रक्तचाप या ब्लड प्रेशर आर्टरीज के अंदर रक्त के दबाव या बल का माप है। दिल जितनी बार धड़कता है, उतनी बार वह रक्त को उन आर्टरीज में पंप करता है। जो आपके पूरे शरीर में रक्त ले जाती हैं। यह एक मिनट में 60 से 100 बार होता है और 24 घंटे ये काम करती रहती हैं। आर्टरीज आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाती हैं ताकि यह कार्य कर सके।
ब्लड प्रेशर हर समय एक जैसा बना हुआ नहीं रहता। आप जो काम कर रहे हैं उसके आधार पर यह बदलता रहता है। जब आप व्यायाम कर रहे होते हैं या उत्साहित होते हैं, तो ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। जब आप आराम कर रहे होते हैं, तो आपका ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। पर कभी-कभी यह बेतहाशा बढ़ जाता है और स्वास्थ्य जोखिमों का कारण बनता है। आइए समझते हैं ब्लड प्रेशर बढ़ने का कारण और उसे नेचुरली कंट्रोल करने का तरीका।
उम्र
आप जो दवाएं लेते हैं
स्थिति में परिवर्तन
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हाई ब्लड प्रेशर “साइलेंट किलर” हो सकता है। आमतौर पर इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। इससे पहले कि आपको पता चले कि आपको कुछ समस्या है, यह आपके हार्ट, किडनी और ब्रेन को नुकसान पहुंचा सकता है। हाई ब्लड प्रेशर से हार्ट अटैक तक का खतरा बढ़ जाता है।
बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर कई बीमारियों का खतरा बन सकता है खासकर हार्ट आटैक का, हाई ब्लड प्रेशर को कैसे नियंत्रित किया जाए यह जानने के लिए हमने बात की न्यूट्रिशनिस्ट और वेलनेस एक्सपर्ट करिश्मा शाह से। करिश्मा कहती हैं, “ब्लड प्रेशर के सबसे बड़े कारक आहार और तनाव हैं, और आनुवंशिकी भी हो सकता है। आपको अपने ब्लड प्रेशर में बदलाव लाने के लिए जीवन में बड़े बदलाव की जरूरत नहीं है। छोटे-छोटे बदलाव आपके ब्लड प्रेशर में बड़ा अंतर ला सकते हैं।”
खुद पर थोड़ा नियंत्रण रखकर हृदय रोग के खतरे को रोका जा सकता है। एक स्वस्थ जीवन शैली के साथ रक्तचाप को नियंत्रित करना दवा की आवश्यकता को रोक सकता है या कम कर सकता है।
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यह आपके रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। उच्च चीनी का सेवन इंसुलिन के स्तर को बढ़ाता है, जो सिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम को सक्रिय करता है। इससे रक्तचाप और हृदय गति में वृद्धि होती है।
वजन बढ़ने पर अक्सर ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। अधिक वजन होने से भी नींद के दौरान सांस लेने में बाधा आ सकती है, जो रक्तचाप को और बढ़ा देती है।
नियमित शारीरिक गतिविधि उच्च रक्तचाप को लगभग 5 से 8 मिमी एचजी (mm hg) तक कम कर सकती है। रक्तचाप को फिर से बढ़ने से रोकना महत्वपूर्ण है। सामान्य रूप में हर दिन कम से कम 30 मिनट की मध्यम शारीरिक गतिविधि करनी बेहद जरूरी है।
साबुत अनाज, फलों, सब्जियों और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों को डाइट मे शामिल करें और सैट्युरेटीड फैट, कोलेस्ट्रॉल कम कर उच्च रक्तचाप को 11 मिमी एचजी तक कम किया जा सकता है।
धूम्रपान रक्तचाप बढ़ाता है। धूम्रपान बंद करने से निम्न रक्तचाप में मदद मिलती है। यह हृदय रोग के जोखिम को भी कम कर सकता है और समग्र स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है। जिससे संभवत जीवन लंबा हो सकता है।
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