खुद को एक्टिव रखने की चाहत तो हर किसी की होती है। मगर कुछ अनहेल्दी आदतें और लॉंग सिटिंग दिनचर्या को प्रभावित कर कई परेशानियों का कारण बनने लगती है। दरअसल, लंबे वक्त तक बैठने से कमर में होने वाली ऐंठन, मोटापा मानसिक तनाव और डाइजेशन संबधी समस्यांए बढ़ने लगती हैं। ऐसे में खुद को हेल्दी रखने और मांसपेशियों में आने वाली ऐंठन को दूर करने के लिए शरीर का स्वस्थ होना ज़रूरी है। नियमित योगाभ्यास ऐसी स्थिति में आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार साबित होता है। मंडूकासन इन सभी समस्याओं का एक समाधान है। जानते हैं मंडूकासन के फायदे (Benefits of mandukasana) और इसे करने का तरीका भी।
मंडूकासन यानि मेंढ़क के समान बैठकर किया जाने वाला योगाभ्यास। फ्रॉग पोज़ के नाम से प्रचलित इस योगासन को किसी भी उम्र वर्ग के लोग कर सकते हैं। वाह लाइफ की फांउडर और योग प्रेक्टिशनर सुमिता गुप्ता ने हेल्थशॉटस को मंडूकासन से हाने वाले फायदों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये हिम ओपनिंग योगासन शरीर को हृदय संबधी रोगों और खासतौर से डायबिटीज़ से बचाता है। इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन नियमित बन जाता है और शरीर हेल्दी व एनर्जेटिक बना रहता है।
इस योगासन को नियमित तौर पर करने से पैनक्रियाज एक्टिव होने लगतीं है और उससे शरीर में इंसुलिन बनता है। दिनभर में 2 से 3 बार इसका अभ्यास शरीर को फायदा पहुंचाता है। इससे मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन से भी मुक्ति मिल जाती है।
रोज़ाना 2 से 3 बार कुछ सेकण्ड के लिए मुडूकासन का अभ्यास करने से टांगों की मसल्स को मज़बूती मिलती है। इससे घुटनों का दर्द कम होने लगता है और शरीर का स्टेमिना बढ़ने लगता है। ये योगासन पैरों में होने वाले दर्द और ऐंठन को भी दूर करता है। लंबे वक्त तक बैठकर अगर आपकी टांगों में भी खिंचाव महसूस हसेने लगता है, तो इस योगासन का अभ्यास फायदेमंद साबित होता है।
पेट व लव हैंडल पर जमा चर्बी को बर्न करने के लिए इस योगासन को अवश्य चुनें। इससे घुटनों को मोड़कर किए जाने वाले इस योगासन से पेट के मसल्स में खिंचाव आता है। इससे पेट पर जमी अतिरिक्त चर्बी दूर होने लगती है। इसके अलावा थाइज और टांगें भी टोन होने लगती हैं।
इस योगासन को करने से पेट की मांसपेशियों को मज़बूती मिलती है। जिससे पाचन में सुधार होने लगता है। पेट संबधी समस्याएं जैसे कब्ज, ब्लोटिंग और एसिडिटी जैसी परेशानियों से राहत मिल जाती है। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। जो खाने को पचाने में मदद करता है।
इस योगासन को करने के लिए सिर को जमीन पर टिकाना पड़ता है। इससे मांसपेशियों में ब्लड फ्लो बेहतर हो जाता है। जो मानसिक तनाव और थकान को दूर करके शरीर को तरोताज़ा रखने में मदद करता है। इससे आप खुद को फ्रेश महसूस करते हैं और किसी भी चीज़ पर फोक्स करने में दिक्कत नहीं आती है।
इसे करने के लिए मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं। इस दौरान कमर को एक दम सीधा रखें और हिप्स को पैरों के उपर टिका लें।
योगासन के दौरान दोनों टांगों के मध्य दूरी न बनाकर रखें। अब दोनों हथेलियों को उलटाकर मिलाएं और मुट्ठी बनाकर नाभि के पास रखें।
अब धीरे धीरे आगे की ओर झुकें। अपनी चिन को जमीन पर लगाएं और गहरी सांस लें व छोड़ें। सांस पर अपना पूरा ध्यान केद्रित कर लें।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंइसी योग मुद्रा में 30 सेकण्ड से 1 मिनट तक बैठें और फिर उपर की ओर उइें और वज्रासन में बैठ जाएं।
दिनभर में 2 से 3 बार इस योगासन का अभ्यास कई शारीरिक समस्याओं को दूर रखने में मददगार साबित होगा।