण्ड से 1 मिनट तक इस पोज़ में रहें और फिर धीरे धीरे टांगे नीच की ओर ले जाएं।
शरीर को ढ़ीला छोड़ दें और लेट जाएं। इस योगासन को 3 से 4 बार करें।
इस योग को करने से टांगों में होने वाले दर्द और पेल्विक मसल्स (pelvic muscles) में ऐंठन से राहत मिलती है। इसे करने से पेट की मांसपेशियों में भी खिंचाव आता है। इससे पाचन में सुधार होता है और ब्लोटिंग व एसिडिटी की समस्या भी हल हो जाती है।
इसे करने के लिए मैट पर सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब धीरे धीरे दोनों टांगों को आगे की ओर खींचें। इसके बाद गहरी सांस लें और आंखें बंद कर लें।
अब दोनों टांगों को घुटनों से मोड़कर अंदर की ओर लाएं और दोनों पैरों को आपस में छूएं। इससे टांगों से कोण बन जाएगा। अब दोनों हाथों से पंजों को पकड़ लें।
दोनों टांगों को उपर से नीच की ओर लेकर जाएं। इसे 30 सेकण्ड से लेकर 2 मिन्ट तक लगातार करें। इसे करने से जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंये हिपओपनिंग योगासन (hip opening yoga poses) शरीर में होने वाली, ऐंठन, दर्द और तनाव को दूर भगाता है। इसे करने से शरीर में ब्लड फ्लो बढ़ता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इसे रोज़ाना करने से शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है।
इस योग को करने के लिए पद्मासन मुद्रा में बैठें और गहरी सांस लें। उसके बाद दोनों टांगों के मध्य सामान्य दूरी बनाकर रखें।
अब दोनों हथेलियों को उलटाकर जमीन पर टिका लें। बैलेंस मैंटेन करने के लिए एल्बोज़ को कंधों के नीचे ले आएं। कमर को उपर की ओर उठाएं।
पैरों को बाहर की ओर निकाल लें और घुटनों को जमीन पर टिका कर रखें। इसके बाद चिन को भी मैट पर टिकाएं। इस मुद्रा में 30 सेकण्ड से 1 मिनट तक बने रहें।
इस योग को करने से लोअर बैक और पेल्विक मसल्स को मज़बूती मिलने लगती है। ये योगासन नसों में होने वाले दर्द व ऐंठन को दूर कर देता है। इससे पैरों में मज़बूती आती है और घुटनों में होने वाले दर्द को भी दूर किया जा सकता है।
इस योग को करने के लिए मैट पर घुटनों पर बैठ जाएं। ध्यान रखें की दोनों पैरों को मज़बूती से हिप्स के नीचे दबा लें। दोनों टांगों के मध्य अंतर बनाकर रखें।
अब शरीर को पीछे की ओर झुकाएं। गर्दन को उंचा रखने के लिए सिर के नीचे एक तकिया रख लें। इस योग को करने के दौरान पीठ को एकदम सीधा रखें।
इसके बाद दोनों हाथों को उपर की ओर ले जाएं और फिर थाइज़ पर टिकाकर रखें। इस योग को करने के दौरान आंखें बंद रखें।
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