औषधीय गुणों से भरपूर दालचीनी स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। आमतौर पर चाय में इस्तेमाल की जाने वाली दालचीनी में एंटीबायोटिक और एंटीइंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं। इससे शरीर आसानी से किसी बीमारी की चपेट में नहीं आ पाता है। एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर दालचीनी के सेवन से शरीर में जमा चर्बी को बर्न करने और शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद मिलती है। जानते हैं कैसे करें दालचीनी के पानी को तैयार और जानें इससे मिलने वाले फायदे भी (cinnamon water benefits)।
इस बारे में डायटीशियन नुपूर पाटिल का कहना है कि दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंटस उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। इससे शरीर का इम्यून सिस्टम मज़बूत बनता है। एंटीमाइक्रोबॉयल गुणों से समृद्ध दालचीनी का सेवन करने से एलर्जी और इनफेक्शंस का खतरा कम होने लगता है। इसके सेवन से वेटलॉस में मदद मिलती है और शरीर में मधुमेह का स्तर भी नियंत्रित बना रहता है। इसके अलावा पीरियड के दिनों में बढ़ने वाले दर्द की समस्या भी हल हो जाती है। इसके नियमित सेवन से ब्लड शुगर लेवल के स्पाइक होने का खतरा कम हो जाता है।
दालचीनी में एंटीऑक्सिडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स के ऑक्सीकरण से बचाता हैं। दरअसल, ये एक प्रकार के मॉलिक्यूल्स होते हैं, जो सेल्स को डैमेज कर शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। एनआईएच की रिसर्च के अनुसार दालचीनी में विशेष रूप से पॉलीफेनोल एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं। इसके नियमित सेवन से शरीर डायबिटीज, कैंसर और हृदय रोग जैसी बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं।
दालचीनी का पानी पीने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल निंयत्रित बना रहता है। दरअसल, दालचीनी को आहार में सम्मिलित करने से गट में कार्ब्स के टूटने के प्रोसेस को धीमा कर देता है। इससे खाना खाने के बाद रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार एक समूह के लोगों ने 12 सप्ताह तक लगातार दालचीनी के पानी का सेवन किया। रोज़ाना दालचीनी का सेवन करने से उन लोगों में 0.7 फीसदी फैट मास बन हुआ जब कि 1.1 फीसदी मसल्स मास में बढ़ोतरी पाई गई। इसका सेवन करने से शरीर में जमा होने वाली चर्बी से राहत मिलती है और बार बार भूख लगने की समस्या हल होने लगती है।
पीरियडस के समय में पेट के निचले हिस्से में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए दालचीनी का पानी कारगर है। एनआईएच के अनुसार दालचीनी पीरियड्स के दिनों में मेंस्ट्रूअल क्रैंप्स को दूर करने के साथ मेंस्ट्रूअल ब्लीडिंग को भी नियंत्रित करती है। रिसर्च के अनुसार महावारी के पहले तील दिन तक 3 ग्राम दालचीनी को पानी में मिलाकर पीने से मेंस्ट्रूअल क्रैंप्स से राहत मिलती है।
पीसीओएस से बचने में के लिए भी दालचीनी का सेवन फायदेमंद साबित होता है। दरअसल, शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या को संतुलित करके फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके अलावा पीरियड साइकिल भी नियमित बनी रहती है। जर्नल ऑफ फर्टिलिटी एंड स्टेरिलिटी के मुताबिक दालचीनी का पानी अनियमित पीरियड, मुहांसों और बढ़ने वाली हेयर ग्रोथ की समस्या को कम करने में मदद करता है।
दालचीनी पाउडर 1/2 चम्म्च
पानी 2 कप
नींबू का रस 1 चम्मच
शहद 1 चम्मच
इसे बनाने के लिए सबसे पहले पैन में पानी डालकर गैस पर रख दें और पानी को गर्म होने दें।
पानी गर्म होने के बाद उसमें दालचीनी पाउडर या स्टिक को इस्तेमाल करें और पानी को उबलने दें।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंजब पानी की मात्रा आधी रह जाए, तो उसमें स्वादानुसार नींबू का मिला दें और पानी को छानें।
पानी ठण्डा होने के बाद उसमें शहद मिलाकर पीएं। इसे सुबह खाली पेट पीने से फायदा मिलता है।
ठण्डा होने के बाद सेवन करने से बार बार कुछ मीठा खाने की क्रेविंग से राहत मिल जाती है।
ये भी पढ़ें- Ragi Papad : हेल्दी मंचिंग का टेस्टी ऑप्शन है रागी के पापड़, नोट कीजिए रेसिपी और फायदे