सर्दियों के मौसम में त्वचा से लेकर बालों तक हर ओर रूखापन नज़र आने लगता है। हवा में बढ़ने वाली शुष्कता का असर हेयरलॉस का कारण साबित होता है। ऐसे में रसोईघर में रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल की जाने वाली सब्जियां बालों के लिए हेल्दी विकल्प साबित हो सकती है। इन सब्जियों के सेवन से न केवल स्वास्थ्य को फायदा मिलता है बल्कि इन्हें बालों पर अपलाई करने से पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है, जिससे हेयर डैमेज से मुक्ति मिल जाती है। इससे बेजान और रफ नज़र आने वाले बाल हेल्दी दिखनक लगते हैं। जानते हैं कि कैसे सब्जियां हैं बालों के लिए फायदेमंद (How to use Vegetables for hair growth)।
इस बारे में बातचीत करते हुए ब्यूटी एक्सपर्ट पायल सिन्हा का कहना है कि सदिर्यों में बालों में बढ़ने वाली फ्रिजीनेस और डैंड्रफ की समस्या को हल करने के लिए सब्जियों के रस से लेकर उनके पल्प को बालों पर लगाने से बीटा कैरोटीन और कैरोटीनॉइड्स की प्राप्ति होती है। इससे फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है और बालों के टैक्सचर में सुधार नज़र आने लगता है।
एक्सपर्ट के अनुसार ऑक्सीडेटिव तनाव प्रीमेच्योर हेयरलॉस का कारण साबित होता है। अदरक के सेवन से शरीर को कई तरह के कंपाउड की प्राप्ति होती है। इसमें मौजूद फेनोलिक कंपाउड जैसे जिंजरोल और शोगोल शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मददगार साबित होते हैं। साथ ही ब्लड में पाया जाने वाला मैलोंडायल्डिहाइड कंपाउड को नियंत्रित करने में मदद करता है। शरीर में इसकी अधिकता हेयरफॉल का कारण सिद्ध होती है।
अदरक को छीलकर उसे ग्रेट कर लें। अब उसे निचोड़कर उसका रस निकाल लें और उसे बालों की जड़ों पर अप्लाई करें। बालों में लगाने के बाद कुछ देर मसाज करलें। 10 से 15 मिनट तक बालों में लगाए रखें।
सर्दी के मौसम में लोग गाजर का इस्तेमाल जूस और सैलेड से लेकर सब्जी और मिठाई बनाने में भी किया जाता है। इसमें पाया जाने वाला विटामिन बी 7 यानि बायोटिन बालें के टैक्सचर को मज़बूती प्रदान करता है। इससे हेयरग्रोथ में मदद मिलती है, जिससे वॉल्यूम बढ़ने लगता है। इसमें पाए जाने वाले बीटा कैरोटीन के गुण कमज़ोर बालों की समस्या को दूर करते हैं। इसे खाने के अलावा गाजर के रस को बालों पर लगाना भी फायदेमंद साबित होता है।
गाजर को धोकर छील लें। अब इसे कुछ देर बॉइल होने के लिए रखें। उबालने के बाद गाजर को मैश करके उसका पेस्ट तैयार कर लें। अब हेयरवॉश से 15 मिनट पहले इसे बालों पर लगाएं
बीटा कैरोटीन का रिच सोर्स शकरकंदी यानि स्वीट पोटेटो फ्री रेडिकल्स की समस्या से बालों को मुक्त रखने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से टूटते बालों की समस्या हल होने लगती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीफंगल गुण बालों को संक्रमण से मुक्त रखने में मदद करते हैं। साथ ही सेल्स रिपेयरिंग में मददगार साबित होते है। इसमें पाई जाने वाली विटामिन ए की मात्रा बालों को हेल्दी बनाती है।
खाने के अलावा स्वीट पोटेटो मास्क को बालों पर अप्लाई करने से बाल मुलायम और हेल्दी बनते हैं। इसके लिए शहरकंदी को उबालकर उसे मैश कर लें। अब उसमें 1 चम्मच शहद और 2 चक्म्मच दही मिलाकर बालों पर अप्लाई करें। 30 मिनट तक बालों में लगे रहने दें और फिर बालों को माइल्ड शैम्पू से धो लें।
पालक, बथुआ और मेथी जैसी हरी पत्तेदार साब्जियों में विटामिन बी और विटामिन सी की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इससे न केवन गट हेल्थ मजबूत बनती है बल्कि बालों की रफनेस को कम किया जा सकता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंटस हेयर फॉलिकत्स को मज़बूती प्रदान करते हैं।
पालक की पत्तियों को धोकर उबाल ले। अब उसका पेस्ट तैयार कर लें। पेस्ट ठण्डा होने के बाद उसमें नारियल का तेल और शहद मिलाकर बालों पर अपलाई करें। इससे हेयर स्टरैंडस कर परेशानी दूर होती है और बार बार कॉम्ब करने के बाद भी खड़े होने वाले बाल मॉइश्चराइज़ होने लगते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंचुकंदर को आमतौर पर सैलेड के तौर पर खाया जाता है। इसमें पाई जाने वाले लाइकोपीन की मात्रा स्कैल्प के रूखेपन को दूर करने में मदद करती है। इसे जूस के तौर पर पीने से शरीर में खून की कमी को पूरा किया जा सकता है। चुकंदर में पाए जाने वाले कैरोटीनॉइड्स रूटस को मज़बूत कर हेयरलॉस से राहत प्रदान करती है।
चुकंदर को धोकर छील लें और उसे ग्रेट कर लें। 2 चम्मच चुकंदर के रस को जोजोबा ऑयल के साथ मिलाकर बालों बीचों बीच लगा दें। इस 1 घंटे तक यूं ही बालों में लगा रहने दें और फिर अपने बालों को धो लें।
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