ताज़गी से भरपूर मिंट लीव्स गर्मी के मौसम में खुद को हेल्दी रखने का एक आसान तरीका है। सदियों से मम्मी की रसोई में कभी पुदीने का रस, तो कभी इसका पाउडर किसी न किसी डिब्बी में मिल जाता है। पुदीने की पत्तियों (Mint leaves) को सुखाकर फलेवर एड करने के लिए रेसिपीज़ में प्रयोग किया जाता है। चाय से लेकर टूथपेस्ट (Mint toothpaste) तक हर चीज़ में इस्तेमाल होने वाले पुदीने में एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidants) प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। पेट दर्द, सिर दर्द और ब्लोटिंग समेत कई प्रकार के उपचार के लिए भी इस्तेमाल की जाती है (Benefits of Mint leaves) ।
पुदीने में फेनोलिक एसिड, फाइटोस्टेरोन, सैपोनिन, ट्राइटरपिन, फ्लेनोवोइड, कैरोटीनॉयड और एंथोसायनिन समेत कई एसेंशियल ऑयल्स का कंटेंट पाया जाता है। सदियों से जड़ी बूटी के तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली मिंट लीव्स ऑयल (Mint leaves oil) के अलावा मेन कोर्स से लेकर पेय पदार्थों की रेसिपीज़ में प्रयोग की जाती हैं।
इन तरोताज़ा और खुशबूदार लीव्स में एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। एंटी.बैक्टीरियल गुणों से भरपूर मिंट में विटामिन ए, विटामिन सी, बी.कॉम्प्लेक्स, फॉस्फोरस और कैल्शियम पाया जाता है। इसमें मौजूद आयरन और पोटेशियम बॉडी में हीमोग्लोबिन के लेवल को नियंत्रित करते हैं। लो कैलोरी लीव्स में प्रोटीन की मात्रा होती है। इसे आप अपनी वेटलॉस डाइट (Weight loss diet) में भी शामिल कर सकते हैं।
एंटी इंफलामेंटरी गुणों से भरपूर पुदीना पेट में सूजन और होने वाले दर्द को रोकने में सहायक है। मिंट लीव्स को खाने के बाद इससे प्राप्त होने वाला रस पाचन की प्रक्रिया को दुरूस्त करता है। साथ ही पुदीने के पत्तों के सेवन से शरीर में पाचन एंजाइम्स की मात्रा बढ़ने लगती है। इसकी पत्तियों को सुखाकर पाउडर या फिर इसकी पत्तियों का रस निकालकर पानी में मिलाकर पीने से पेटी की गर्मी से राहत मिल जाती है।
मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक मिंट लीव्स में पाया जाने वाला मेन्थॅाल खांसी को रोकने का काम करता है। ये चेस्ट कंजेशन की समस्या से भी मुक्ति दिलाता है। गुनगुने पानी में पुदीने का रस डालकर गार्गल करने या उसका सेवन करने से जल्द राहत मिलती है। इसके इस्तेमाल से खांसी और बंद नाक की समस्या भी हल हो जाती है।
पुदीने की पत्तियों का इस्तेमाल माउथ फ्रेशनर के तौर पर भी किया जाता है। एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर पुदीना जीभ और मसूड़ों को हेल्दी रखने के अलावा मुंह में बढ़ने वाले बैक्टीरिया को रोकने का काम करता है। पुदीने का इस्तेमाल अधिकतर टूथपेस्ट और माउथवॉश में किया जाता है। नेचुरल तरीके का प्रयोग करके सांस से आने वाली गंदी बदबू को दूर किया जा सकता हे।
इसमें मौजूद विटामिन्स, मैगनीशियम और फॉस्फोरस से शरीर का इम्यून सिस्टम मज़बूत बनता है। ये हमारे सेल्स को रिपेयर करने का काम करती है। इसके सेवन से शरीर संक्रमणों से मुक्त रहता है। विटामिन सी की भरपूर मात्रा शरीर को हाइड्रेटेड रखने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करती है।
एंटी.बैक्टीरियल गुणों से युक्त मिंट लीव्स हमारी स्किन पर बनने वाली मुहांसों से राहत दिलाती है। इसमें पाया जाने वाला सैलिसिलिक एसिड मुँहासे की समस्या को समाप्त कर देता है। मिंट लीव्स को खाने के साथ साथ इसके ऑयल को चेहरे पर लगाना भी बेहद लाभदायक साबित होता है। पुदीने की पत्तियों को सुखाकर तैयार किए जाने वाले पाउडर का फेसपैक लगाने से भी चेहरे पर असमय होने वाली फाइन लाइंस से मुक्ति मिलती है।
पुदीने की खुशबू हमारे मन को शांति प्रदान करने का काम करती है। माइंड को रिर्फेश करने के लिए पुदीने से तैयार एसेंशियल ऑयल को एरोमा थैरेपी में प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग करने से शरीर में मौजूद कोर्टिसोल हार्मोंन के स्तर को नियंत्रित किया जाता हैं। इससे हमारा माइंड टेंशन फ्री और रिलैक्स रहता है।
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