scorecardresearch facebook

सहस्रार या क्राउन चक्र को एक्टिवेट कर मेंटल हेल्थ में किया जा सकता है सुधार, यहां जानिए कैसे

तनाव, चिंता और इमोशनल इंबैंलेंस व्यक्ति की शारीरिक और मेंटल हेल्थ दोनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे में शरीर में मौजूद क्राउन चक्र यानि सहस्रार चक्र के एक्टिव होने से व्यक्ति को सुकून और शांति की प्राप्ति होती है
Crown chakra kaise karein activate
क्राउन चक्र यानि सहस्रार चक्र पर एक हजार कमल की पखंड़ियां मौजूद होती है। चित्र- अडोबी स्टॉक
Published On: 20 Apr 2024, 06:30 pm IST

शरीर में मौजूद सात चक्र ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत हैं, जो सिर से शुरू होते हुए पूरे शरीर में मौजूद हैं। सभी चक्र शरीर में ऊर्जा का प्रसार करते हैं। आमतौर पर दिनों दिन बढ़ने वाला तनाव, चिंता और इमोशनल इंबैंलेंस व्यक्ति की शारीरिक और मेंटल हेल्थ दोनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे में शरीर में मौजूद क्राउन चक्र यानि सहस्रार चक्र के एक्टिव होने से व्यक्ति को सुकून और शांति की प्राप्ति होती है। जानते हैं सहस्रार चक्र किसे कहते हैं और इसे एक्टीविट करने की टिप्स भी (tips to stimulate crown chakra)।

सहस्रार चक्र किसे कहते हैं (Crown chakra)

इस बारे में बातचीत करते हुए योगाचार्या सौम्या चावला बताती हैं कि क्राउन चक्र यानि सहस्रार चक्र पर एक हजार कमल की पखंड़ियां मौजूद होती है। इस चक्र को स्टीम्यूलेट करने के बाद जीवन में आनंद की प्राप्ति होने लगती है। हांलाकि लाखों करोड़ों लोग इस चक्र को एक्टीविट करने का प्रयास करते हैं। मगर कुछ गिने चुने लोग ही वहां तक पहुंच पाते हैं। इससे शरीर में हार्मोन बैलेंस निर्धारित होता हैं। इसे करने के लिए समय की कोई सीमा नहीं है।

इस चक्र की डिएक्टीविट होने के चलते महिलाओं में हार्मोन असंतुलन का सामना करना पड़ता है। वे महिलाएं, जो काम को टालती है या आलस्य से घिरी रहती हैं, उनमें हार्मोन इंबैंलेंस पाया जाता है। सहस्रार चक्र उच्च चोटी का चक्र कहलाता है। इसका रंग वायलेट और सफेद होता है। इसे एक्टीवेट करने के लिए ओम के मंत्र का जाप किया जाता है। इससे डिवाइन पावर शरीर में प्रवेश करने लगती है।

Crown chakra ke fayde
क्राउन चक्र मुख्य रूप से पिट्यूटरी ग्लेंड और हाइपोथेलेमस से जुड़ा हुआ होता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

सहस्रार चक्र मेंटल हेल्थ से कैसे जुड़ा हुआ है

विज़डम ट्री योगा एंड हीलिंग आर्टस के अनुसार क्राउन चक्र मुख्य रूप से पिट्यूटरी ग्लेंड और हाइपोथेलेमस से जुड़ा हुआ होता है। पिट्यूटरी ग्रंथि मटर के दाने के समान नज़र आता है, जो हार्मोन का सिक्रीशन करता है। इससे मेटाबॉलिज्म, ब्लड प्रेशर, रिप्रोडक्शन और यौन परिपक्वता को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। हाइपोथैलेमस पिट्यूटरी ग्लैंण्ड के साथ मिलकर काम करता है। दरअसल, क्राउन चक्र हाइयर ब्रेन यानि सेरेब्रल कॉर्टेक्स के साथ क्लोज़ली जुड़ा हुआ है। सेरेब्रल कॉर्टेक्स मांइड की आउटरमोस्ट लेयर है। ये किसी व्यक्ति के ध्यान, जागरूकता, विचार, मेमोरी और कॉशियसनेस से जुड़ा हुआ है।

सहस्रार चक्र को एक्टिव करने के लिए इन टिप्स को फॉलो करें (Tips to activate crown chakra)

1. डेली स्पीरिचुअल प्रैक्टिस करें

नियमित रूप से स्पीरिचुअल प्रैक्टिस करने से तन और मन दोनों को सुकून की प्राप्ति होती है। इसके लिए किसी एकांत जगह की तलाश करें और उस जगह को व्यवस्थित करके रखें, ताकि मन आसानी से एकाग्रचित्त हो पाए। इस खाली वक्त में शांत हो जाएं और आंखे बंद करके बैठें।

2. प्राणायाम का अभ्यास

क्राउन चक्र को रिएनर्जाइज़ करने के लिए प्राणायाम करें। इसके लिए कुछ देर नाड़ी शोधन कर मन को शांत करने का प्रयास करें। इस दौरान गहरी सांस लें और छोड़ें। 5 से 10 मिनट तक इसी मुद्रा में बैठें और सांस पर ध्यान केंद्रित करें। इसके लिए नाक के ज़रिए सांस लें, पहले बाईं ओर से लें और दाईं ओर से सांस करें। फिर दाईं ओर से लें और बाईं ओर से रिलीज करें।

mind ko healthy rakhne ke liye tips
क्राउन चक्र को रिएनर्जाइज़ करने के लिए प्राणायाम करें। इसके लिए कुछ देर नाड़ी शोधन कर मन को शांत करने का प्रयास करें। चित्र:शटरस्टॉक

3. ओम का जाप करें

ओम की ध्वनि न केवल क्राउन चक्र की वाइब्रेशन को मैच करती है बल्कि इससे शरीर में एनर्जी का स्तर भी बढ़ने लगता है। इसके नियमित अभ्यास से नकारात्मकता को दूर करके एकाग्रता को बढ़ाने में मदद मिलती है। ओम का उच्चारण करने से सभी चक्रो एक्टीविट करने में मदद मिलती है।

Pollपोल
नवरात्रि उपवास वेट लॉस में मददगार हो सकते हैं?

4. योगासनों का करें अभ्यास

क्राउन चक्र को जगाने के लिए शीर्षासन, सासंगासन, मत्स्यासन और अधो मुख श्वानासन का प्रयास करें। सिर के बल किए जाने वाले इन योगासनों को करने से मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने लगता है, जिससे क्राउन चक्र को स्टीम्यूलेट करने में मदद मिल जाती है।

5. ग्रेटीट्यूट शो करें

दिन की शुरूआत ग्रेटफुलनेस से करें यानि मन ही मन शांति से बैठकर दूसरों का आभाव व्यक्त करें। इससे मन में दूसरों के प्रति उठने वाले विचारों से बचा जा सकता है और मानसिक स्वस्थ्य स्वास्थ्य को हेल्दी बनाने में मदद मिलती है। मेंटल हेल्थ को बूस्ट करने के लिए सुबह उठकर इसकी प्रैक्टिस अवश्य करें।

ये भी पढ़ें- चेस्ट फैट आपका लुक खराब कर रहा है, तो इन 4 एक्सरसाइज़ से करें इसे कम

BMI

वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए

बीएमआई चेक करें

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
ज्योति सोही
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

अगला लेख