शरीर को हेल्दी रखने के लिए खान पान के अलावा फिजिकल एक्टिविटी भी बेहद ज़रूरी है। उम्र के साथ वर्कआउट की आवश्यकता भी बढ़ने लगती है। अन्यथा हमारा शरीर हृदय रोग, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का शिकार होने लगता है। अगर आप भी हाइपेरटेंशन से ग्रस्त है और उससे मुक्ति पाना चाहती हैं, तो इन योगासनों के माध्यम से अपनी इस समस्या को सुलझा सकती है। जानते हैं खुद को फिट रखने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने वाले ये 4 योगासन (yoga for hypertension) ।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक स्टडी की मानें, तो वे लोग जो हाइपरटेंशन से ग्रस्त है। उन्हें दिन में 3 बार योगाभ्यास करना चाहिए। वे लोग जो इस रूटीन को फॉलो कर रहे थे। उनके शरीर में ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। इसके अलावा मेडिटेशन और ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ की अपेक्षा योग मुद्राओं से ब्ल्ड प्रेशर को आसानी से बढ़ने से रोका जा सकता है।
मानसिक परेशानी हमारे पूरे शरीर को नुकसान पहुंचाती है। इस योगासन को करने से हमारा माइंड रिलैक्स और मन संतुलित रहता है। इसके अलावा घुटनों के बल बैठकर किए जाने वाले इस योग के कारण हिप्स और स्पाइन में भी लचीलापन बढ़ने लगता है। इसे नियमित तौर पर करने से हाइपरटेंशन की समस्या से बचा जा सकता है।
इस योगासन को करने के लिए मैट पर सीधा खड़े हो जाएं। अब दोनों घुटनों को मोड़ते हुए बैठें। इस दौरान कमर को एक दम सीधा रखें।
एड़ियों पर बैठते हुए दोनों पैरों को एक दूसरे से चिपका लें। इसके बाद दोनों हाथों को थाइज़ पर टिकाएं और गहरी सांस लें।
इसके बाद दोनों हाथों को नमस्कार की मुद्रा में लेकर आएं और बाजूओं को एकदम सीधा रखते हुए ज़मीन पर रखें ।
अपने चेहरे को ज़मीन से छूएं और हाथों को आगे की ओर खींचें। आप चाहें, तो सिर के नीचे तकिया भी टिका सकती है।
इस योगासन के दौरान गहरी सांस लें और छोड़ें। इस योगमुद्रा में शरीर को 30 सेकण्ड तक बनाए रखें। इस प्रकार 2 से 3 बार इस योग मुद्रा को दोहराएं।
वे लोग जो हाइपरटेंशन का शिकार है। उनके लिए इस योग को करना बेहद ज़रूरी है। ज़मीन पर बैठकर किए जाने वाले इस योग को करने से मांसपेशियों की ऐंठन दूर होती है। साथ ही ब्लड फ्लो बेहतर बना रहता है। इसका नियमित अभ्यास शरीर को कई प्रकार के लाभ पहुंचाता है।
इस योग को करने के मैट पर सीधा बैठ जाएं। अब दोनों टांगों को आगे की ओर रखें और घुटनों को भी सीधा रखें। अब गहरी सांस लें।
योग के दौरान रीढ़ की हड्डी का सीधा रहना आवश्यक है। इस दौरान दोनों हाथों से पैरों को छूएं। अब सांस को छोड़ते हुए सिर को घुटनों पर रखें।
दोनों हाथों से पैरों को पकड़े रखें। इस दौरान आंखें भी बंद रखें। इस मुद्रा में 30 सेकण्ड से लेकर 1 मिनट तक बने रहे।
दिन में 2 से 3 बार इस योगासन का अभ्यास आवश्यक है। इससे आप खुद को टेंशन और तनाव से दूर रख पाती है।
शरीर में लचीलापन लाने और रक्त प्रवाह को नियमित रखने के लिए बद्धकोणासन एक बेहतरीन विकल्प है। इस योगासन को आप कहीं भी और किसी भी उम्र के लोग आसानी से कर सकते हैं। इसे करने से सीने में जलन, एसिडिटी और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या दूर हो जाएगी।
इस योग को करने के लिए मैट पर बैठ जाएं। अब दोनों पैरों के पंजों को आपस में जोड़ लें। इस दौरान घुटनों को मोड़े।
दोनों हाथों से पंजों को पकड़ लें। इसके बाद थाइज़ को उपर नीचे करें। बटरफ्लाई पोज़ के नाम से मशहूर इस योग को नियमित तौर पर करें।
इसे करने से मांसेपशियों को सुकूल मिलता है। इस योगासन को 1 से 2 मिनट तक करें। इससे टांगों में दर्द और बैक पेन की समस भी हल हो जाती है।
इस योग को रोज़ाना करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित बना रहता है।
इस योग को करने से पाचन संधी समस्याएं दूर होती है। साथ ही घुटनों और हाई बीपी की समस्या हल होने लगती है। इसे नियमित तौर पर करने से याददाश्त कम होने की परेशानी से राहत मिल जाती है। इसके अलावा पैरों का दर्द भी इस योग को करने से ठीक होने लगता है।
इस योग को करने के लिए मैट पर वज्रासन में बैठ जाएं। उसके बाद दोनों पंजों को पीछे की ओर लेकर जाएं।
योगासन को करने के लिए दोनों पैरों को हिप्स से न छूते हुए नीचे की ओर रख लें। अब दोनों पैरों की उंगलियों को एक दूसरे से छूएं।
अब दोनों हाथों को घुटनों पर रखें और गहरी सांस लें व छोड़े। इस प्रक्रिया को 1 मिनट तक दोहराएं। इससे शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होने लगता है।
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