बालों का टूटना, झड़ना, फ्रीजिनेस और समय से पहले ग्रे हेयर बढ़ना आज के दौर की आम समस्या है। बालों से जुड़ी इन समस्याओं को दूर करने के लिए कई कैमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। बावजूद इसके बालों का रूखापन कई बार बढ़ने लगता है। साथ ही टूटने की समस्या भी जारी रहती है। ऐसे में कई खूबियों से भरपूर रतनजोत की जड़ बालों को नई जान प्रदान करती हैं। एक नेचुरल माइश्चराइज़र के तौर पर काम करने वाली इस जड़ी बूटी को बाल झड़ के नाम से भी जाना जाता है। कलंरिंग के लिए इस्तेमाल की जाने वाली रतनजोत कई तरह से बालों को प्रोटेक्ट करने में सहायक साबित होती है। जानते हैं इसके इस्तेमाल का तरीका और लाभ भी (How to use ratanjot for hair) ।
अत्यधिक कैमिकल्स का नियमित प्रयोग
हीटिंग टूल्स का ज्यादा इस्तेमाल
बार बार हेयर ट्रीटमेंट लेना
ऑयलिंग न करना
बालों को हर वक्त खुले रखना
बालों को रोज़ाना वॉश करना
तरह तरह के कैमिकल्स को बालों पर लगाने से ग्रे हेयर की समस्या बढ़ने लगती है। कम उम्र में बाल सफेद होने से लोग कई प्रकार की क्रीम्स से लेकर थैरेपीज़ तक का सहारा लेने लगते हैं। ऐसे में अपने बालों को नेचुरली काला करने के लिए रत्नजोत एक बेहतरीन विकल्प है।
इसके लिए दो चम्मच रतनजोत की जड़ में 1 चम्मच आंवले का पाउडर मिलाकर मिक्स कर दें।
इसमें आवश्यकतानुसार नारियल का तेल मिलाएं।
अब तेल को 3 से 4 दिन तक धूप में रखें और फिर स्कैल्प पर अप्लाई करें।
सप्ताह में दो बार इसे लगा सकती है। इसे लगाने के 1 घंण्टे बाद हर्बल शैम्पू से बालों को धो दें।
इससे बालों का कालापन बढ़ने लगता है।
बालझड़ के नाम से मशहूर रतनजोत की जड़ हेयरफॉल की समस्या को हल करने में मदद करती है। इसे बालों पर लगाने से न केवल बालों का टैकसचर बेहतर होता है बल्कि ग्रोथ भी बढ़ जाती है।
इसके लिए आधा कप कैस्टर ऑयल में 1 चम्मच मेथीदाना और 1 चम्मच रतनजोत मिलाकर उसे धूप में कुछ देर के लिए रख दें।
धूप में रखने से तेल के रंग में परिर्वतन आने लगता है। रतनजोत के चलते तेल का रंग लाल हो जाता है। जो कमज़ोर फॉलिकल्स को मज़बूती प्रदान करती है।
इस तेल को 1 से 2 घण्टे तक बालों में लगा रहने दें और फिर माइल्ड शैम्पू से बालों को धो दें।
इससे बालों का टूटना और झड़ना बंद हो जाता है।
बालों पर कैमिकल ट्रीटमेंट लेने के बाद बालों के टैक्सचर में परिवर्तन नज़र आने लगता है। बाल ज्यादा फ्रीजी और कमज़ोर हो जाते हैं। रूखे बालों में दोबारा शाइन लाने के लिए आप रतनजोत का प्रयोग कर सकती है। इससे बालों की खोई हुई नमी वापिस लौट आती है।
इसके लिए लोहे की कढ़ाई में आधा कटोरी सरसों के तेल को डालकर कुछ देर पकाएं। फिर उसमें एतनजोत की जड़ों को डाल दें।
कुछ देर तक चकने के बाद तेल को हल्का गुनगुना होने के लिए छोड़ दें। अब उसे बालों के बीचों बीच जड़ों में लगाएं। कुछ देर मसाज करें।
इस 30 से 50 मिनट तक बालों में लगे रहने दें और फिर बालों को धो दें। इससे बाल सॉफ्ट रहते हैं और बाल बिखरने की समस्या दूर हो जाती है।
एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफलामेंटरी गुणों से युक्त रतनजोत हमारे बालों को किसी भी प्रकार के संक्रमण से दूर रखता है। इसमें मौजूद फ्लेवोनोइडस और शिकोनिन केमिकल बालों की सेहत का ख्याल रखते हैं।
रतनजोत बालों के अलावा स्किन के लिए भी फायदेमंद है।
इसके लिए रतनजोत की जड़ों को जैतून के तेल में डालकर कुछ देर तक पकाएं।
इसके बाद हल्का गुनगुना होने पर इसे बालों की पार्टिंग करने के बाद उंगलिसों की मदद से रूट्स में लगाएं।
इससे बालों में होने वाली डैंड्रफ की परेशानी धीरे धीरे कम होने लगती है।
15 से 30 मिलट तक बालों में लगा रहने दें और फिर बालों को शैम्पू की मदद से धो लें।