सर्दी के मौसम में खानपान में खासातौर से तिल का खूब इस्तेमाल किया जाता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर तिल के सेवन से शरीर को पोषण की प्राप्ति होती है। ठीक उसी प्रकार से सर्द हवाओं में बालों की शाइन को बरकरार रखने के लिए तिल का प्रयोग बेहद कारगर साबित होता है। इससे तैयार हेयर मास्क बालों की जड़ों तक पहुंचकर हेयरफॉल समेत कई समस्याओं से राहत प्रदान करते हैं। मॉइस्चराइजिंग गुणों से समृद्ध तिल को कई तरीकों से बालों पर अप्लाई कर सकते हैं। जानते हैं तिल के फायदे और बालों पर अप्लाई करने के तरीके भी (Tips to use sesame seeds for hair)।
रिसर्चगेट की एक स्टडी के अनुसार एंटीफंगल और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर तिल के इस्तेमाल से स्कैल्प की त्वचा नमीयुक्त रहती है। इसमें मौजूद विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंटस, टोकोफिरोल्स और लिगनेंन्स बालों का हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद फाइबर और प्रोटीन बालों के टूटने की समस्या को हल कर देते हैं।
ओमेगा 3 फैटी एसिड और कई विटामिन व मिनरल से भरपूर तिल स्कैल्प को मॉइश्चराइज़ रखने में मदद करता है। तिल का तेल या मास्क अप्लाई करने से बालों की जड़ें मज़बूत बनती हैं। फॉलिकल्स को मज़बूती मिलने से बालों के टैक्सचर में सुधार आने लगता है।
काले और सफेद तिल एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं। सर्दी के मौसम में शुष्कता के चलते डेड स्किन सेल्स की परत स्कैल्प पर जमने लगती है। इससे डैंड्रफ की समस्या पनपती है, जो बालों को नुकसान पहुंचाती है। तिल के तेल में नीम के तेल को मिलाकर बालों पर लगाने से डैंड्रफ की समस्या से राहत मिलती है।
एंटी बैक्टीरियल और ऐंटिफंगल गुणों से भरपूर तिल का तेल बालों को गहराई से पोषण देता है और कंडीशनिंग प्रदान करता है। इससे बालों को मिलने वाला प्रोटीन हेयरग्रोथ में मददगार साबित होता है। सप्ताह में 2 से 3 बार इसे बालो में लगाने से बालों को फायदा मिलता है।
उम्र से पहले सफेद होने वाले बालों को नेचुरल कलर प्रदान करने के लिए तिल बेहद कारगर है। तिल के तेल से नियमित हेयर मसाज करने से सफेद बालों की समस्या को सुलझाया जा सकता है। बालों की एक्सट्रा केयर के लिए इसे हेयर केयर प्रोडक्टस में अवश्य एड करें।
सबसे पहले 2 चम्मच तिल को रोस्ट कर लें। अब इसका पाउडर तैयार कर एक बाउल में डालें और उसमें 2 चम्मच दही और 1/2 चम्मच शहद का मिलाएं। इस मिश्रण को बालों पर लगाएं। बालों की जड़ों से लेकर लंबाई तक पूरी तरह से लगाकर 30 मिनट के लिए छोड़ दें। कुछ देर बाद बालों को धोकर माइल्ड शैम्पू से हेयरवॉश कर लें।
हेयरग्रोथ को बूस्ट करने के लिए हेयरवॉश से पहले बालों में तेल मालिश आवश्यक है। इसके लिए 2 चम्मच तिल के तेल में 1 चम्मच मेथी पाउडर मिलाकर बालों में लगाएं। 30 मिनट तक बालों में लगाकर छोड़ दें। चाहें तो बालों में हल्के हाथों से मसाज करें। अब बालों को धोने के लिए नेचुरल शैम्पू का प्रयोग करें। इससे बालों से जुड़ी समस्याओं को आसानी से हल किया जा सकता है।
समय से पहले सफेद होने वाले बालों को नेचुरल कलर प्रदान करने के लिए काले तिल को पीसकर पाउडर बना लें। अब 2 चम्मच काले तिल के पाउडर में 4 चम्मच प्याज का रस और 1 चम्मच एलोवेरा का मिलाएं। इस मिश्रण को घोलकर बालों में लगाएं। 20 से 25 मिनट तक बालों में लगा रहने के बाद धो दें इससे बालों का नेचुरल कलर और शाइन बरकरार रहते हैं।
बालों को माइश्चराइज़ और शाइनी बनाए रखने के लिए काले तिल को पीसकर पाउडर तैयार कर लें। फिर उसमें समान मात्रा में गुड़हल पाउडर एड कर दें। इस मिश्रण का पेस्ट तैयार करने के लिए उसमें नारियल के तेल की कुछ बूंदे डालें। अब दसे बालों में अप्लाई कर लें। इससे बालों का टैक्सचर इंप्रूव होने लगता है और बाल हेल्दी बने रहते हैं। बालों पर 30 मिनट तक लेप लगाए रखने के बाद बालों को धो लें। इससे बाल शाइनी और मज़बूत बनते हैं।
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