भारतीय रसोई में खाने में ज़ायके और तीखेपन को जोड़ने के लिए हरी मिर्च का खूब उपयोग किया जाता है। जहां कुछ लोग मील के साथ कच्ची हरी मिर्च खाना पसंद करते हैं, तो कुछ इसे अचार की फॉर्म में खाना चाहते हैं। विटामिन, पोटेशियम और कॉपर से भरपूर हरी मिर्च शरीर को कई रोगों से मुक्त रखने में मदद करती है। इसमें पाई लाने वाली एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा शरीर को मज़बूती प्रदान करती है। जानते हैं पोषक तत्वों से भरपूर हरी मिर्च के कुछ फायदे (Quick Green chilli pickle and benefits)।
इस बारे में डायटीशियन नुपूर पाटिल का कहना है कि हरी मिर्च में एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन ए, सी और ई की उच्च मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा हरी मिर्च को मिनरल्स और फ्लेवोनोइड्स का मुख्य सोर्स माना जाता है। हरी मिर्च उच्च मात्रा में विटामिन बी1 थायमिन, बी 2 राइबोफ्लेविन और बी 3 नियासिन का उत्पादन करती है। हरी मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी माइक्रोबियल प्रापर्टीज पाई जाती हैं। इससे इम्यून सिस्टम मज़बूत होने के साथ मोटापे की समस्या से भी राहत मिलती है।
हरी मिर्च का सेवन करने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है, जिससे शरीर संक्रमण से दूर रहता है। इसके अलावा हरी मिर्च में पाए जाने वाले एंटी.बैक्टीरियल गुण शरीर को कई बीमारियों को दूर रखते हैं। हरी मिर्च में पाया जाने वाला बायोएक्टिव प्लांट कंपाउड शरीर को क्रानिक डिज़ीज़ के जोखिम से दूर रखता है। इसके अलावा विटामिन सी की मात्रा इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार शरीर में जमा होने वाली अतिरिक्त कैलोरीज़ को हरी मिर्च की मदद से बर्न किया जा सकता है। इसके सेवन से बार बार भूख लगने की समस्या से भी बचा जा सकता है। इसमें पाया जाने वाला कैप्साइसिन कंपाउड कैलोरी इनटेक को कम करने में मदद करता है।
अन्य पोषक तत्वों की प्राप्ति के साथ हरी मिर्च के सेवन के बाद शरीर में हैप्पी हार्मोन बढ़ने लगते हैं। दरअसल, इसके सेवन से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है, जिससे शरीर को बेचैनी और दर्द से राहत मिलने लगती है। हरी मिर्च खाने से तनाव और चिंता से मुक्ति मिल जाती है।
विटामिन ए और सी से भरपूर हरी मिर्च का सेवन करने से पेट में दर्द, एसिडिटी, कब्ज और अपच की समस्या से राहत मिलती है। इसमें पाया जाने वाला कैप्साइसिन कंपाउड मेटाबॉलि ज्म को बूस्ट करता है। इसके नियमित सेवन से उच्च रक्तचाप की समस्या अपने आप हल हो जाती है।
छोटी हरी मिर्च 1 कटोरी
सरसों का तेल 2 बड़े चम्मच
सौंफ 1 चम्मच
सूखा धनिया 2 चम्मच
मेथीदाना 1/2 चम्मच
कलौंजी 1 चम्मच
नमक स्वादानुसार
इसे बनाने के लिए सबसे पहले हरी मिर्च को लेकर धो लें और उन्हें छोटे टुकड़ों में काटकर अलग बर्तन में रख लें।
दूसरी ओर एक पैन में सूखा धनिया, सौंफ, कलौंजी और मेथी दाना लेकर उसे कुछ देर तक हल्दी आंच पर भूनें।
भुने हुए मसाले कर पीसकर अलग रख लें। ध्यान रखें कि मसाला ज्यादा बारीक न हो। इससे अचार का स्वाद बना रहता है।
एक पैन में सरसों का तेल गर्म कर लें, जब तेल अच्छी तरह से गर्म हो जाए, तो उसमें हींग और कटी हुई मिर्च डाल दें।
मिर्च को डालने के बाद उसमें पिसा हुआ मसाला एड कर दें और हरी मिर्ची को अच्छी तरह से हिलाएं।
15 मिनट तक गैस पर हल्की आंच पर पकने के बाद मिर्च के अचार को गैस से उतार लें, अब इसे ठण्डा होने के बाद एयर टाइट कंटेनर में डालकर रख दें।
तैयार हो चुके अचार को आप परांठे या रोटी के साथ सर्व कर सकते हैं। इसमें मिर्च के साथ पके हुए आंवले भी एड कर सकते हैं।
मिर्च के साथ आंवला मिलाने से स्वाद के साथ अचार की पोषकता भी बढ़ने लगती है।