Dandasa Stick : मेरी दादी के वेनिटी केस में मुझे मिली एक जादुई हर्ब, जानिए ओरल हेल्थ के लिए दंदासा के फायदे

अखरोट के पेड़ की छाल को दंदासा के रूप में जाना जाता है और यह वास्तव में एक प्राकृतिक औषधि है। जिसे दांतों की सेहत को सुधारने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइन्फ्लेमेट्री गुण होते हैं। जो दांतों की सेहत को बनाए रखने में मदद कर सकती हैं।
Dantasa-walnut-tree-peel
दंदासा के सामने बेकिंग सोडा से लेकर हल्दी-नमक तक फेल हैं. चित्र शटरस्टॉक।
संध्या सिंह Updated: 8 May 2024, 07:08 pm IST
  • 123

जब बहुत महंगे और फैंसी पर्सनल केयर प्रोडक्ट नहीं हाेते थे, औरतें तब भी अपना बहुत ख्याल रखती थीं। सिर से लेकर पांव तक की केयर के लिए वे प्रकृति से ही कुछ ऐसी जड़ी-बूटियां चुनती थीं, जो न केवल समस्याओं का समाधान करें, बल्कि उनका सौंदर्य भी बढ़ाएं। पिछले दिनों मुझे ऐसी ही एक जादुई छाल के बारे में पता चला, जिसका इस्तेमाल मेरी दादी अपने दांतों, मसूड़ों और होंठों के लिए किया करती थीं । उस अनूठी हर्ब का नाम है दंदासा। जो वास्तव में अखरोट के पेड़ की छाल होती है। इसका इस्तेमाल पुराने समय में महिलाएं दांतों को साफ करने के लिए करती थीं। और जो एक खूबसूरत लालिमा हाेंठों पर छोड़ जाती है। आइए जानते हैं इस जादुई हर्ब यानी दंदासा (Dandasa stick benefits) के बारे में।

ओरल हेल्थ और ट्रेडिशनल उपाय

पारंपरिक तौर पर दांतों को नीम की दातुन से साफ किया जाता था। लेकिन समय ने हमारी उस परंपरा को छीन लिया और आधुनिक युग में हम सभी को ढकेल दिया जहां ब्रश, टूथ पेस्ट, माउथ वॉश जैसी चीजों से ही दांतो को साफ किया जाता है।

चमकदार दांतों को पाने के लिए आजमाएं घरेलू नुख्से। चित्र- शटर स्टॉक

नीम के अलावा भी आयुर्वेद के पास दांतो का साफ करने के लिए एक जड़ी-बूटी मौजूद है जिसे दंदासा कहा जाता है।

क्या होता है दंदासा

अखरोट के पेड़ की छाल (Walnut tree bark) को दंदासा के रूप में जाना जाता है और यह वास्तव में एक प्राकृतिक औषधि है। जिसे दांतों की सेहत को सुधारने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइन्फ्लेमेट्री गुण होते हैं। जो दांतों की सेहत को बनाए रखने में मदद कर सकती हैं।

इसे लगभग सभी दुकानों में अखरोट की छाल के रूप जाना जाता है और इसे आप अपनी रोजाना के रूटीन में शामिल कर सकते हैं। ताकि आपकी दांतों की सेहत को सुधार कर रखा जा सके।

दंदासा में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह की बैक्टीरिया को नष्ट कर सकते हैं और मसूड़ों की समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, अखरोट के पेड़ की छाल का उपयोग करके न केवल दांतों की सेहत को सुधारा जा सकता है, बल्कि मसूड़ों की सेहत को भी बनाए रखा जा सकता है।

क्या दंदासा आपके दांतो और मसूड़ों के लिए अच्छा है

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार एक डेंटल हेल्थ में प्राकृतिक उत्पाद के रूप में जुग्लान्स रेजिया बार्क यानि की दंतासा स्टिक के उपयोग का प्रभाव जांचने के लिए एक अध्ययन किया गया। क्लीनिकल ट्रायल में पता चला कि इसमें रोगाणुरोधी क्षमता के साथ-साथ दांत को सफ़ेद करने वाले प्रभाव भी हैं।

जड़ी-बूटी के अर्क को व्यावसायिक रूप से उपलब्ध टूथपेस्ट में शामिल किया जा सकता है ताकि इसके दांतो को सफ़ेद करने वाले और रोगाणुरोधी प्रभावों को बढ़ाया जा सके।

जानिए क्या होता है जब आप दंदासा का इस्तेमाल करती हैं (Benefits of dandasa for oral health)

1 मुंह में बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है

दंदासा में जीवाणुरोधी गुण होते हैं। जो हानिकारक ओरल बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं। मुंह में बैक्टीरिया के पनपने को कम करके, दंदासा प्लाक, दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी जैसी स्थितियों को रोकने में मदद कर सकता है। यह जीवाणुरोधी गुण पूरे ओरल हेल्थ और ओरल माइक्रोफ्लोरा के स्वस्थ संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

2 मसूड़ों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

इसके एंटीबैक्टीरियल गुण मसूड़ों के स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होते हैं। मसूड़ों की बीमारी, विशेष रूप से मसूड़ों की सूजन और संक्रमण जो अक्सर बैक्टीरिया के बढ़ने से होती है उसे कम करने में मदद करता है। दंदासा इन बैक्टीरिया से लड़ने, सूजन को कम करने और मसूड़ों के संक्रमण को रोकने में मदद कर सकती है। इसके अतिरिक्त, इसके कसैले गुण मसूड़ों के ऊतकों को कसने, रक्तस्राव को कम करने और मसूड़ों की मजबूती और लचीलेपन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

ओरल केयर के रूप में दंतासा का उपयोग करने से ताजा सांस बनाए रखने में मदद मिल सकती है। चित्र- शटर स्टॉक

3 प्लाक को कम करता है

प्लाक बैक्टीरिया की एक चिपचिपी किस्म है जो दांतों पर बनती है और अगर इसे ठीक से नहीं हटाया जाता है तो यह दांतों की समस्याओं का कारण बन सकती है। दंतासा की जीवाणुरोधी क्रिया प्लाक के निर्माण में शामिल बैक्टीरिया को खत्म करती है, जिससे दांतों पर प्लाक के जमा होने को कम करने में मदद मिलती है।

4 सांसों को फ्रेश रखता है

ओरल बैक्टीरिया अक्सर खराब सांसों के लिए जिम्मेदार होते हैं। मुंह में गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया के विकास को रोककर, दंतासा एक प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर के रूप में काम कर सकता है। ओरल केयर के रूप में दंतासा का उपयोग करने से ताजा सांस बनाए रखने में मदद मिल सकती है।

  • 123
लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

अगला लेख