मौसम बदलने के साथ स्किन को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। स्किन की देखभाल के लिए लोग कई तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। मगर मेकअप की कई लेयर्स के बीच वे सनस्क्रीन को अवॉइड कर देते हैं। दरअसल, मौसम चाहे कोई भी हो स्किन को धूप से बचाना बेहद आवश्यक है। इससे स्किन की लेयर्स को डैमेज से बचाने में मदद मिलती है। अक्सर लोगों को धूप में रहने से रेडनेस, खुजली और जलन का सामना करना पड़ता है।
सूरज की अल्ट्रावायलेट रेज़ के प्रभाव को कम करने के लिए सनस्क्रीन एक प्रोटेक्ट करने वाला प्रोडक्ट है। इससे न केवन त्वचा पर एजिंग का प्रभाव कम होता है, बल्कि एक्ने की समस्या भी कम होती है। सनस्क्रीन (Best sunscreen) पूरी तरह से वाॅटर और स्वेट रेजिस्टेंट होती है, जिससे मुलायम और सूदिंग इफेक्ट मिलता है।
इस लेख में हम ऐसी ही 6 बेस्ट सनस्क्रीन (Best sunscreen) की बात करेंगे, जो न केवल वॉटरप्रूफ है, बल्कि उससे स्किन में भी निखार आएगा। इसके नियमित इस्तेमाल से स्किन एजिंग को रिवर्स किया जा सकता है और टैनिंग से भी राहत मिल जाती है। अगर आप भी नॉन ग्रीसी और लाइटवेट सनस्क्रीन को अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करना चाहती हैं, तो इन विकल्पों पर अवश्य ध्यान दें।
डॉ शेठ’स सेरामाइड विटामिन सी सनस्क्रीन (Best sunscreen) में नॉन ग्रीसी और क्विक एबजॉर्बिंग क्वालिटी पाई जाती है। इससे न केवल स्किन ब्राइटनेस बढ़ने लगती है बल्कि ग्लो भी मेंटेन रहता है। इसे चेहरे पर लगाने से यूवीए, यूवीबी और ब्लू लाइट से स्किन को प्रोटेक्ट करने में मदद करती है।
नॉन ग्रीसी
क्विक एब्जॉर्बिंग
एसपीएफ 50+
सभी स्किन टाइप्स के लिए
स्किन ब्राइटनेस को बढ़ाएं
एंटी एजिंग गुणों से भरपूर
एसपीएफ 50 और पीए+++ प्रोटेक्शन से भरपूर होने के चलते एजिंग को धीमा करता है और सनबर्न को रोकता है।
फॉर्मूलेशन में सेरामाइड्स की मौजूदगी स्किन बैरियर का काम करती है जिससे पिगमेंटेशन और सेल्स डैमेज से बचा जा सकता है।
त्वचा की नमी बरकार रहती है। हाइड्रेटिंग गुण मॉइश्चर करे रीस्टोर करके त्वचा को ग्रीसी होने से रोकता है। चिकना महसूस किए बिना त्वचा में मानमी रखती है
संवेदनशील त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद और त्वचा को हेल्दी बनाए रखती है।
ये सनस्क्रीन पूरी तरह से अनसेंटिड यानि खुशबू रहित है।
वे लोग जिनकी त्वचा एक्ने प्रोन है, उनके लिए ये सनस्क्रीन बेहद कारगर साबित होती है। रिव्यू के अनुसार इससे एक्ने मार्क्स को भी दूर किया जा सकता है। इससे त्वचा का टैक्सचर उचित बना रहता है और मॉइश्चराइज़ रहती है।
कॉन्शियस केमिस्ट सनस्क्रीन (Best sunscreen) ऑयली स्किन वालों के लिए बेहतरीन विकल्प है। ये न केवल लाइटवेट है बल्कि पूरी तरह से वॉटर रज़िस्टेंट भी है। इसका फॉर्मयूलेश एसपीएफ 50 है, जो स्किन पोर्स को टाइट करके स्किन ब्राइटनेस को बढ़ाने में मदद करता है। इससे त्वचा हार्श केमिकल्स के प्रभाव से बच जाता है।
एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज़ से भरपूर
लाइट वेट सनस्क्रीन
वॉटर रज़िस्टेंट
नियासिनामाइड पाया जाता है
वजन 65 ग्राम
हाइब्रिड एसपीएफ 50 फॉर्मूलेशन शील्ड
नियासिनमाइड की अधिक मात्रा होने के चलते सेंसिटिव स्किन वाले लोगां को सीमित मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए।
इसकी खुशबू बेहतरीन है और ये पूरी तरह से नॉन ग्रीसी और वाइट कास्ट रहित है। लाइटवेट होने के चलते त्वचा के टैक्सचर को स्मूद बनाए रखने में मदद करता है।
गार्नियर सुपर यूवी इनविजिबल सीरम सनस्क्रीन (Best sunscreen) को चेहरे पर अप्लाई करने से स्किन हाइड्रेट रहती है। इससे त्वचा की इलास्टीसिटी मेंटेन रहती है, जिससे एजिंग से राहत मिलती है। त्वचा पर यूवीए और यूवीबी रेज़ का प्रभाव कम होने लगता है। विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है।
हाइड्रेटिंग
एंटी.एजिंग
मॉइस्चराइजिंग
नॉन स्टिकी
विटामिन सी से भरपूर
कैप्रिलोयल सैलिसिलिक एसिड
ये पूरी तरह से खुशबू से रहित है।
ऑयली और एक्ने प्रोन स्किन के लिए ये बेहद कारगर साबित होती है। इससे त्वचा के टैक्सचर में सुधार नज़र आता है। रिव्यू के अनुसार इससे स्किन की नमी रीस्टोर होने लगती है और विटामिन सी के कारण त्वचा पर डार्क स्पाट्स की समस्या हल हो जाती है।
इस सनस्क्रीन में विटामिन सी और ई की मात्रा पाई जाती है। इसमें लिक्विड एसपीएफ 50 पाया जाता है, जिससे स्किन टोन उचित बनी रहती है। इससे यूवीए, यूवीबी और ब्लू लाइट प्रोटेक्शन मिलती है। इस कोलेजन बूस्टिंग सपस्क्रीनल से डॉर्क स्पॉट्स को दूर किया जा सकता है और पिगमेंटेशन से राहत मिलती है।
डार्क स्पॉट करेक्शन
अल्ट्रा.वायलेट प्रोटेक्शन
नॉन.कॉमेडोजेनिक
इवन टोनिंग
सूदिंग इफे्क्ट
फ्री रेडिकल्स से बचाए
विटामिन सी और ई से भरपूर
वज़न 50 ग्राम
सेंसिटिव त्वचा वाले लोगों को स्किन इरिटेशन का सामना करना पड़ सकता है। इसकी रेंज एसपीएफ 50 से कम नहीं है।
रिव्यू के अनसुर इसे अप्लाई करने से ज़ीरो वाइट कास्ट की संभावना रहती है। ये स्किन को मॉइश्चराइज़ रखती है और त्वचा आसानी से एबजॉर्ब होने लगती है। फायदेमंद होने के साथ सनस्क्रीन किफायती भी है।
सनस्क्रीन त्वचा पर अतिरिक्त तेल को नियंत्रित करने में मदद करती है। इससे टैनिंग की समस्या हल हो जाती है और स्किन टैक्सचर इंप्रूव होता है। एंटी एजिंग की समस्या हल होती है और इनडेडोर व आउटडोर प्रोटेक्शन में फायदा मिलता है। ये लाइटवेट है और सेंसिटिव स्किन के लिए भी पूरी तरह से सेफ है।
त्वचा को हाइड्रेट रखता है
यूवी रेज़ को ब्लॉक कर देता है
लाइटवेट और नॉन स्टिकी है
विटामिन डी एबजॉर्बशन को बढ़ाता है
टैक्सचर जेल बेस्ड है
सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को पैच टेस्ट कर लेना चाहिए।
इस कूलिंग सनस्क्रीन से त्वचा को ठंडक मिलती है और स्किन का निखार बढ़ने लगता है। रिव्यू के अनुसार ये आसानी से त्वचा में ब्लैंड हो जाती है, जिससे एबजॉर्ब करने में भी मदद मिलती है। ऑयली स्किन के लिए भी फायदेमंद है।
