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क्या गर्भावस्था के दौरान हीमोग्लोबिन कम होना नॉर्मल है? एक्सपर्ट बता रहीं हैं इस स्थिति से उबरने के उपाय

गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं में हीमोग्लोबिन कम होने की समस्या होने लगती है। जो कि मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानें इसके कारण और निवारण।
Published On: 22 Jan 2023, 12:30 pm IST
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How to manage stress in pregnancy
जानिए गर्भावस्था में खुदको स्वस्थ रखने के तरीके। चित्र : शटरस्टॉक।

मां बनना एक महिला की जिंदगी का सबसे खूबसूरत एहसास होता है, जिसमें वह हर पल को शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार से महसूस कर रही होती है। गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में कई बदलाव आते है। जिनमे से कुछ साधारण और कुछ सतर्क करने वाले होते हैं। गर्भावस्ता में आने वाली समस्याएं सभी महिलाओं के साथ अलग-अलग हो सकती है। लेकिन जरूरी है समस्या पर समय से ध्यान दिया जाए और जल्द से जल्द इसका समाधान किया जाए। इसी प्रकार कई महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान हीमोग्लोबिन कम होने की समस्या भी सामने आती है। जिस पर अगर समय से ध्यान नहीं दिया जाए तो यह बड़ी परेशानी का कारण भी बन सकती है।

पहले समझिए क्या है हीमोग्लोबिन

हीमोग्लोबिन रेड ब्लड सेल्स मेें पाए जाने वाला एक आवश्यक प्रोटीन है, जिसकी सहायता से ब्लड में ऑक्सिजन पहुचता है। अध्ययनों के मुताबिक बच्चों में हीमोग्लोबिन का स्तर 11 ग्राम डीएल होना चाहिए। जबकि वही किसी वयस्क पुरूष में इसका स्तर 14 डीएल और महिलाओं में 12 डीएल तक होना जरूरी है।

अगर आपके हीमोग्लोबिन का स्तर इससे कम है, तो इसका कारण आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। लेकिन क्या प्रेगनेंसी में भी पोषक तत्वों की कमी ही हीमोग्लोबिन कम होने का कारण हो सकती है?

गर्भावस्था के दौरान होने वाली इस समस्या के बारें में जानने के लिए हमने बात कि सीनियर कंसल्टेंट अपोलो फर्टिलिटी एंड डायरेक्टर ऑफ आर्केडी विमन हेल्थ केयर एंड फर्टिलिटी (नोएडा) की डॉ पूजा दिवान से। जिन्होंने हमें इस समस्या के बारें में विस्तार से बताया।

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आखिर क्यों हो जाती है प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन की कमी । चित्र शटरस्टॉक।

आखिर क्यों हो जाती है प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन की कमी

डॉ पूजा दीवान के मुताबिक प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन कम होना एक साधारण कारण है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान खून में पानी की तादात बढ़ जाती है, जिससे कारण ब्लड डेल्यूट होने लगता है। साथ ही ब्लड डेल्यूट होने से कम होने लगते हैं। जिससे हीमोग्लोबिन प्राकृतिक रूप से कम होने लगता है।

कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि प्रेगनेंसी में आयरन की कमी के कारण हीमोग्लोबिन कम हो जाता है। जबकि एक्सपर्ट के मुताबिक शरीर में आयरन कम होने का प्रेगनेंसी से कोई संबंध नहीं है। ब्लड में प्लाजमा वोल्यूम बढ़ने से आरबीसी कम होना ही हीमोग्लोबिन कम होने का कारण होता है।

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हीमोग्लोबिन कम होने पर ये लक्षण आते है नजर

पोषक तत्वों की कमी के साथ बल्ड में पानी का स्तर बढ़ने पर आमतौर पर
हीमोग्लोबिन की कमी सकती है। ऐसे में शरीर में कमजोरी आना, अक्सर थकान महसूस करना या कमजोरी और एनिमिया से ग्रस्त होने जैसे लक्षण नजर आते हैं।

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नया हीमोग्लोबिन बनाने के लिए शरीर को आयरन की आवश्यकता होती है। चित्र : शटरकॉक

क्या प्राकृतिक तरीके से बढ़ाया जा सकता है हीमोग्लोबिन?

इस प्रश्न का उत्तर देते हुए वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पूजा दीवान कहती हैं कि शरीर में नया हीमोग्लोबिन बनाने के लिए शरीर को आयरन की आवश्यकता होती है। क्योंकि आवश्यक पोषक तत्व पहले से मौजूद होते हैं।

प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए डॉ पूजा दिवान ने इन तरीकों के बारें में बताया। एक्सपर्ट के मुताबिक प्राकृतिक तरीके से हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए हमें आयरन रीच फूड का सेवन बढ़ाना चाहिए। इसके लिए आप भरपूर मात्रा में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे कि पालक, बथुआ, मेथी का सेवन कर सकते हैं।

नॉन वेज ऑपशन के लिए आप मीट और चिकन का भी सेवन कर सकती है। ड्राइ फ्रूट्स के लिए खजूरल और अंजीर का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा गुड का सेवन और लोहे की कढ़ाई में भोजन तैयार करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ईशा गुप्ता
ईशा गुप्ता

यंग कंटेंट राइटर ईशा ब्यूटी, लाइफस्टाइल और फूड से जुड़े लेख लिखती हैं। ये काम करते हुए तनावमुक्त रहने का उनका अपना अंदाज है।

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