महिलाएं अक्सर अपनी बॉडी शेप को लेकर सतर्क रहती हैं। मगर कई बार खान पान में लापरवाही और डेस्क जॉब के कारण कमर के दोनों ओर फैट जमा होने लगते हैं। जो लव हैण्डल कहलाते हैं। नियमित व्यायाम न करना फैट्स जमा होने का मुख्य कारण है। इसके चलते न केवल आप अन्य लोगों से मिलने से कतराने लगते हैं बल्कि आपके कपड़ों का साइज़ भी बढ़ने लगता है। इस तरह की सिचुएशन आपके लिए तनाव का कारण भी बन सकती है। खुद को इस समस्या से बाहर निकालने के लिए कुछ बातों का अवश्य ख्याल रखें। जानते हैं लव हैंडल (love handles) बढ़ने के क्या कारण है और इसे कैसे दूर किया जा सकता है।
ये शब्द सुनने में थोड़ा अलग लगता है। मगर बेहद रोमांचक है। दरअसल, कमर के दोनों ओर जमा होने वाले फैट्स को लव हैंडल इसलिए कहा जाता है। क्यों कि आपका पार्टनर आपको अपने नज़दीक लाने के लिए कमर के दोनों ओर हाथ रखता है। इसी के चलते इन्हें लव हैंडल कहा जाता है।
मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा के अनुसार लव हैंडल यानि वो एक्स्ट्रा फैस, जो कमर के आसपास जमा हो जाता है। इस तरह के फैट को मफिन टॉप भी कहा जाता है। कैलोरीज़ जमा होने के कारण जमा होने वाले लव हैंडल और बैली फैट से बचने के लिए उचित पोषण, व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव ज़रूरी है। दरअसल, लव हैंडल पर जमा फैट बेहद जिद्दी होता है, जो सही वर्कआउट रूटीन फॉलो करके ही दूर किया जा सकता है।
अगर आप अधिकतर समय तनाव में रहते हैं, तो उससे बॉडी में कार्टिसोल हार्मोन प्रोडयूस होने लगता है। जो स्ट्रेस हार्मोन कहलाता है। इससे बॉडी बेट बढ़ने लगता है। पेट के निचले हिस्से में बॉडी फैट जमा होने लगता है। जिसे लव हैण्डल या मफिन टॉप भी कहा जाता है।
सिडेंटरी लाइफ स्टाइन बैली फैट बढ़ने का कारण बन जाता है। निरंतर योग के माध्यम से इस समस्या से राहत मिल सकती है। खुद को हेल्दी और फिट बनाए रखने के लिए फिजिकल एक्टिविटी ज़रूरी है। अगर आप फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते हैं, तो आपकी ओवरऑल बॉडी कई समस्याओं से घिर सकती है।
बिना सोचे समझे कुछ भी खाना कई समस्याओं का कारण साबित हो सकता है। कार्ब्स, शुगर और साडियम इनटेक से शरीर में मोटापा बढ़ता है। हाई कैलोरी फूड दिनभर खाने से शरीर में कैलोरीज़ जमा होने लगती हैं, जो कमर के आसपास लव हैण्डल का कारण बन जाती हैं।
ज्यादा मात्रा में चीनी का सेवन शरीर में कैलोरीज़ के जमा होने का मुख्य कारण है। रोजमर्रा के जीवन में खाई जाने वाली कुकीज, कैंडीज और फास्ट फूड में मौजूद एडीड शुगर शरीर के लिए नुकसानदायक है। सोडा और कोल्ड ड्रिंक्स में भी कटौती बेहद आवश्यक है। इससे शरीर में हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और मेटाबॉलिक डिज़ीज़ का खतरा बढ़ जाता है।
बार बार होने वाली क्रेविंग्स से मुक्ति पाने के लिए दिनभर की मील में फाइबर रिच फूड आइटम्स को शामिल करें। इसके लिए अपनी डाइट में ओट्स, बीन्स, नट्स, मौसमी फल और सब्जियों को सम्मिलित करें। इन्हें नियमित तौर पर खाने से लंबे वक्त तक भूख नहीं लगती है। जो वेटगेन की समस्या को कम कर देता है।
अगर आप खुद को फिट बनाए रखना चाहती हैं, तो देर तक बैठना अवॉइड करें। लंबे वक्त तक बैठने से वेस्ट लाइन बढ़ने लगती है। जर्नल ऑफ प्लोस वन के अनुसार सिडेंटरी लाइफ स्टाइल अपनाने से न केवल हृदय संबधी समस्याओं का खतरा बढ़ता है बल्कि दिनों दिन मोटापा बढ़ने लगता है।
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार वे लोग जो हर छोटी बात को लेकर तनाव में रहते हैं। उससे न केवल वो मानसिक तौर पर परेशान रहते हैं। बल्कि शारीरिक तौर पर भी कमज़ोर हो जाते हैं। अत्यधिक तनाव से शरीर में कार्टिसोल हार्मोन प्रोडयूस होता है। जो एंग्जाइटी, सिरदर्द और मोटापे का कारण सिद्ध होता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
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