गलत लाइफस्टाइल और शरीर में होने वाले हार्मोनल चेंजिज़ के चलते पीठ पर जिद्दी चर्बी जमा होने लगती है। जो कपड़ों की फिटिंग और बॉडी के पोश्चर को बिगाड़ देती है। शरीर को पूरी तरह से स्लिम और फिट दिखाने के लिए ब्रा बल्ज का कम होना आवश्यक है। अधिकतर लोग फैट्स को कम करने के लिए डाइट में बदलाव करने लगते हैं। मगर आहार के साथ व्यायाम भी शरीर को एक्टिव और टोन रखने के लिए बेहद ज़रूरी है। पीठ पर जमा फैट्स को रिडयूज करने के लिए योगासन बेहतरीन उपाय है। जानते हैं कि वो कौन से 4 योगासन है, जो ब्रा बल्ज को कम करने में मददगार साबित होते हैं (Yoga poses to reduce bra bulge)।
शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मज़बूत करने में ये योगासन बेहद कारगर साबित होता है। इस योगासन को करने से पीठ में जमा फैट्स बर्न होने लगते हैं। साथ ही कंधे और गर्दन की स्टिफनेस से भी मुक्ति मिल जाती है।
इस योग को करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों बाजूओं को उपर की ओर खींचें। बाजूओं को एल्बो से एकदम सीधा रखें।
टांगों को भी घुटनों से न मोड़े। अब दोनों पैरों के मध्य गैप बना लें। धीरे धीरे दोनों बाजूओं को पीछे की ओर लेकर जाएं।
चक्रासन को करने के लिए आप किसी की मदद भी ले सकते हैं। दोनों बाजूओं को पीछे से जमीन पर लगाएं और हाथों को मैट पर टिकाएं।
1 मिनट तक इसी मुद्रा में बने रहें। इसके बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें और पेट के बल लेट जाएं।
ब्रा बल्ज (bra bulge) को कम करने के लिए इस योगासन (Yoga poses to reduce bra bulge) का नियमित अभ्यास फायदेमंद साबित होता है। इसे रोज़ाना करने से शरीर के लोअर पोर्शन में जमा फैट्स अपने आप बर्न होने लगते है। इससे शरीर में ब्लड फ्लो भी नियमित होने लगता है।
इस योग को करने के लिए पीठ के बल ज़मीन पर लेट जाएं। दोनों टांगों के मध्य दूरी बरकरार रखें और हाथों को कमर के पास टिका कर रखे।
अब शरीर के निचले हिस्से को उपर की ओर उठाएं। टांगों को घुटने के मोड़ें और लेग्स के बीच में गैप मेंटेन रखें। कमर उपर उठाएं
पैरों मज़बूती से जमीन पर रखें। दोनों हथेलियों से पैरों की एड़ियों को छुएं। इस योग में गर्दन पर पूरा वज़न आने लगता है।
योग के दौरान गहरी सांस लें और छोड़ें। इस मुद्रा में शरीर को 1 मिनट तक रखें। उसके बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
शरीर में जमा कैलोरीज़ को बर्न करने के लिए योगासन का अभ्यास ज़रूरी है। इस योगासन के माध्यम से सांस संबधी समस्याएं भी हल होने लगती है। इसके अलावा शरीर में होने वाली ऐंठन भी दूर होती है।
शरीर को फिट और स्लिम रखने के लिए भुजंगासन को अपने रूटीन में अवश्य शामिल करें। इसे करने के लिए पेट के बल मैट पर लेटें।
अब दोनों बाजूओं की मदद से अपर बॉडी को उपर की ओर खींचें। इससे पूरा बर्डन लोअर बॉडी पर आने लगता है।
इस योगासन को करने के दौरान दोनों टांगों को सीधा रखें। अब गर्दन को उपर की ओर लेकर जाएं। अब गहरी सांस लें।
धीरे धीरे सांस छोड़ें। योग करने के समय दोनों हाथों को जमीन पर मज़बूती से चिपकाकर रखें।
इस योगासन को 2 से 3 सेट्स में करने से फायदा मिलता है।
शरीर की मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन को दूर करने के लिए धनुरासन का अभ्यास ज़रूरी है। इस योगासन को करने से डाइजेशन संबधी समस्याएं हल हो जाती है। साथ ही ब्रा बल्ज (bra bulge) कम होने लगता है। इससे बॉडी पोश्चर (body posture) भी इंप्रूव होने लगता है।
पेट के बल मैट पर सीधा लेटें। अब दोनों टांगों को उपर की ओर उठाएं। घुटनों से मोड़ते हुए टांगों को आसमान की ओर लेकर जाएं।
इसके बाद चेस्ट को उपर की ओर स्ट्रेच करें। गर्दन को सामने रखकर गहरी सांस लें। दोनों बाजूओं को पीछे की ओर रखें।
अब दोनों बाजूओं से पैरों को छूएं। बॉडी के बैंलेंस को बनाए रखने के लिए दोनों टांगों में गैप बनाकर रखें।
इससे शरीर की मांसपेशियों को मज़बूती मिलती है। जितनी देर तक सींव को शरीर को तब तक इस मुद्रा में रखें।
इसे करने से ओवरऑल हेल्थ मज़बूत बनती है। रोज़ाना दो बार इस योगासन का अभ्यास अवश्य करें।
ये भी पढ़ें- Aqua Yoga : वेट लॉस का मज़ेदार तरीका है एक्वा या वॉटर योग, इन 4 पोज़ से कर सकते हैं शुरुआत
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।