यदि आप नकारात्मक लोगों के आसपास हैं, तो यह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। नकारात्मकता को दूर करने और सकारात्मक, खुश व स्वस्थ रहने के कई कारगर तरीके हो सकते हैं। ज़रूरी है कि आप अपने दिल को खुश रखें और अपनी सकारात्मकता को बरकरार रखने के प्रयास करती रहें।
कहते हैं मुस्कान संक्रामक होती है। पर पर्सनालिटी डेवलपमेंट एक्सपर्ट्स की मानें तो मुस्कान ही नहीं, नकारात्मकता भी संक्रामक होती है। चलिए जानें पर्सनैलिटी डेवलपमेंट एक्सपर्ट सुवर्णा त्रिपाठी से कि इन नेगेटिव लोगों के प्रभाव में जाने से खुद को कैसे रोका जा सकता है।
आप लोगों को अपने मन का सोचने से नहीं रोक सकतीं। आप एक अच्छे इंसान हो सकते हैं और ऐसे कार्य कर सकते हैं जो दूसरों को पसंद आएं।फिर भी कुछ ऐसे ज़रूर होंगे जो आपको नापसंद करते हैं और वह स्थिति और भी विचित्र हो जाती है, जब आप किसी की नापसंदगी का कारण नहीं समझ पाते हैं।
नकारात्मक लोग गलत कारणों से दूसरों को नापसंद करने या उनमें दोष खोजने की ओर झुक जाते हैं। जैसे, यदि नकारात्मक लोग आपको घेर लेते हैं, तो वे आपके बारे में निर्णय लेने की संभावना रखते हैं। आपको उन्हें नजरअंदाज करना होगा।
आमतौर पर भावनात्मक अलगाव अमानवीय लग सकता है। पर बात अगर नकारात्मक लोगों से बचने की है, तो यह सबसे सबसे अच्छा और कारगर तरीका है। इसके अलावा, आपका आत्म-सम्मान कभी भी अन्य लोगों से नहीं जुड़ा होना चाहिए कि वे आपके बारे में क्या सोचते हैं और वे आपके बारे में कैसा महसूस करते हैं।
यह आपकी सोचने समझने की क्षमता को प्रभावित करने वाला नहीं होना चाहिए। यह जीने का एक अनहेल्दी तरीका है, जो आपकी मेंटल हेल्थ पर असर डाल सकता है। आपको मानसिक स्तर पर इतना सुरक्षित और मज़बूत होना चाहिए कि आप उन लोगों की उपेक्षा कर सकें जो रचनात्मक नहीं हैं।
जब कोई आपको आपके किए के लिए आपको बुरा महसूस कराता है, या जब आपको गिल्टी साबित कर सहानुभूति पाने की कोशिश करता है, तो खुद को गलत समझना और महसूस करना आसान और स्वाभाविक हो जाता है। लेकिन जब कोई नकारात्मक व्यक्ति ऐसा करता है, तो मान लेना चाहिए कि यह आपकी गलती नहीं है।
उनके दृष्टिकोण, राय और विचारधाराएं पूरी तरह से उनकी जिम्मेदारी हैं और उनके विचारों को बदलने का बोझ आपको उठाने की ज़रुरत नहीं है
अपने दिन को आगे बढ़ाने से पहले एक सहानुभूतिपूर्ण मुस्कान भर दे सकते हैं। आत्म-आलोचना से बचें और नकारात्मक व्यक्ति द्वारा उठाए गए मुद्दों से अपनी सकारात्मक सोच को प्रभावित होने से बचाने के लिए आध्यात्मिक अलगाव का विकल्प चुनें।
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कस्टमाइज़ करें4 प्रतिक्रिया देने से बचें
जब आपके आस-पास नकारात्मक लोग हों तो गुस्सा करना आसान होता है। उनके पास कहने के लिए बहुत सारी बुरी, संदेहास्पद और ऐसी बातें हैं जो आसानी से आपको प्रभावित कर सकती हैं लेकिन जब आप उन पर आवेग में आकर प्रतिक्रिया देते हैं, तो आप भी नकारात्मकता से भर जाते हैं।
नकारात्मक व्यक्ति के कारण उपजी भावनाओं को नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है। लेकिन यह जानना भी बेहद ज़रूरी है कि क्या नकारात्मक लोग आपके उस प्रयास के लायक हैं? ऐसे में खुद को ऐसे लोगों के प्रभाव से बचाने के लिए ये तरीके अपनाना कारगर हो सकता है:
मुस्कुरा कर सिर हिलाना
काम पर लौटने के लिए खुद को कन्विंस करें
अपनी सकारात्मक सोच के साथ नकारात्मक व्यक्ति से डील करना
फ्लैट-आउट उन्हें अनदेखा करना
अच्छी परिस्थितियों में भी निराशा से घिरे रहना नकारात्मकता की निशानी है। नकाराताम्क व्यक्ति हमेशा इस तरह की नकारात्मक सोच से घिरा रहता है। इस नकारात्मक प्रभाव से मुक्त होने के लिए, आपको इसके विपरीत काम करना होगा। समस्याओं की जगह समाधान पर काम करके नकारात्मक लोगों के प्रभाव से निकलना आसान है । इस बात पर ध्यान केंद्रित न करें कि स्थिति कितनी तनावपूर्ण है बल्कि उस स्थिति से निकलने का तरीका खोजें ताकि आप उससे बाहर निकल सकें।
अंत में इस बात का खास ध्यान रखें कि आपकी सकारात्मक विचारधारा ही आपकी पहचान है और इस पहचान को बनाए रखने के लिए ज़रूरी है कि आप नकारात्मक लोगों को अपनी सोच और अपने आप पर हावी न होने दें।
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