मौसम बदलते का प्रभाव त्वचा के अलावा बालों पर भी दिखने लगता है। बालों को प्रोटेक्ट न कर पाने के चलत हेयरफॉल का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बेजान और झड़ते हुए बालों की देखभाल करना बेहद ज़रूरी है। दरअसल, केमिकल युक्त प्रोडक्टस हेयरफॉल की समस्या को बढ़ा देते है। ऐसे में हेयरफॉल से बचले के लिए मम्मी की रसोई में मौजूद कुछ खास इंग्रीडिएंट हेयरफॉल को कम करने हेयरग्रोथ में मददगार साबित हो सकते हैं। जानते हैं हेयरफॉल से बचने के लिए होममेड हेयर ऑयल की एक खास रेसिपी।
पॉल्यूटेंटस और केमिकल के संपर्क में आने से बालों की नमी और चमक दोनों ही कम हो जाती है। ऐसे में नेचुरल हेयर ऑयल में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल और एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज बालों को हेल्दी बनाए रखने में मदद करती है।
औषधीय गुणों से भरपूर करी पत्ता, नारियल का तेल, प्याज और मेथीदाना बालों के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है। इस बारे में आयुर्वेद एक्सपर्ट अनिल बंसल बताते हैं कि प्याज स्कैल्प को ठंडक पहुंचाता है और बालों को ग्रे हेयर से राहत दिलाने में मदद करता है। वहीं करी लीव्स और मेथीदाना से स्कैल्प का रूखापन कम होने लगता है। इसके अलावा हेयाग्रोथ में मदद मिलती है।
मेथीदाना में प्रोटीन और ऑयरन की उच्च मात्रा पाई जाती है। बालों में मेथीदाना का इस्तेमाल करने से हेयर फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है। साथ ही बालों की थिकनेस भी बढ़ने लगती है, जिससे बालों का वॉल्यूम बढ़ने लगता है। वहीं करी लीव्स में विटामिन बी की मात्रा पाई जाती है। इससे तैयार तेल बालों को पोषण प्रदान करने में मदद करता है।
करी लीव्स में कार्बाज़ोल एल्कलॉइड कंपाउड पाए जाते हैं। इससे समय से पहले बालों के सफेद होने की समस्या कम होती है। इसके अलावा मेथीदाना में मौजूद फलेवनॉइड्स और सेपोनिन्स की मात्रा बालों को हेल्दी, काला और घना बनाए रखने में मदद करती है। इससे हेयरलॉस से मुक्ति मिल जाती है।
करी लीव्स, प्याज और मेथीदाना एंटीमाइक्रोबियल गुणों से भरपूर है। इससे बालों में डैंड्रफ की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। नारियल के तेल से स्कैल्प मॉइश्चराइज़ रहता है, जिससे स्कैल्प पर डेड स्किन सेल्स की परेशानी से राहत मिलती है और बालों में बढ़ने वाली रूसी की समस्या से मुक्ति मिल जाती है।
स्कैल्प एक्ने की समस्या को दूर करने के लिए होमेड ऑयल से कुछ देर की मसाज फायदेमंद साबित होती है। इससे बालों के टैक्सचर को मज़बूती मिलती है। इसके अलावा बालों की चिपचिपाहट दूर होती है, जिससे फंगल ग्रोथ कम होने लगती है। इससे बाल सॉफ्ट बनते हैं और बालों का रूखापन कम हो जाता है।
इसे बनाने के लिए 1 प्याज को छोटे टुकड़ों में काट लें और करी लीव्स को धोकर सुखा लें।
अब एक पैन लेकर उसे प्री हीट करें और उसमें 1 कप नारियलन का तेल डालकर गर्म कर लें।
अब उसमें 10 से 15 करी लीव्स की पत्तियां, कटा हुआ प्याज, 2 से 3 गुड़हल के फूल 1 हिलाएं।
इस मिश्रण में 1 चम्मच मेथीदाना डालकर कुछ देर और पकने दें। प्याज के रंग सुनहरा होने तक पकाएं।
जब तेल के रंग में बदलाव आने लगे, तो गैस बंद कर दें और तेल को ठंडा होने के लिए रख दें।
ठंडा होने के बाद तेल को छानकर एक कांट की बॉटल में निकालकर स्टोर कर लें और बालों पर अप्लाई करें।
बालों को धोने से पहले इसे स्कैल्प पर अप्लाई करें और फिर 30 मिनट के बाद बालों को धो दें।
करी लीव्स, प्याज और मेथीदाना को नरियल के तेल में डालकर पकाकर तैयार किए जाने वाले तेल को बालों की जड़ों में लगाएं। उंगलियों की मदद से बालों में कुछ देर मसाज करने से बालों के टूटने और झड़ने की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसे हल्का गुनगुना करके बालों में लगाने से बालों को ज्यादा फायदा मिलता है। इसे बालों की जड़ों में लगाकर 30 मिनट बाद हर्बल शैम्पू से हेयरवॉश कर लें।
ये भी पढ़ें – बालों को बढ़ने में मदद करते हैं 5 तरह के पोषक तत्व, समर डाइट में जरूर करें शामिल
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।