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Reading Benefits : आपकी ब्रेन की सेहत और उम्र भी बढ़ाती है किताबें पढ़ने की आदत, जानिए कैसे

रीडिंग से हमारा दिमाग तनाव मुक्त हो जाता है। रीडिंग हैबिट मेंटल हेल्थ को इम्प्रूव कर सकता है। जानते हैं कैसे यह हमारे मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर असर डालता है?
Published On: 11 Dec 2023, 08:00 pm IST
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Dr. Austin Fernandes
मेडिकली रिव्यूड
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पढ़ना मस्तिष्क के नर्व वेज को उत्तेजित कर सकता है। यह उत्तेजना मस्तिष्क की गतिविधि, स्मृति और संज्ञानात्मक कार्य को बढ़ाती है। चित्र: शटरस्टॉक

आपने यह अनुभव जरूर किया होगा कि जब आप तनाव में रहती हैं, तो किताबों के कुछ शब्द पढ़ते ही आप तनाव मुक्त हो जाती हैं। यह सच है कि रीडिंग हैबिट आपको रिलैक्स करते हैं। कई बार कुछ लोग रीडिंग करते हुए रोने और हंसने भी लगते हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि किसी कहानी को पढ़ते समय हम अपने जीवन को वहां इमेजिन करने लग जाते हैं। यदि कहानी का नायक कुछ अच्छा करता है, तो हम खुद के अच्छा करने की कल्पना करने लग जाते हैं। यह एहसास हमें तनाव मुक्त कर जाता है। इससे हमारा मेंटल हेल्थ मजबूत होता है। जानते हैं कि रीडिंग हैबिट कैसे हमारे मेंटल हेल्थ को इम्प्रूव (reading for mental health) करता है।

रीडिंग करने पर दिमाग पर क्या प्रभाव पड़ता है (Reading Effect on Mental Health) ?

किताब पढ़ना दिमाग के लिए सुपरफूड खाने जैसा है। स्टडी बताती है कि पढ़ना मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों से जुड़ा एक जटिल कार्य है। इससे ब्रेन के ब्लड फ्लो में भी परिवर्तन देखा जा सकता है। पढ़ना मस्तिष्क के नर्व वेज को उत्तेजित कर सकता है। यह उत्तेजना मस्तिष्क की गतिविधि, स्मृति और संज्ञानात्मक कार्य (Cognitive Function) को बढ़ाती है। इससे आगे आपकी रचनात्मकता को बढ़ावा मिल सकता है। यह सीखने की क्षमता का भी विस्तार करती है।

फिजिकल हेल्थ पर क्या पड़ता है प्रभाव (Reading Effect on Physical Health)

पढ़ने से मेंटल स्टेटस एक्टिव होने के साथ-साथ शारीरिक लाभ भी मिलते हैं। मेंटल हेल्थ जर्नल की स्टडी बताती है कि नियमित पढ़ने से हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। तनाव कम हो सकता है। नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। स्टडी के अनुसार, किताबें पढ़ने और लंबी आयु पाने के बीच भी संबंध देखा जा सकता है। पढ़ना मस्तिष्क को सक्रिय रखता है। मानसिक और भावनात्मक फिटनेस को बढ़ा सकता है।

मेंटल हेल्थ को रीडिंग हैबिट से मिल सकते हैं 5 लाभ (Reading benefits for Mental Health)

1 कोगनिटिव हेल्थ (Cognitive Health)

पढ़ना आलोचनात्मक सोच स्किल और रचनात्मकता को बढ़ाता है। यह शब्दावली को भी विस्तृत करता है। यह ज्ञान को बढ़ाता है। इमेजिनेशन को उत्तेजित करता है।

kitab padhne ke fayde
पढ़ना आलोचनात्मक सोच स्किल और रचनात्मकता को बढ़ाता है। चित्र: शटरस्टॉक

2 नींद को बढ़ाता है (Help in Sound Sleep)

पढ़ने से चेतना को दूसरे स्तर पर लाने में मदद मिलती है, जिससे अच्छी नींद (reading for mental health) आ सकती है। यह काल्पनिक दुनिया में ले जाने में व्यक्ति की मदद करता है। तनाव को कम करता है। यह आराम का एहसास करने में मदद करता है। पढ़ने से मन शांत होता है। तनावमुक्त मन सोने में मदद करता है।

3 भावनात्मक स्वास्थ्य (Emotional Health)

किताबें ख़ुशी और आश्चर्य से लेकर दुख, भय और क्रोध तक सभी भावनाओं का एहसास करा सकती हैं। अलग-अलग प्रकार की भावनाओं का अनुभव लचीलेपन और कठिन परिस्थितियों से निपटने की क्षमता बनाने में मदद कर सकता है। यह कहानी कहने के माध्यम से अन्य संस्कृतियों और अनुभवों के बारे में सीखकर दूसरों के प्रति अच्छी भावना विकसित करने और लोगों से जुड़ने में भी मदद (reading for mental health) कर सकता है।

4 तनाव से राहत (Stress Buster)

तनाव से राहत की बात करें, तो किताबों की सुंदर दुनिया में भागने से हृदय गति को कम करने और मसल्स को आराम देने में मदद मिल (reading for mental health) सकती है। जब आप किसी तनावपूर्ण घटना की बजाय किसी सुखद कहानी पर ध्यान केंद्रित करती हैं, तो किताबें तनाव से आपका मन हटाने में मदद कर सकती है।

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stress door karta hai reading habit
किताबों की सुंदर दुनिया में भागने से हृदय गति को कम करने और मसल्स को आराम देने में मदद मिल सकती है। चित्र : अडोबी स्टॉक

किताबें हमें हंसा और रुला सकती हैं। उत्साह पैदा कर सकती हैं। रीडिंग से आपका मनोरंजन भी हो सकता है। इससे मस्तिष्क में एंडोर्फिन जारी होने सहित सकारात्मक स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकते हैं। ये फील-गुड हार्मोन आराम करने, दर्द को प्रबंधित करने और तनाव से राहत दिलाने में मदद करते हैं।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

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