सूखे मेवे के तौर पर प्रयोग किए जाने वाले चिरौंजी के छोटे दाने कई बड़े गुणों से भरपूर है। चिरौंजी का सेवन करने से शरीर कई प्रकार की समस्याओं से मुक्त रहता है। शरीर में मज़बूती पैदा करने वाले इस पौधे के बीजों के अलावा इसकी पत्तियां, जड़ और तना भी बेहद लाभकारी है। इसे दानों के तौर पर प्रयोग करने के अलावा तेल और पाउडर की फॉर्म में भी इस्तेमाल किया जाता है। शरीर को बेमिसाल फायदे पहुंचाने वाली चिरौंजी की तासीर ठण्डी होती है। जानते हैं इसके अन्य गुण (Chironji benefits) और इस्तेमाल का तरीका भी।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ करेंट माइक्रोबायोलॉजी एंड एप्लाइड सर्विसेज़ के मुताबिक चिरौंजी में 52 फीसदी तेल की मात्रा पाई जाती है। इसे जैतून और बादाम की तेल के स्थान पर विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा इसका प्रयोग औषधी के तौर पर भी किया जाता है। इसमें 20 से 30 फीसदी तक प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। इसका प्रयोग स्किन संबधी समस्याओं को दूर करने के लिए भी किया जाता है। भारत में इसकी बड़ी मात्रा में पैदावार होती है।
इस बारे में मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा का कहना है कि स्वीट डिश में आमतौर पर गार्निशिंग के लिए प्रयोग की जाने वाली चिरौंजी एक सुपरफूड हैं। इसमें मौजूद गुण शरीर के इम्यून सिस्टम को मज़बूत करने के साथ शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को भी डिटॉक्स करने में कारगर है। डाइटरी फाइबर से समृद्ध चिरौंजी में लो कैलोरी पाई जाती है। प्रोटीन के रिच सोर्स चिरौंजी में आयरन और फोसफोरस भी पाया जाता है। इसके अलावा विटामिन बी 1, 2 और सी से भरपूर चिरौंजी हमारे मसल्स को मज़बूत बनाने का काम करती है।
एनसीबीआई के अनुसार चिरौंजी के पाडर का इस्तेमाल करने से पेट संबधी समस्याएं हल हो जाती है। पेट में सूजन, ब्लॉटिंग और दर्द की स्थिति में इसका सेवन बेहद फायदेमंद होता है। इसमें फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जो कब्ज की समस्या को दूर करता है। इसमें मौजूद एंटासिड प्रॉपर्टी पेट में एसिड बनने से रोकती है। इसके अलावा इनडाइजेशन, अल्सर व गैस्ट्र्रिटिस जैसी परेशानी को दूर भगाता है।
एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर चिरौंजी की मदद से हमारा शरीर संक्रमण से लड़ने की ताकत जुटा पाता है। इसमें मौजूद एंटी.बैक्टीरियल और एंटी.वायरल प्रापर्टीज सर्दी, जुकाम और गले में खराश जैसी दिक्कतों से हमें बचाती है। इसका सेवन आप किसी रेसिपी में एड करके या फिर दूध के साथ भी कर सकते हैं। इसे खाने से शरीर को मज़बूती मिलती है।
चिरौंजी स्वास्थ्य के साथ साथ ब्यूटी के लिए बेहद फायदेमंद है। चिरौंजी को पीसकर पाउडर बनाएं और उसमें गुलाब जल मिला दें। अब इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं। इससे चेहरे पर झुर्रियों के साथ साथ झाइयों की समस्या भी हल हे जाती है। इसके अलावा चिरांजी के पाउडर में दूध और शहद मिलाएं और थिक पेस्ट तैयार कर लें। अब इस घोल को चेहरे और गर्दन पर लगाएं। इसे चेहरे पर 15 मिनट तक लगा रहने दें और फिर धो लें। इससे चेहरे पर होने वाले मुंहासों की समस्या से राहत पाई जा सकती है।
अपने डिटॉक्सिफाइंग गुणों के कारण चिरौंजी का सेवन करने से ब्लड प्यूरिफाई होता है। इसके सेवन से शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थ डिटॉक्स होने लगते हैं। इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और कई प्रकार की समस्याओं से भी बचा रहता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज से हमारा शरीर संक्रमणों के जोखिम से बचा रहता है।
फाइबर से भरपूर होने के चलते इसे खाने से पेट लंबे वक्त तक भरा हुआ रहता है। इसे आप रोस्ट करके या दूध में पाउडर की फॉर्म में मिलाकर पी सकते हैं। इसके अलावा मीठी रेसिपीज़ में इसका खासतौर से प्रयोग किया जाता है। दाल के दानों के समान दिखने वाली चिरौंजी का सेवन करने से शरीर में प्रोटीन और आयरन की कमी पूरी हो जाती है।
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