अगर आपकी ज़िंदगी इतनी तेज रफ्तार से गुजर रहीं है, और आपको यह भी याद नहीं रहता कि 10 मिनट पहले क्या हुआ था, तो आपको अपनी मानसिक स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत है। यहां हम आपको बता रहे हैं वे पांच आसान टिप्स, जो बढ़ा देंगे आपकी माइंडफुलनेेस।
2020 की पहली तिमाही बीत चुकी है। क्या आपको इस अवधि की हर घटना याद है? या आपको ऐसा लग रहा है कि आपकी लाइफ में कुछ गड़बड़ चल रही है। कभी-कभी ऐसा भी होता होगा कि आपने ब्रेकफास्ट में क्या खाया, इसे याद करने के लिए आपको काफी मेहनत करनी पड़ती है, या फिर कि खाना पकाते समय आपने कौन सा मसाला डाल दिया और कौन सा नहीं ! ये लक्षण बताते हैं कि आप इस क्षण में मौजूद नहीं हैं, बस जिंदगी की रफ्तार आपको भगा ले जा रही है।
ऐसी स्थिति में आपको जिस दवा की जरुरत है, उसका नाम है माइंडफुलनेस।
अपने डेली रूटीन में ही माइंडफुलनेस कैसे हासिल करनी हैं, इसके लिए हम दे रहे हैं आपको कुछ सुझाव –
जब आप खुद को सचेत और जागरुक रखेंगी तो इसके दो फायदे होंगे- पहला आप हर पल को एन्जॉेय कर पाएंगी। और दूसरा आप हर घटना को उसके अनुक्रम में याद रख पाएंगी। जिससे जब आपको इन्हें याद करने की जरूरत होगी, तो अपनी याद्दाश्त से जूझना नहीं पड़ेगा।
हर बार जब आपका मन इधर-उधर भटकने लगे, तो उसे वापस काम पर ले आएं। यह आपको उतना ही आसान लग सकता है, जितना खाना खाना। पर यह एक आदत है, जो धीरे-धीरे ही डल पाती है।
एक सर्वेक्षण के अनुसार, केवल सात प्रतिशत लोग रेगुलर वर्क आवर में प्रोडक्टिव रह पाते हैं। जबकि शेष के साथ ऐसा नहीं होता। इसलिए जब भी आपको लगे कि आपका शरीर थक रहा है, तो अपने काम को थोड़ा ब्रेक दें, जिससे शरीर को फिर से तरोताजा होने का मौका मिलेगा। इससे आप ज्यादा प्रोडक्टिविटी दे पाएंगे।
काम के बीच में ही खुद को आराम देने के लिए वक्त निकालें। अपने ऑफिस में ही काम के दौरान टहलें, थोड़ा ब्रेक लें, खुद को फोकस करें और आपका शरीर क्या कह रहा है, इसे जरूर सुनें।
विभिन्न अध्ययनों के अनुसार यह माना जा चुका है कि आभार व्यक्त करने और महसूस करवाने का हमारे स्वास्थ्य और भावनाओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जैसा ही आप अपने जीवन की उन खास चीजों के लिए रुककर सोचना शुरू करेंगे, जिन्होंहने आपको बनाया, तो आप खुद के प्रति भी आभार महसूस करेंगी। आपके आसपास ऐसी बहुत सी चीजें हैं, जिनके प्रति आपको आभारी होना चाहिए।
अपनी जिंदगी में मौजूद हर वह चीज आपके लिए खास है, जो आपको दूसरों से अलग बनाती है। इन छोटी-छोटी चीजों के प्रति ग्रेटफुल होना आपको संतोष का अहसास करवाता है।
आपके सितारों और आपके जीवन में प्रकाश आपको शुक्रिया अदा करने में सक्षम बनाता है, जैसे कि बौछार करना। जीवन में छोटी-छोटी चीजों के लिए कृतज्ञ होना आपको प्रचुरता का अहसास कराता है।
आप इगर इस स्टे़ज तक पहुंच गईं हैं तो आपको मुबारकबाद। आप अपनी लाइफ के गोल को पाने की ओर हैं। आप माइंफुल होने की राह पर हैं। आप अपने शरीर को आराम दे पा रही हैं ताकि उसे पूरी प्रोडक्टिविटी के साथ इस्तेेमाल कर सकें।
अब, आगे क्या? अपने लक्ष्यों की अलाइनमेंट करने का समय है ये। शांत दिमाग से आप खुद को लक्ष्यों पर ज्यादा बेहतर फोकस कर पाती हैं। और फिर आप अपनी जिंदगी में आसानी से बदलाव कर पाएंगी। क्या सही है, क्या गलत है और क्या कम जरूरी है। इस तरह आप खुद की राह को ज्यादा बेहतर बना पाएंगी और अपने लक्ष्यों को ज्यादा आसानी से हासिल कर पाएंगी, फिर चाहें वह पर्सनल हों या प्रोफेशनल।
मेडिटेशन माइंडफुल होने की कुंजी है! हालांंकि, जब आप बिजी होती हैं, तो मेडिटेशन की मास्टर नहीं हो सकतीं। पर यह जरूरी भी नहीं, आप अपने तरीके से मेडिटेट करें। शुरूआत गहरी सांस लेने और छोड़ने से करें। आप जितनी प्रैक्टिस करेंगी, यह आपके लिए उतना ज्यादा फायदेमंद होगा।
खुद को माइंडफुल रखने के लिए यह जानना सबसे ज्यादा जरूरी है कि शुरूआत कहां से की जाए। एक बार शुरूआत हो गई तो फिनिश लाइन तक पहुंचना ज्यादा मुश्किल नहीं।