शावर सेक्स का नाम सुनते ही मन में कई सवाल गोल गोल चक्कर काटने लगते हैं। क्या ये पॉसिबल हो पाएगा, क्या ये नॉर्मल सेक्स (Normal sex) की तरह लॉग लास्टिंग (long lasting) हो सकता है या क्या हमें पूरा वक्त शावर के नीचे खड़े रहना होगा, वगैरह वगैरह। इन सभी सवालों के जवाब तो आपको अपने पहले एक्सपीरिएंस के बाद आसानी से मिल सकते हैं। मगर इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, वो जानना ज़रूरी है। अधिकतर लोग इसे नॉर्मल सेक्स से ज्यादा रोमांचक मानते हैं। मगर फिर भी सावधानी के बगैर इसे करना उचित नहीं है। अगर आप पहली बार शॉवर सेक्स (Shower sex) ट्राय कर रही हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें।
शॉवर सेक्स के दौरान अपनी सुरक्षा का अवश्य ख्याल रखें। बहुत बार पानी के कारण कण्डोम के स्लिप होने का खतरा बना रहता है। साथ ही नहाते वक्त नेचुरल ल्यूब्रीकेंट न मिल पाने के कारण अक्सर कप्लस साबुन या शॉवर जेल का इस्तेमाल करते हैं। मगर इस बारे में एक्सपर्टस का कहना है कि साबुन की जगह पर ल्यूब्रीकेशन के लिए वेजिटेबल ऑयल का इस्तेमाल किया जा सकता है।
कप्लस होने के बावजूद हमारा बॉडी टेम्परेचर अलग अलग होता है। कुछ लोग नहाने के लिए ज्यादा गर्म पानी इस्तेमाल करते हैं, तो कुछ हल्के गर्म पानी से नहाते हैं। शावर सेक्स से पहले पानी के तापमान को अपने अनुसार कर लें। अन्यथा आप उस वक्त खुद को कंफर्टेबल महसूस नहीं कर पाएंगे।
आप चाहें, तो बाथ टब में अपनी कर्फटेबल पोज़िशन के हिसाब से सेक्स का आनंद सकते हैं। अगर आप अब में टॉल एक्स पोज़िशन में सेक्स करते हैं, तो उस वक्त शावर मैट का ध्यान ज़रूर रखें। दरअसल, शावर में स्लिप होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में आपके पैरों के नीचे फुट रेस्ट या स्किड प्रूफ मैटस का होना बहुत ज़रूरी है।
एक स्वीमर की तरह ही खुद के बैलेंस को मैंटेन करने के लिए आपको अपर और लोअर बॉडी में संतुलन बैठाना होगा। ऐसे में आपकी बॉडी की फलैक्सिबिलीटी बहुत ज़रूरी है। अलग अलग पोज़िशन्स को टाई करने के लिए आपको तैयार रहना चाहिए। शावर सेक्स खुद में कई प्रकार से एक रिस्क है। अगर आपका शरीर लचीला हैं, तो आप इसे एंजाय कर सकते हैं। मगर रिसर्च के मुताबिक लोग सामान्य सेक्स की तुलना में इसे ज्यादा पसंद करते हैं। शावर सेक्स के लिए खुद को तैयार करने के लिए डेली वर्कआउट आवश्यक है ताकि बॉडी का स्टेमिना बना रहे।
जब हम शॉवर सेक्स की बात करते हैं, तो उसके लिए हमें मन से भी तैयार होना ज़रूरी है। इसके अलावा अपने पार्टनर के साथ सहमति बनाकर चलें ताकि मूड सि्ंवग की समस्या से बचा जा सके। दोनों का आपसी संतुलन प्लैजर को और भी बढ़ा देता है। साथ ही आप उस पल को ज्यादा रोमांचक बना सकते हैं।
बाथरूम सेक्स के बाद अच्छी तरह से नहाएं और बॉडी को पूरी तरह से सुखा लें। इससे बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचा जा सकता है।
एक दूसरे का समझना ज़रूरी है ऐसा नहीं है कि जो पोज़िशन आप पसंद कर रहे हैं, उसमें आपका पार्टनर भी कंफरटेबल महसूस करे। ऐसे में सेक्स के दौरान एक दूसरे से बातचीत ज़रूरी है।
स्लीपरी स्लीपर्स और गीले मैटस को बाहर निकालकर सूखे मैटस का बाथरूम मकें रखें। कुछ देर तक गीले हुए बगैर एक दूसरे के साथ टाइम स्पैंण्ड करें।
कुछ नयापन लाने के लिए आप सेक्स के दौरान टॉयज का प्रयोग कर सकते हैं।
खुद को एसटीआई से बचाने या चोट के खतरे से दूर रहने के लिए कण्डोम का इस्तेमाल करना न भूलें।
ये भी पढ़ें- क्या आप जानती हैं ड्राई डेटिंग या सिचुएशनशिप के बारे में? यहां हैं नई पीढ़ी के लव एंड रिलेशनशिप वाले 10 टर्म
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।