मास्टरबेट यौन आनंद का एक हिस्सा है, जो जननांगों को उत्तेजित करने. प्लेजर महसूस करने के सुरक्षित तरीकों में से एक है। इससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी कई लाभ मिलते हैं। मगर अधिकतर लोगों के मन में यही सवाल उठता है कि क्या मास्टरबेट रोज़ करना स्वास्थ्य के लिए हेल्छी है। हालाँकि, हस्तमैथुन को लेकर कई मिथ्स फैले हुए हैं। लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि क्या मास्टरबेट (Masturbation) करना स्वस्थ है, आपको कितनी बार हस्तमैथुन करना चाहिए और क्या वाकई हस्तमैथुन आपके लिए अच्छा है, तो जानते हैं सभी सवालों के जवाब।
सेल्फ प्लेजर के लिए जेनिटल्स को छूना और स्टीम्यूलेट करना मास्टरबेशन कहलाता है। फिजियाट्रिस्ट और सेक्स एक्सपर्ट डॉ मधुरा समुद्र बताती हैं कि कोई भी गतिविधि जिसमें आपके कामुक शरीर के अंगों को छूना या सहलाना शामिल हैए उसे हस्तमैथुन माना जा सकता है। फिर इसमें आपके जननांग शामिल हो भी सकते हैं और नहीं भी। स्प्रिंगर की एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में एक महीने की अवधि में 27 से 40 प्रतिशत महिलाएं और 41 से 65 प्रतिशत पुरुष मास्टरबेट करते हैं।
रोज़ाना मास्टरबेट करना पूरी तरह से सुरक्षित है। इसका शरीर को कोई शारीरिक या भावनात्मक नुकसान नहीं होता। सेक्सुअल हेल्थ एजुकेटर सीमा आनंद बताती हैं कि हस्तमैथुन किसी भी तरीके से स्वास्थ्य के लिए बुरा नहीं है, फिर चाहे इसे रोज़ किया जाए। इससे यौन सुख का अनुभव होता है। वहीं इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ़ सेक्सुअल मेडिसिन के अनुसार हस्तमैथुन की आवृत्ति की कोई निश्चित संख्या नहीं है।
जर्नल सेक्सेस की रिपोर्ट के अनुसार बार बार मास्टरबेट करने से सेक्सुअल प्लेजर बढ़ जाता है। इसके अलावा तनाव के बढ़ते स्तर में भी कमी आती है। साथ ही हृदय की कार्यप्रणाली और नींद में सुधार होता है। इस रिपोर्ट के अनुसार सेक्स और मास्टरबेट करने से ऑक्सीटोसिन सिक्रीट होता है, जो तनाव को दूर रखने में मदद करता है।
महिलाओं में, मासिक धर्म चक्र के दौरान मास्टरबेट करने से ऐंठन और मासिक धर्म सिंड्रोम के लक्षण जैसे मूड स्विंग, सूजन, थकान आदि कम हो सकते हैं। ऐसी एकान्त गतिविधियों से गर्भावस्था या यौन संचारित संक्रमण का कोई जोखिम भी नहीं होता है।
सेक्सुअल हेल्थ एजुकेटर सीमा आनंद बताती हैं कि सेल्फ प्लेजर के लिए बाज़ार में कई तरीके के सेक्सटॉय मौजूद हैं। ऐसे में कुछ महिलाएं सब्जियों और फलों विशेषतौर पर गाजर, केला और खीरा मास्टरबेशन के लिए इस्तेमाल करती हैं। इससे आपको दूरी बनाए रखने की आवश्यकता है। इनमें मौजूद पेस्टिसाइड्स वेजाइना के पीएच को असंतुलित बनाते है और संक्रमण का कारण साबित होते है। वहीं मास्टरबेट करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सेक्स टॉय को सिलिकॉन से तैयार किया जाता है। इससे इन्फेक्शन का जोखिम कम हो जाता है।
मास्टरबेशन और एक्ने हार्मोन में कोई संबध नहीं है। रिसर्च के अनुसार न्यूनतम हार्मोनल बदलाव लोगों में मुंहासे की समस्या को बढ़ाने का कारण साबित नहीं होते है। 2017 में क्लीनिक इन डर्मेटोलॉजी जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, टेस्टोस्टेरोन और प्रोजेस्टेरोन जैसे सेक्स हार्मोन त्वचा को प्रभावित कर सकते हैंए और अतिरिक्त तेल उत्पादन का कारण बन सकते हैं। वहीं मास्टरबेट करने से शरीर में एंडोर्फिन, प्रोलैक्टिन, डोपामाइन और ऑक्सीटोसिन का स्तर प्रभावित होता है, जो एक्ने का कारण साबित नहीं होते हैं।
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