वेटलॉस से लेकर डाइजेस्टिव सिस्टम को मज़बूत बनाए रखने के लिए फाइबर का सेवन बेहद ज़रूरी है। फाइबर को आहार में सम्मिलित करने के लिए हम कई प्रकार के फूड्स का सेवन करते है। दरअसल, हमारी बॉडी फाइबर को प्रोडयूस नहीं करती है। ऐसे में उन खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल किया जाता है, जिससे फाइबर की प्राप्ति हो सके। फाइबर दो प्रकार का होता है, घुलनशील और अघुलनशील। इसकी मदद से हमारी गट हेल्थ न सिर्फ हेल्दी रहती है बल्कि स्किन के लिए भी फायदेमंद है। जानते है इसके अन्य फायदे और फाइबर रिच फूड्स (Fiber rich food) के नाम।
फाइबर इनटेक से शरीर में कोलेस्ट्रॉल एब्जॉर्बशन को कम करने में मदद मिलती है। इससे बॉडी में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा हार्ट संबधी अन्य समस्याओं से भी राहत मिल जाती है।
हाई फाइबर युक्त फल और सब्जिया में लो कैलोरी पाई जाती है। फाइबर हमारी बॉडी में डाइजेशन को धीमा कर देता है। इससे आपको लंबे वक्त तक भूख महसूस नहीं होती है।
फाइबर डाइजेस्टिव सिस्टम को बढ़ावा देता है। इससे गट हेल्थ को फायदा मिलता है, जिससे कब्ज की समस्या को दूर किया जा सकता है। वे लोग जो कॉस्टिपेशन के शिकार रहते हैं। उन्हें फाइबर रिच फूड को डाइट में अवश्य शामिल करना चाहिए।
हाई फाइबर फूड को डाइनेस्ट करने में शरीर को समय लगता है। इसके चलते ब्लड में जल्दी ग्लूकोज़ एड नहीं होता है, जिससे ब्लड शुगर का खतरा कम हो जाता है। शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को बनाए रखने के लिए फाइबर इनटेक आवश्यक है।
ओट्स में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सिडेंट भी मौजूद होते हैं। ओट्स शरीर को हेल्दी बनाता है और साथ ही इसमें पाया जाने वाला साल्यूबल फाइबर ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। आप ओट्स का सेवन दूध में मिलाकर कर सकते है। ओवरनाइट सोक करके भी ओट्स को आहार में शामिल करना शरीर को ताकत प्रदान करता है। इसे खाने से आपको लंबे वक्त तक भूख नहीं लगती है।
लौकी घुलनशील और अघुलनशील फाइबर दोनों में भरपूर होता है। ऐसे में ये डाइजेशन में भी फायदा पहुंचाता है। साथ ही शरीर में कब्ज की समस्या के जोखिम को कम करता है। इस लो कैलोरी फूड में पानी की भरपूर मात्रा होती है। इसके सेवन से शरीर में वॉटर रिटेंशन और सूजन से मुक्ति मिलती है। लौकी का जूस पीने से लंबे वक्त तक भूख नहीं लगती है। इससे वेटलॉस जर्ली में आपको फायदा मिल सकता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, जो डायबिटीज़ के रोगियों को फायदा प्रदान करता है।
यूएसडीए के मुताबिक एवोकाडो में हेल्दी फैट्स के अलावा फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसे खाने से शरीर में विटामिन सी, ई, पोटेशियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंटस की कमी पूरी होती है। इसके सेवन से हार्ट संबधी समस्याओं से बचा जा सकता है। रिसर्च के मुताबिक हेल्दी फाइबर रिच फूड के सेवन से वज़न घटाने में मदद मिलती है। वे लोग जो अधिक फाइबर का सेवन करते हैं, उनका शरीर और वज़न कम फाइबर लेने वालों की तुलना में मेंटेन रहता है।
ये न केवल खाने में टेस्टी होती है, बल्कि इसमें खूब सारे पौष्टिक तत्व भी पाए जाते हैं। इस फाइबर रिच फूड को खाने से शरीर में डायबिटीज़ का जोखिम भी कम होता है। लो कैलोरी और हाई वॉटर कंटेंट और फाइबर से भरपूर होने के चलते ये फूड वेट लॉस फ्रैंडली माना जाता है। एनीसबीआई के एक रिसर्च के मुताबिक एक महिला जो अपने दैनिक आहार के साथ रोज़ाना 3 नाशपाती खा रही थी। उसका वज़न 10 सप्ताह में 1.9 पाउंड कम हुआ।
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