ठंड के मौसम में गिरते तापमान के साथ हवाएं शुष्क हो जाती हैं। वहीं ठंडी और शुष्क हवा के संपर्क में आने से त्वचा की नमी पूरी तरह से छिन जाती है और यह बेहद ड्राई हो जाती है। स्किन ड्राइनेस त्वचा संबंधी अन्य परेशानियों को जन्म दे सकती है, खास कर यह त्वचा पर संक्रमण के खतरे को बढ़ा देता है। वहीं ड्राइनेस त्वचा को डल और बेजान बना देती हैं। इन सभी परेशानियों से बचने के लिए त्वचा में मॉइश्चर मेंटेन रखना बहुत जरूरी है, जिसके लिए आपको मार्केट से हजारों रुपए खर्च कर केमिकल युक्त मॉइश्चराइजिंग प्रोडक्ट्स (moisturising effect) खरीदने की आवश्यकता नहीं है, घर पर ताजी मलाई की मदद से त्वचा में नमी को बरकरार रखा जा सकता है।
ताजी मलाई (Malai for skin) में मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी के साथ ही कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनका सही इस्तेमाल स्किन ड्राइनेस को कम करते हुए त्वचा को अंदर से मॉइश्चराइज करता है। अब आप यह सोच रही होगी क्या इसका इस्तेमाल त्वचा के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है? तो चलिए आज इस लेख के माध्यम से जानते हैं, त्वचा पर मलाई के प्रभाव, साथ ही जानेंगे क्या है त्वचा पर मलाई के इस्तेमाल का सही तरीका (how to apply malai on face)।
ठंड के मौसम में स्किन बेहद ड्राई हो जाती है, ऐसे में मलाई आपकी मदद कर सकता है। मलाई यानी की मिल्क क्रीम में लैक्टिक एसिड पाया जाता है, यह त्वचा को हाइड्रेट करता है और इसे मुलायम बनाता है। इसके अलावा इसमें कई महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो बच्चों को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं। साथ ही इसकी मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी त्वचा में मॉइश्चर को लॉक कर देती है।
त्वचा पर मलाई लगाने से पोर्स खुल जाते हैं, और यह पोर्स के अंदर से गंदगी और तेल को रिमूव करता है। इसमें मौजूद विटामिन और प्रोटीन इसकी गुणवत्ता को अधिक बढ़ा देते हैं। यह स्किन पोर्स को क्लीन करने में मदद करते हैं। जब पोर्स साफ रहते हैं, तो ब्रेकआउट, स्किन एक्ने, आदि जैसी समस्याएं आपको परेशान नहीं करती।
जब त्वचा ड्राई हो जाती है, तो स्किन पर डेड स्किन सेल्स जमा हो जाते हैं। यह त्वचा को डल और बेजान बना देते हैं, ऐसे में मलाई में मौजूद लैक्टिक एसिड डेड स्किन सेल्स को रिमूव करने में मदद करती हैं। मलाई एक्सफोलिएट एजेंट की तरह काम करते हुए त्वचा से डेड और ड्राई स्किन को निकाल देती हैं, जिससे की स्किन मुलायम और ग्लोइंग नजर आती है।
स्किन इलास्टिसिटी में कमी आने से त्वचा पर फाइल लाइन, रिंकल्स जैसे एजिंग के अन्य निशान नजर आने लगते हैं। ऐसे में मलाई का इस्तेमाल आपकी मदद कर सकता है। मलाई में लैक्टिक एसिड, प्रोटीन सहित कई महत्वपूर्ण विटामिन पाए जाते हैं, जो त्वचा में इलास्टिसिटी को लंबे समय तक बनाए रखते हैं। इससे स्किन सैगिंग की समस्या नहीं होती और त्वचा लंबे समय तक जवां रहती है।
दो चम्मच ताजी दूध की मलाई में एक चम्मच शहद डालें और इसे अच्छी तरह मिलाएं। अब तैयार किए गए पेस्ट को त्वचा पर अप्लाई करें, फिर उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए त्वचा को मसाज दें। इसे लगभग 15 से 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें, फिर सामान्य प्राणी से अपनी त्वचा को साफ कर लें।
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ड्राई स्किन को बीट करना है, तो एक्सफोलिएशन के लिए मलाई और बेसन से बना स्क्रब बेहद प्रभावी साबित हो सकता है। दो चम्मच ताजी मलाई में लगभग एक चम्मच बेसन मिलाएं, अब इस पेस्ट को त्वचा पर अप्लाई करें और हल्के हाथों से त्वचा को 5 से 7 मिनट तक स्क्रब करें। फिर इसे 15 मिनट तक लगा होगा छोड़ दें, उसके बाद इसे अच्छी तरह से साफ कर ले।
मलाई और हल्दी का कंबीनेशन त्वचा को एक बेहतर टेक्सचर प्रदान करता है, साथ ही साथ यह स्किन में प्राकृतिक ग्लो लेकर आता है। दो चम्मच ताजी मलाई में लगभग दो चुटकी हल्दी डालें और इन्हें एक साथ अच्छी तरह मिलाकर त्वचा पर अप्लाई करें। स्किन को थोड़ी देर मसाज दें, फिर इन्हें 2 से 3 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें और सामान्य पानी से त्वचा को साफ कर ले।
संतरा और नींबू दोनों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबॉयल प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो इन्हें त्वचा के लिए बेहद खास बना देती हैं। आप इन्हे मलाई के साथ मिलाकर त्वचा पर अप्लाई कर सकती हैं। इससे त्वचा के स्पॉट्स कम होने के साथ ही स्किन में प्राकृतिक ग्लो आता है। एक चम्मच मलाई में एक चमन नींबू का रस या ऑरेंज जूस मिलाएं और इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई करें, फिर लगभग 15 से 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें, और सामान्य पानी से त्वचा को साफ कर लें।
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