स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए मोरिंगा एक बेहद लोकप्रिय सप्लीमेंट बन गया है। जिन महिलाओं को कम दूध आता है और बच्चे के लिए दूध पूरा नहीं हो पाता, तो ऐसी मांओं के लिए मोरिंगा की पत्तियां बहुत फायदेमंद साबित हो सकती हैं। मोरिंगा एक ऐसा पेड़ है, जिसकी फलियां और पत्तियां दोनों ही लाभदायक होती हैं। अगर आप भी नई मां बनी हैं और दूध की कमी से जूझ रही हैं, तो जानिए इस जादुई सप्लीमेंट काे आहार में कैसे शामिल करना है।
स्तनों में दूध का आना एक नेचुरल प्रोसेस है। बेबी के जन्म के तुरंत बाद मां के स्तनों में दूध बनने लगता है। हालांकि पहले कुछ घंटों में की इसकी मात्रा बहुत कम होती है। पर जैसे-जैसे बेबी की जरूरतें बढ़ती हैं, दूध अपने आप बढ़ता जाता है।
मगर कुछ महिलाओं को इसकी कमी का सामना करना पड़ता है। उनके लिए दादी-नानी के समय से ही कुछ खास हर्ब दी जाती रही हैं। मेथी के बीज ऐसी ही एक हर्ब है, जिसके लड्डू बनाकर नई मां को दिए जाते हैं। ताकि दूध के उत्पादन को बढ़ाया जा सके। इसी श्रृंखला में मोरिंगा अर्थात सहजन की पत्तियां भी काफी मददगार साबित हो सकती हैं।
मोरिंगा ओलीफेरा उत्तर भारत का एक पेड़ है और इसका इस्तेमाल आमतौर पर हर्बल दवा में किया जाता है। माना जाता है कि मोरिंगा के पेड़ की पत्तियां स्तनपान के दौरान दूध के उत्पादन में वृद्धि करती हैं। यह पाउडर, कैप्सूल और तरल सप्लीमेंट की तरह लिया जा सकता हैं। ये आम तौर पर मोरिंगा के पत्ते से बनाए जाते हैं जिसे सुखाकर पाउडर के रूप में बनाया जाता है।
इन पत्तियाें में विटामिन बी6, विटामिन सी, आयरन, राइबोफ्लेविन, विटामिन ए और मैग्नीशियम सहित कई विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत हैं। इसकी फलियां भी पौष्टिक होती हैं, हालांकि वे पत्तियों की तरह विटामिन और खनिजों से भरपूर नहीं होती हैं, लेकिन वे विटामिन सी का भरपूर स्रोत होती है।
दूध के उत्पादन में सुधार के अलावा, शोध अध्ययनों में पाया गया है कि मोरिंगा पौधे आइसोथियोसाइनेट्स होने के कारण ये रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में सहायक हो सकता है। आइसोथियोसाइनेट्स आमतौर पर क्रूसिफेरस सब्जियों में पाए जाते हैं और माना जाता है कि वे ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करने में भी मदद करते हैं।
मोरिंगा ब्रेस्ट मिल्क की मात्रा प्रोलैक्टिन को बढ़ाकर बढ़ाती है, यह हार्मोन दूध उत्पादन को उत्तेजित करता है। न्यूट्रिनिस्ट और वेट लॉस एक्सपर्ट अंबिका दत्त बताती है कि दूध को बढ़ाने के लिए मोरिंगा की पत्तियां खाने के 24 घंटे के अंदर इसका लभ दिखने लगता है।
मोरिंगा अपने ऊर्जा बढ़ाने वाले गुणों के लिए जाना जाता है, जो उन माताओं के लिए फायदेमंद हो सकता है, जो अक्सर बच्चे की देखभाल और घरेलू जिम्मेदारियों के कारण थकान का सामना करती हैं। इसका सेवन करने से आपको एनर्जी मिल सकती है।
मोरिंगा में क्वेरसेटिन और क्लोरोजेनिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट का उच्च स्तर होता है, जो मुक्त कणों को बेअसर करने और कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद करता है। यह महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है।
मोरिंगा कैल्शियम और विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है, जो मजबूत और स्वस्थ हड्डियों को बनाए रखने के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं, जो महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, खासकर जब महिलाओं की हड्डियां प्रसव के बाद अधिक कमजोर महसूस करती है तब।
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कस्टमाइज़ करेंमोरिंगा के प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले गुण महिलाओं को स्वस्थ रहने और संक्रमणों से बचाने में मदद कर सकते हैं, जो गर्भावस्था के दौरान और छोटे बच्चों को दूध पिलाते समय बहुत जरूरी है। प्रसव के बाद शरीर में कमजोरी होने के कारण इम्यूनिटी कमजोर होती है जिससे कोई भी संक्रमण आसानी से हो सकता है और साथ ही बच्चे को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
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