शादी एक ऐसा बंधन है जिसमे उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। शादी में खुशी आती और जाती रहती है। विशेष रूप से जैसे-जैसे आपकी शादी पुरानी होती जाती है, आप अपने रिश्ते को कई उतार-चढ़ाव के बीच से गुजरता हुआ पाते हैं। जब आप अपनी शादी से खुश नहीं होते तो आपके और आपके जीवनसाथी के बीच दूरियां बढ़ने लगती हैं।
इन सभी चीजों से दुखी होकर कई कपल हार मान लेते हैं और सोचते है कि उनकी शादी में असफलता होनी ही थी। लेकिन कुछ लोग इसे ठीक करने के लिए काफी मेहनत करते है और रिश्ते में सुधार करने पर लगे रहते है। किसी भी शादी में खुशी ढुंढने या रिश्ते को अच्छे से चलाने के लिए छोटे प्रयास करने की जरूरत होती है।
इस बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने संपर्क किया रिलेशनशिप एक्सपर्ट रूचि रूह से। उन्होंने कुछ बातें साझा की है जिससे आप अपनी शादी नें खुशी को बनाए रख सकते हैं।
जब हम किसी रिश्ते की शुरूआत करते है तो हमे उनकी सभी चीजें अच्छी लगती है। उनकी बुरी आदतें, विचित्रताएं हम सभी चीजों को खुशी खुशी अपना लेते है। शुरूआत में जो विचित्रताएं हमे आकर्षम करती है धीरे धीरे वही बुरी लगने लगती है। कई बार ऐसी होने लगता है कि जो चीजें पहले शादी में खुशी का स्रोत होती थी अब वो प्यारी नही लगती है और विवाद का कारण बनने लगती है। इसके चलते हम अपने जीवनसाथी से नाराज होने लगते है। कई बार आपको एहसास होता है कि आप शादीशुदा हैं लेकिन खुश नहीं हैं।
आप बस अपनी अपेक्षाओं को कम करने का प्रयास कर सकते हैं। हो सकता है कि यह वह उत्तर न हो जो आप सुनना चाहते थे, लेकिन आप विश्वास रखिए ये चीज आपके वैवाहिक जीवन के लिए काफी अच्छा साबित हो सकती है।
शादी को स्वास्थ रखने के लिए अपने पार्टनर के साथ ओपन और ईमानदार से कम्यूनिकेशन बनाए रखना जरूरी है। ध्यानपूर्वक और सहानुभूतिपूर्ण श्रोता बनकर अपनी भावनाओं को सम्मानपूर्वक व्यक्त करें। अपने पार्टनर की इच्छाओं और जरूरतों को समझने से आपसी समझ बढ़ती है और रिश्ता मजबूत होता है। रोज की जिम्मेदारियों से हटकर नियमित बातचीत संबंध को गहरा करती है। एक मजबूत बंधन को विकसित करने के लिए अपने विचारों और भावनाओं को खुलकर साझा करें।
अकेले समय भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कपल टाइम है। हर किसी को तरोताज़ा होने, सोचने और व्यक्तिगत हितों का आनंद लेने के लिए समय की आवश्यकता होती है। जब आप शादीशुदा होते हैं तो यह समय अक्सर नहीं मिलता है, खासकर यदि आपके बच्चे हों। दोस्तों के साथ बाहर जाएं, अपने काम करें, जो भी आपको अच्छा लगे। ये समय लेने के बाद जब आप अपने पार्टनर से मिलेंगे तो और भी संतुष्ट होंगे और खुश होंगे।
किसी रिश्ते में मतभेद होना असहमति होना बिल्कुल सही है। लेकिन निष्पक्षता और सम्मान के साथ पार्टनर से बात करना महत्वपूर्ण है। क्रोध या हताशा को अपने निर्णय पर हावी हुए बिना अपने पार्टनर के दृष्टिकोण को ध्यान से सुनें। यदि आवश्यक हो, तो स्पष्ट सोच के साथ मुद्दे पर दोबारा विचार करने से पहले शांत हों और एक ब्रेक लें। समझौते के लिए प्रयास करें, जिससे दोनों के बीच में चीजें बेहतर हो सके।
किसी भी रिश्ते में गलतियां होना स्वभाविक सी बात है। आपके पार्टनर की हरकतें कभी-कभी आपको परेशान कर सकती हैं या आपको बहुत क्रोधित कर सकती हैं। लेकिन, अपनी भावनाओं को स्वीकार करना और उन पर काम करना और उन्हें छोड़ कर आगे बढ़ना जरूरी है। पिछली शिकायतों पर ध्यान देने से बचें और इसके बजाय वर्तमान चीजों पर ध्यान दें। किसी भी संघर्ष को हल करना बहुत जरूरी है।
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