शरीर में बढ़ने वाली अतिरिक्त कैलोरीज़ दिनों दिन चिताएं बढ़ाने देती हैं। ऐसे में वेटलॉस के लिए लोग कई उपाय करते हैं और उन्हीं में से एक है दूध का सेवन बंद कर देना। क्या वाकई दूध न पीने से शरीर में जमी चर्बी को बर्न किया जा सकता है। पोषक तत्वों से भरपूर दूध को जहां कंप्लीट मील माना जाता है। उसे रूटीन से हटाना आसान नहीं है। जानते हैं एक्सपर्ट से कि किस प्रकार दूध का सेवन करने से बढ़ने लगती हैं कैलोरीज़ और दूध को किन फूड्स से करें रिप्लेस (calcium rich foods to replace milk)।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी के अनुसार वे लोग जो ज्यादा मात्रा में डेयरी प्रोडक्टस का सेवन करते हैं उनका वज़न लो डेयरी प्रोडक्टस लेने वाले लोगों की तुलना में तेज़ी से बढ़ने लगता है। वहीं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार दूध में पाया जाने वाला सेचुरेटिड फैट हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होता है। हाई फैट डेयरी उत्पाद कोलेस्ट्रॉल से भरपूर होते हैं। कोलेस्ट्रॉल युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से ज्यादातर लोगों के लिए ब्लड कोलेस्ट्रॉल में बढ़ोतरी होने लगती है।
एनआईएच की एक रिसर्च के अनुसार दूध कैलोरीज़ और प्रोटीन का एक रिच सोर्स है। दूध पीने से मसल्स बिल्ड होने लगते है, जिससे शरीर का वज़न अपने आप बढ़ने लगता है। व्यायाम के बाद स्किम मिल्क पीने से मसल्स बिल्ड होते हैं और हेल्दी वेटगेन किया जा सकता है।
इस बारे में डाइटीशियन पूजा शाह भावे का कहना है कि दूध में कैल्शियम और प्रोटीन के साथ फैट्स की मात्रा भी पाई जाती है। वहीं दूध के अलावा पनीर और चीज़ में भी वसा का उच्च स्तर पाया जाता है। इसके नियमित सेवन से वेटगेन की समस्या का सामना करना पड़ता है। एक्सपर्ट के अनुसार दूध में इन दिनों बढ़ रही मिलावट के चलते दूध की क्वालिटी का स्तर घटने लगा है।
अगर आप दूध लेना चाहते हैं, तो उसे लो फैट मिल्क या टोन्ड मिल्क से रिप्लेस करें। इसके अलावा अगर पूरी तरह से दूध का सेवन नहीं करना चाहती, तो शरीर में पोषक तत्वों की प्राप्ति के लिए रागी, तिल और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। साथ ही पोस्ट मनोपॉजल महिलाओं को कैल्शियम का सेवन करना चाहिए।
यूएसडीए के अनुसार 1 कप हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने से शरीर को 265 मिलीग्राम कैल्शियम की प्राप्ति होती है। इससे एक दिन के 21 फीसदी कैल्शियम की प्राप्ति होती है। इसके लिए डाइट में पालक, मेथी, सरसों का साग और केल को शामिल कर सकते हैं। इनमें पाए जाने वाले ऑक्सलेंट्स कैल्शियम को बाइंड करने में मदद करते हैं।
अंजीर में एंटीऑक्सीडेंटस और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा अन्य सूखे मेवों की तुलना में अंजीर को खाने से शरीर को प्रचुर मात्रा में कैल्शियम की प्राप्ति होती है। इसमें पोटेशियम और विटामिन के का भी उच्च स्तर पाया जाता है।
शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के अलावा बीन्स और दालों का सेवन करने से फाइबर, प्रोटीन और माइक्रोन्यूटरीएंटस की प्राप्ति होती है। यूएसडीए के अनुसार 1 कप बीन्स का सेवन करने से शरीर की 19 फीसदी कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है।
डाइट में सफेद तिल को शामिल करने से शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है। इससे शरीर में एनर्जी का स्तर बना रहता है और शरीर कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी दूर रहता है। यूएसडीए के अनुसार 1 चम्मच तिल से 87.80 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है।
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