सीज़न में आने वाले बदलाव के साथ खाने के ज़ायके और रसिपीज़ में भी चेंज आने लगता है। सर्दी के बाद अब गर्मी की दस्तक के साथ पाइनएप्पल यानि अनानास की डिमाण्ड बढ़ने लगती है। हल्के खट्टे मीठे स्वाद से भरपूर ये फल न केवल तन और मन को ताज़गी से भर देता है बल्कि इसमें कई फायदे भी पाए जाते हैं। आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर पाइनएप्पल की लस्सी सुबह को और भी रिफ्रशिंग बना देती है। अगर आप भी लस्सी के शौकीन है, तो चलिए रसोईघर में और बनाते है मास्टरशेफ विकास खाना की खास रेसिपी पाइनएप्प्ल लस्सी।
इस बारे में डायटीशियन मनीषा गोयल का कहना है कि अनानास में एंटीऑक्सिडेंटस की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसमें मौजूद एंजाइम्स शरीर में बढ़ने वाली इंफ्लामेशन को दूर करते हैं और डाइजेशन को इंप्रूव करने में मदद करते हैं। विटामिन ए, सी और के से भरपूर अनानास में फोलेट, कैल्शियम, पोटेशियम और फास्फोरस पाया जाता है। इसके सेवन से इम्यून सिस्टम को मज़बूती मिलती है और त्वचा संबधी समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है।
विटामिन, मिनरल और ब्रोमिलेन जैसे एंज़ाइम शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ की एक स्टडी के अनुसार 98 बच्चों के एक समूह में से कुछ बच्चों ने पाइनएप्पल खाया और कुछ बच्चों ने नहीं खाया। इस समूह के जिन बच्चों ने पाइनएप्पल का सेवन किया था, उनमें वायरल और बैक्टीरियल इंफे्क्शन का खतरा कम पाया गया। वे बच्चे जिन्होंने अनानास को खाया, उनमें अन्य बच्चों की तुलना में चार गुना डिजीज फाइटिंग व्हाइट ब्लड सेल्स की मात्रा पाई गई।
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अनानास के सेवन से शरीर में बढ़ने वाली सूजन और दर्द की समस्या से राहत मिलती है। इसमें कैल्शियम, विटामिन ए और सी की उच्च मात्रा पाई जाती है। अनानास में पाए जाने वाले डाइजेस्टिव एंजाइम में ब्रोमिलेन की मात्रा पाई जाती है, जिससे अर्थराइटिस के दर्द से राहत मिलती है।
अनानस में पाई जाने वाली फाइबर की उच्च मात्रा और लो कैलोरीज़ शरीर में हेल्दी वेट को मेंटेन रखने में मदद करती है। इसके सेवन से शरीर में पानी की मात्रा नियमित रहती है, जिससे शरीर निर्जलीकरण की समस्या से बच जाता है। इसके सेवन से डाइजेस्टिव एंज़ाइम पाचनतंत्र को हेल्दी बनाते हैं और बार बार भूख लगने की समस्या भी हल हो जाती है।
अनानास का सेवन करने से शरीर में बढ़ने वाले कैंसर जैसे रोग की रोकथाम करने में मदद मिलती है। इसमें पाया जाने वाले ब्रोमिलेन डाइजेस्टिव एंजाइम ब्रेस्ट कैंसर सेल्स की ग्रोथ को नियंत्रित रकने में मदद करता है। इसमें पाई जाने वाली विटामिन सी की मात्रा शरीर को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से मुक्त रखती है।
दही 1 कप
दूध 1/2 कप
पाइनएप्पल 4 से 5 स्लाइज़
ब्राउन शुगर 2 चम्मच
नींबू का रस 2 चम्मच
आइस 3 से 4 क्यूब्स
सबसे पहले पाइन एप्पल यानि अनानस को छीलकर गोल टुकड़ों में काट लें। टुकड़ों को ज्यादा मोटा न काटें।
अब कटे हुए टुकड़ों पर ब्राउन शुगर और नींबू का रस लगाकर उन्हें कुछ देर के लिए रख दें।
ग्रिलिंग पैन को धीमी आंच पर रखें और उसमें कटे हुए टुकड़ों को डाल दें और कुछ देर तक पकाएं।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करें3 से 4 मिनट तक पकाने के बाद गोलाकार अनानास को टुकड़ों में काट लें। एक ब्लैण्डर में लो फैट योगर्ट डालें।
अब उसमें ब्राउन शुगर, आधा कप दूध और कटे हुए पाइनएप्पल के टुकड़ों को डाल दें और ब्लैण्ड करें।
लस्सी को चिल्ड बनाने के लिए आइस के टुकड़े एड कर दें। इसे ब्लैण्ड करने के बाद गिलास में निकालें।
तैयार हो चुकी लस्सी को बचे हुए अनानास के टुकड़ों से गार्निश करके सर्व करें। इस लस्सी को मीठा और नमकीन दोनों फ्लेवर में तैयार कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें- गूगल ने बनाया फ्लैट व्हाइट कॉफी का डूडल, हमारे पास है इसकी रेसिपी और कुछ रोचक तथ्य