सर्दियां ड्राइनेस को अपने साथ लेकर आती हैं। इस मौसम तापमान के गिरने से त्वचा से नमी छीन जाती है, और ज्यादातर लोग स्किन ड्राइनेस की समस्या से परेशान रहने लगते हैं। हम सभी चेहरे की त्वचा का तो ध्यान रखते हैं, परंतु स्कैल्प स्किन की देखभाल को कहीं न कहीं नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसे में स्कैल्प की त्वचा बेहद ड्राई और इची हो जाती है। यदि स्कैल्प स्किन पर ध्यान न दिया जाए तो डेंड्रफ हो सकता है, साथ ही इचिंग की वजह से इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
हालांकि, चिंता न करें इस समस्या से निपटना ज्यादा मुश्किल नहीं है। केवल कुछ खास टिप्स को अपनाकर आप अपने स्कैल्प मॉइस्चर को मेंटेन रख सकती हैं। साथ ही आप इची स्कैल्प से भी छुटकारा पा सकती हैं। तो चलिए जानते हैं, इन टिप्स के बारे में अधिक विस्तार से (how to deal with dry and itchy scalp)।
नारियल का तेल त्वचा के लिए कई रूपों में फायदेमंद होता है। यह चेहरे की त्वचा से लेकर आपके स्कैल्प की त्वचा के लिए भी कमाल कर सकता है। नारियल के तेल में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है, इसके इस्तेमाल से इन्फेक्शन का खतरा कम हो जाता है। रिसर्च के माने तो यह ऑटोमेटिक डर्मेटाइटिस की स्थिति में बेहद कारगर होते हैं। सर्दियों में यदि आपकी स्कैल्प की त्वचा ड्राई और इचि हो गई है, तो इसका इस्तेमाल आपके लिए कारगर साबित हो सकता है।
स्कैल्प मसाज ड्राई और इची स्कैल्प की स्थिति में कारगर साबित हो सकते हैं। यह स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा देता है, जिससे कि स्कैल्प तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंच पाता है। इससे इंफेक्शन सहित तमाम प्रकार के स्कैल्प संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है। वहीं यह बेहतर हेयर ग्रोथ में भी मदद करते हैं। नियमित स्कैल्प मसाज से त्वचा में नमी बरकरार रहती है।
टी ट्री ऑयल में एंटीसेप्टिक, एंटीफंगल और एंटीबायोटिक प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। यह सभी प्रॉपर्टीज ड्राई और इची स्कैल्प के लक्षण से राहत पाने में मदद करती हैं। इसके अलावा सर्दी के मौसम में टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल डेंड्रफ की समस्या से राहत प्रदान करता है।
एलोवेरा में कई खास प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जैसे की इसकी एंटीइन्फ्लेमेटरी और मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी इसे स्कैल्प की त्वचा के लिए बेहद खास बना देती हैं। एलोवेरा का इस्तेमाल त्वचा में मॉइश्चर मेंटेन रखने के साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ावा देता है। वहीं एलोवेरा में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जिससे कि स्कैल्प पर होने वाले संक्रमण का खतरा कम हो जाता है और यह स्कैल्प इचीनेस को भी कम कर देते है।
वहीं इससे डेंड्रफ भी नहीं होता। फ्रेश एलोवेरा जेल को अपने स्कैल्प पर अप्लाई करें, कुछ देर मसाज करने के बाद इन्हें लगा हुआ छोड़ दें, फिर सामान्य पानी से साफ कर लें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के साथ ही हर्बल टी, नारियल पानी तथा अन्य प्रकार के हाइड्रेटिंग ड्रिंक का सेवन करें। इसके अलावा हाइड्रेटिंग फल और सब्जियों को डाइट में शामिल करने से बॉडी में हाइड्रेशन मेंटेन करने में मदद मिलेगी। शरीर के हाइड्रेटेड होने से स्कैल्प की त्वचा भी हाइड्रेटेड रहती है, और इनमें ड्राइनेस का खतरा कम होता है। साथ ही हाइड्रेटेड स्किन पर खुजली का कारण बनने वाले इंफेक्शन का खतरा भी कम होता है।
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