रिश्ते मानवीय संबंध का मूल हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किस तरह का रिलेशन है। पार्टनर के अलावा हम सभी परिवार और दोस्तों से भी जुड़ाव और प्यार चाहते हैं। यह सच है कि इन सभी रिश्तों में पार्टनर का रिलेशन सबसे अधिक संतुष्टि देने के के साथ-साथ चुनौतीपूर्ण भी होता है। प्यार करने, उनके साथ समय बिताने और साथ मिलकर भविष्य की योजना बनाने के लिए पार्टनर का साथ सबसे अधिक जरूरी है। कभी-कभी रिश्ता चाहे कितना भी अच्छा हो, किसी भी कारण से अनहेल्दी भी हो सकता है। अनहेल्दी रिलेशनशिप मेंटल हेल्थ पर बुरा असर डाल सकते हैं। अगर ध्यान न दिया जाए, तो यह लाइफ और वेलनेस पर भी असर डाल सकता है। यदि आपके चाहने के बावजूद सब कुछ अच्छा नहीं हो रहा है, तो इस रिश्ते से निकल जाना ही बेहतर है। इससे सुरक्षित रूप से निकलने के कई तरीके (unhealthy relationship) हैं।
जिस तरह हेल्दी रिलेशनशिप ईमानदारी, आपसी सम्मान और एक-दूसरे के प्रति प्रेम से पहचाना जा सकता है। उसी तरह पार्टनर के प्रति उदासीनता, प्यार और सम्मान की कमी और रिश्ते में तनाव अन्हेल्दी रिलेशनशिप के प्रतीक हैं। ये भावनाएं उन रिश्तों में सबसे आम हैं, जहां शारीरिक या भावनात्मक शोषण, धोखा, शब्दों और कार्यों के बीच तालमेल का अभाव होता है। इसमें एक-दूसरे को मारना, धक्का देना, यौन या अन्य शारीरिक सीमाओं को अनदेखा करना, किसी को धमकाने या नियंत्रित करने के उद्देश्य से व्यक्तिगत सामान को नष्ट करना भी हो सकता है। भावनात्मक क्षति के अंतर्गत अपनी बातों से दूसरे को बुरा महसूस कराना हो सकता है। भले ही नियमित रूप से माफ़ी मांगी जाती हो, यह दुर्व्यवहार का ही एक पैटर्न है।
यदि आप लंबे समय तक अनहेल्दी रिलेशन में रहती हैं, तो यह आपके पर्सनेलिटी पर असर डाल सकता है। अक्सर स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान जीवन भर अनजाने रह जाते हैं।यह भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए जरूरी है कि व्यक्ति इसके प्रति जागरूक बने और इस स्थिति से निकलने और उबरने की कोशिश करे।
अनहेल्दी रिलेशन और लोग आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं। क्योंकि वे आपको निराश और भावनात्मक रूप से थका हुआ महसूस कराते हैं। इसके कारण आप पर नकारात्मकता हावी हो जाती है। इससे आप पर भावनात्मक बोझ और शर्मिंदगी का बोझ आ जाता है। इसी तरह इसके कारण होने वाला ट्रामा भी आपको अवसाद की ओर ले जा सकता है।
अनहेल्दी रिलेशन में रहने पर खुद के प्रति विश्वास खत्म होने लगता है। इससे सेल्फ रेस्पेक्ट की बहुत अधिक कमी होने लगती है। आप अपनी देखभाल की उपेक्षा करने लग जाती हैं। लगातार फाइट-या फ्लाइट मोड में रहने का असर पार्टनर के साथ-साथ अन्य रिश्तों पर भी पड़ने लगता है। यह धीरे-धीरे शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकती है। आप अपनी सभी भावनाओं और चोटों को अंदर ही अंदर पनपने देती हैं। इससे स्ट्रेस डिसऑर्डर, एंग्जायटी और डिप्रेशन जैसे लक्षणों का भी जन्म होने लगता है।
खराब रिश्ते में रहने के कारण आप परिवार के अन्य सदस्यों और समाज से कटने लगती हैं। आप लोगों से बातचीत करना बंद कर सकती हैं। कम्युनिकेशन की कमी के कारण समाज के लोग भी आपसे कटने लग जाते हैं। इससे आपके सोशल स्टेट्स पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आपकी छवि एक नकारात्मक व्यक्ति के तौर पर उभरने लगती है। सामजिक प्रतिष्ठा को बचाए रखने के लिए भी अन्हेल्दी रिलेशन से निकलना जरूरी हो जाता है।
किसी भी रिश्ते को ख़त्म करना आसान नहीं हो सकता है। सेल्फ रेस्पेक्ट और हेल्दी लाइफ के लिए यह जरूरी है। अन्हेल्दी रिलेशन से निकलने के लिए सबसे पहले इसे मन से अस्वीकार करें। भावनाओं पर काबू रखें। ब्रेकअप के बाद अपने हक को पहचानें। कानूनी कार्रवाई से उन्हें प्राप्त करें। पॉजिटिव फ्रेंड से बातचीत करें। खुद के लिए पॉजिटिव नोट बनाएं। यदि किसी तरह की मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम हो रही है, तो तुरंत थेरेपिस्ट से मिलें।
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