भारत में इन दिनों फेस्टिव सीजन की धूम है। आने वाले कुछ दिनों में कई बड़े त्यौहार आने वाले हैं, जिनमें दिवाली भी शामिल है। दिवाली खुशियों का उत्सव है, दिवाली समृद्धि का उत्सव और दिवाली ‘मिठाइयों’ का भी उत्सव है। लेकिन इन दिनों बाज़ार में मिलने वाली मिठाइयां कई तरह के हानिकारक केमिकल्स और अन्य मिलावटों से युक्त होती है। फेस्टिव सीजन में स्वाभाविक रूप से कोई बीमार नहीं होना चाहता लेकिन यदि बाज़ार में मिलने मिठाइयों को आप अधिक मात्रा में खाते है, तो आपका बीमार होना लाज़मी है।
वहीं, अगर इस फेस्टिव सीजन आप खुद को एवं अपने परिवार को स्वस्थ रखना चाहती हैं, तो आप अपने घर पर ‘रागी की बर्फी’ बना सकती है। रागी की बर्फी बनाना बेहद आसान और पौष्टिक विकल्प है।
रागी अपने स्वास्थ्य फायदों के लिए जानी जाती है। महिलाओं के लिए रागी एक ‘सुपरफूड’ है। आयुर्वेद के अनुसार रागी एक पौष्टिक अनाज है और यह महिलाओं के लिए कई स्वास्थ्य फायदे प्रदान करता है। वहीं, महिलाओं के लिए रागी के फायदे बताते हुए जग्गी वासुदेव ‘सद्गुरु’ कहते है कि आयुर्वेद में महिलाओं के लिए रागी को बहुत फायदेमंद बताया गया है। रागी के फायदे बताते हुए सद्गुरु कहते है कि, रागी महिलाओं के खाने के लिए सबसे बेहतरीन चीज़ है। रागी में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम और आयरन होता है, जो शरीर को तमाम बीमारियों से बचाता है।
सद्गुरु बताते है कि रागी आयरन का एक अच्छा स्रोत है, जो रेड ब्लड सेल्स को बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है। साथ ही महिलाओं के जीवन में कई ऐसे पड़ाव आते है जब उनके शरीर में खून की कमी होने से तमाम तरह की समस्याएं हो सकती है, जिन्हे एनीमिया भी कहा जाता है । ऐसे समय के लिए रागी एक बेहतरीन खाद्य पदार्थ है।
रागी में अच्छी मात्रा में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। यह महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है। खासकर प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज़ के बाद शरीर को कैल्शियम की आवश्यकता बहुत अधिक होती है। ऐसे में रागी को नियमित तौर पर दिन की हर मील में अलग-अलग तरह से सम्मिलित करन एक बेहतर विकल्प है।
रागी को एक कंट्रोल्ड आहार के रूप में देखा जाता है। रागी आयरन और कैल्शियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत होता है, जो पीरियड्स में होने वाली समस्याओं जैसे थकान और ऐंठन को कम करने में मदद करता है।
सद्गुरु बताते है कि रागी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, साथ ही यह बहुत धीरे-धीरे पचने वाला आहार है। जिसका अर्थ है कि यह ब्लड फ्लो में बहुत धीरे-धीरे नेचुरल शुगर छोड़ता है, जिससे व्यक्ति का ब्लड शुगर एकदम से नहीं बढ़ता और यह ब्लड शुगर को प्रबंधित करने में मदद करता है और डायबिटीज़ से पीड़ित महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है।
रागी की बर्फी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक मिठाई होती है और इसे आप फेस्टिव सीजन में बना कर अपने परिवार को और खासकर खुद को स्वस्थ रख सकती है। आमतौर पर रागी की बर्फी सर्दियों में काफी पसंद की जाती है। रागी की बर्फी बनाने के लिए आपको चाहिए:
-1 कप रागी आटा
-1/2 कप बेसन
-1/2 कप गुड़
-1/2 कप घी
-1/4 कप मिल्क पाउडर
-1/4 कप काजू, कद्दूकस किया हुआ
-1 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
-1/4 कप दूध
-बादाम और पिस्ता
रागी की बर्फी बनाने के लिए सबसे पहले, एक पैन में घी गरम करें और उसमें बेसन को अच्छी तरह से भूनें। बेसन को मध्यम आंच पर तब तक भूनें जब तक खुशबू आने लगे और यह गहरे रंग का न हो जाएं। इसके बाद अब, रागी आटा, गुड़ (या चीनी), दूध, और मिल्क पाउडर को बेसन के साथ मिलाएं।
अब, काजू, इलायची पाउडर और दूध डालें और बर्फी मिश्रण को पकाने के लिए मिलाते रहें। अब बर्फी मिश्रण को एक थाली में डाले और बादाम एवं पिस्ता की सीजनिंग करें। इसके बाद बर्फी के मिश्रण को बर्फी के शेप में काट लें। आपकी रागी की बर्फी तैयार है।
यह भी पढ़ें: इस फेस्टिव सीजन ट्राई करें ग्लूटेन फ्री और नैचुरल शुगर से बनी मूंगदाल की खीर
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।