वे लोग जिनकी त्वचा ऑयली है उनके लिए कॉन्शियस केमिस्टो सनस्क्रीन एसपीएफ 50 पीए़++++ बेहद फायदेमंद है। इस जेल बेस्ड सनस्क्रीन में चावल के पानी और पीच एक्सट्रेक्ट का इस्तेमाल किया गसा है। इसमें मौजूद विटामिन सी की मात्रा स्किन को हेल्दी और बेदाग रखने में मदद करती है।
त्वचा को रखे हाइड्रेट
चिपचिपाहट से मुक्त
आसानी से ब्लैंड हो जाना
यूवी रेज़ को करे ब्लॉक
मॉइश्चर रिटेंशन में सुधार
अतिरिक्त ऑयल को करे एबजॉर्ब
रिव्यू के अनुसार ये एक हाई प्रोटेक्शन सनस्क्रीन है। ये सेंसिटिव स्किन के साथ साथ कॉम्बीनेशन स्किन के लिए भी फायदेमंद है। इस आईएसपीए सनस्क्रीन आसानी से त्वचा में एबजॉर्ब होने लगती है और ये पूरी तरह से पॉकिट फ्रेंडली है।
सभी सनस्क्रीन में गार्नियर सुपर यूवी इनविजिबल सीरम सनस्क्रीन सबसे किफायती है। इसके अलावा स्किन को हाइड्रेट रखने में भी मदद करती है। इसके अलावा वे लोग कूलिंग सनस्क्रीन को विकल्प के तौर पर ढूढं रह हैं, उनके लिए डॉट एंड की वाटरमेलन कूलिंग सनस्क्रीन सबसे बेहतर है।
ऐसी सनस्क्रीन चुनें जो ब्राड स्पेक्ट्रम प्रोटेक्शन प्रदान करने में मदद करती है। इसकी मदद से सिकन को यूवीए, यूवीबी और ब्लू लाइट से प्रोटेक्ट किया जा सकता है।
एसपीएफ 30 या उससे अधिक के साथ आने वाली सनस्क्रीन का उपयोग करें क्योंकि यह सूरज की क्षति से बेहतर सुरक्षा प्रदान करती है। ।
इस बात का ख्याल रखें कि सनस्क्रीन वॉटर रज़िस्टेंट हो। दरअसल, सनस्क्रीन पानी या पसीने के संपर्क में आने के बाद भी आपकी त्वचा की रक्षा करती रहती है।
स्किन कैंसर फ़ाउंडेशन त्वचा के प्रति वर्ग सेंटीमीटर पर लगभग 2 मिलीग्राम सनस्क्रीन लगाने का सुझाव देता है। सनस्क्रीन स्प्रे के मामले में, इसका इस्तेमाल तब करें जब तक कि आपको अपनी त्वचा पर एक समान परत न दिखे। इसके अलावा, बेहतर सुरक्षा के लिए आपको हर 2 घंटे के बाद सनस्क्रीन लगाना नहीं भूलना चाहिए।
हां, लेकिन इसे किसी दूसरे विकल्प की जगह इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। आपकी त्वचा को सनस्क्रीन से ज़रूरी नमी नहीं मिल सकती क्योंकि मॉइस्चराइज़र त्वचा को मॉइस्चराइज़ करने के इरादे से बनाए जाते हैं, जबकि सनस्क्रीन सिर्फ़ अतिरिक्त लाभ के रूप में काम करते हैं।
सामान्य त्वचा के लिए, कोई भी सनस्क्रीन जो त्वचा पर चिपचिपाहट महसूस किए बिना व्यापक स्पेक्ट्रम सुरक्षा प्रदान करती है, वो फायेदमंद है। इसलिए ऐसी सनस्क्रीन का चुनें व इस्तेमाल करें जो हल्की हों, जल्दी एबजॉर्ब हो जाएं और कोई सफेद निशान न छोड़ें।
एसपीएफ 30, 50 या उससे ज़्यादा वाली कोई भी सनस्क्रीन त्वचा के लिए फायदेमंद है। इनकी मदद से किरणों को बेहतर तरीके से रोका जा सकता है। उच्च एसपीएफ स्तर सूर्य की यूवी रेज़ को ज़्यादा रोक सकता है। लेकिन याद रखें कि कोई भी सनस्क्रीन 100 प्रतिशत किरणों को नहीं रोक सकती है।
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